हर निर्माता, निर्देशक व कलाकार चाहता है कि उन की फिल्म बौक्स औफिस पर पैसों की बारिश करवा दे. इस के लिए सभी को किसी न किसी त्योहार का इंतजार रहता है. इस बार ईद यानी कि अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह का इंतजार बौलीवुड के हर शख्स को बेसब्री से था. हर किसी को लग रहा था कि ईद के अवसर पर प्रदर्शित होने वाली बड़े बजट की फिल्मों ‘मैदान’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ बौक्स औफिस पर सफलता के सारे रिकौर्ड तोड़ डालेंगी और फिर हर सप्ताह प्रदर्शित होने वाली फिल्में बंपर कमाई करते हुए नजर आएंगी.
फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के निर्माता वासु भगनानी और जैकी भगनानी तो अपने पीआरओ के कथन को सौ प्रतिशत सच मानते हुए फिल्म के रिलीज से 2 दिन पहले सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर दावा किया था कि उन की फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ को पहले सप्ताह 1100 करोड़ रूपए कमाने से रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है.
वास्तव में वासु भगनानी अपने पीआरओ की सलाह पर चुनिंदा तकरीबन 40 फिल्म पत्रकारों को ‘बड़े मियां छोटे मियां’ की कवरेज के लिए जौडर्न ले कर गए थे, जिस से पत्रकार फिल्म को 4 से अधिक स्टार देंगे. इन पत्रकारों ने नमक का कर्ज उतारते हुए फिल्म को 4 से साढ़े 4 स्टार दे दिए, मगर जनता मूर्ख तो नहीं है.
हालात इतने बदतर हुए कि पहले दिन ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के कई शो रद्द हो गए. साढ़े 300 करोड़ की लागत में बनी यह फिल्म 2 सप्ताह बाद भी 100 करोड़ नहीं कमा सकी. ईद के ही दिन प्रदर्शित अजय देवगन की फिल्म ‘मैदान’ की भी बड़ी दुर्गति हुई. इस का असर तीसरे सप्ताह भी नजर आया.