कुकिंग गैस की सुविधा और इसके लीक होने के खतरे से तो सब वाकिफ हैं, लेकिन गैस लीक का पता लगाने का काम केवल नाक के भरोसे छोड़ना खतरनाक साबित हो सकता है.
एलपीजी सिलेंडरों से गैस का रिसाव बेहद खतरनाक होता है. आपको पता भी नहीं चलता और गैस पूरे घर में फैलकर जानलेवा साबित हो सकती है. कभी रेग्युलेटर, कभी पाइप, कभी हवा से लौ का बुझ जाना, ये कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे खतरनाक गैस घर में फैल सकती है और आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है. यही नहीं, कई दूसरे गैस और स्मोक भी जानलेवा होते हैं. ऐसे में बेहतर रहता है कि गैस लीकेज पर नजर रखी जाए और यह काम गैजट को सौंप दिया जाए.
गैस सेंसर डिवाइस
रसोई गैस के रिसाव की चेतावनी देने वाले कई ऐसे गैजट बाजार में मिलते हैं, जिन्हें गैस सिलेंडर या बर्नर से जोड़ने की कोई जरुरत भी नहीं पड़ती. ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर घरेलू बिजली से चलने वाला गैस अलार्म मिल जाती है. इसे इंस्टॉल करने में कोई खास मशक्कत भी नहीं करनी पड़ती है. इसके बाद डिवाइस के प्लग को इलेक्ट्रिसिटी से कनेक्ट कर दिया जाता है.
ऑक्सीजन की कमी का सिग्नल
सर्दी का मौसम है. ऐसे मौसम में अक्सर कमरे में अंगीठी और हीटर से होने वाले ऐक्सिडेंट्स की खबरें सुनने को मिलती हैं. असल में जब हम किसी बंद जगह पर हीटर या अंगीठी जलाते हैं, तो वहां घातक कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस का लेवल काफी बढ़ जाता है. बंद कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस के लेवल के बढ़ते ही लोगों को बेहोशी छाने लगती है और मौत तक हो जाने का खतरा बना रहता है.
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