श्रीलंका ने मैच फिक्सिंग से जुड़े मामलों को निपटाने के लिए भारत से मदद मांगी है. श्रीलंका सरकार में मंत्री और क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा का कहना है कि उनके देश में मैच फिक्सिंग से जुड़े मामलों की जांच और कानूनी मसौदा बनाने में भारत मदद करेगा. श्रीलंकाई पेट्रोलियम मंत्री रणतुंगा ने कहा कि भारत का केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) श्रीलंका क्रिकेट में बड़े पैमाने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में तकनीकी विशेषज्ञता मुहैया करा सकता है.

रणतुंगा ने नई दिल्ली से कोलंबों लौटने के बाद कहा, 'हमारे पास इस समस्या से पूरी तरह से निपटने की विशेषज्ञता या कानून नहीं हैं. भारत इससे जुड़ा कानूनी मसौदा बनाने में भी हमारी मदद करेगा.'

बता दें कि सीबीआई ने साल 2000 में रणतुंगा और टीम के उपकप्तान अरविंद डि सिल्वा पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था लेकिन बाद में दोनों को आरोप मुक्त कर दिया गया था.

श्रीलंका ने क्रिकेट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद वादा किया था कि मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए विशेष पुलिस इकाई का गठन किया जाएगा. मैच फिक्सिंग के ये आरोप मई में जारी डौक्यूमेंट्री में लगाये गये थे. हाल के दिनों में देश के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सनथ जयसूर्या पर आईसीसी ने मैच फिक्सिंग से जुड़ी जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है.

गाले मैदान के ग्राउंड्समैन थरंगा इंडिका और क्रिकेटर थरींडू मेंडिस पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे. दोनों पर लगा था कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट के चौथे दिन मेजबान टीम को फायदा देने के लिए पिच बनाया था. दोनों को श्रीलंका क्रिकेट ने प्रतिबंधित कर दिया. इस मामले में प्रोविंसियल कोच जीवंता कुलतुंगा पर भी प्रतिबंध लगा था.

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