नेत्रहीन व्यक्तियों की सुविधा के लिए बाजार में एक नया सहायक उपकरण आया है जो उन्हें दिशा ढूंढने में मदद करता है. बी कॉम के 20 वर्षीय एक दिव्यांग विद्यार्थी का कहना है, ‘इससे मैं स्वतंत्र महसूस करता हूं. इससे मैं बहुत खुश हूं.’ नेत्रहीन लोग दिशा ढूंढने के लिए पारंपरिक तौर पर छड़ी का इस्तेमाल करते रहे हैं, लेकिन हाल ही में विकसित एक अंगूठी के रूप में यह उपकरण एक नेत्रहीन व्यक्ति को छूने का आभास देकर उसे दिशा दिखाने में मदद करता है.
लाइव ब्रैले के संस्थापक अभिनव वर्मा इस उत्पाद को ‘अकेला पूर्ण धारण करने योग्य ईटीए (इलेक्ट्रानिक ट्रैवेल एड)’ बताते हैं जो एक दूरी से हवा में हाथ हिलाकर माहौल को जानने की सहूलियत देता है. अंगूठी की तरह इस उपकरण में दो अल्ट्रासोनिक रेंज फाइंडर हैं जो दूरी का पता लगा सकते हैं और सामने आ रही चीज का आभास करा सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि यही नहीं, यह उपकरण, 3.5 मीटर तक के दायरे में यह भी पता लगा सकता है कि सामने वाली चीज एक दीवार है, किताब है या कोई व्यक्ति है.
अभिनव ने इस उपकरण की तुलना अल्ट्राकेन से की जो कि दुनियाभर में उपयोग किया जाने वाला एक अन्य लोकप्रिय गैजेट है. इस उत्पाद का वजन महज 30 ग्राम है और यह दो संस्करणों- मिनी और मिनी ई में क्रमश: 299 डॉलर व 700 डॉलर में उपलब्ध है. भारत में यद्यपि मिनी 6,999 रुपये के रियायती मूल्य पर उपलब्ध है और इसे एक एनजीओ के जरिए खरीदा जा सकता है. जहां मिनी की बैटरी 45 मिनट में रीचार्ज हो जाती है, वहीं मिनी ई को रीचार्ज करने में 60 मिनट का समय लगता है.
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