खराब दौर से गुजर रहे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. हालांकि, कुक भारत के खिलाफ वर्तमान सीरीज का लंदन के ओवल में होने वाला आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे और उसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहेंगे. यह इत्तेफाक ही है कि कुक ने 21 साल की उम्र में में भारत के खिलाफ ही टेस्ट पदार्पण किया था. उन्होंने अपने करियर में अब तक 160 टेस्ट मैचों में 12,254 रन बनाए हैं, जिसमें 32 शतक और 56 अर्धशतक शामिल हैं.

कुक घरेलू क्रिकेट में अपने काउंटी क्लब एसेक्स के लिए खेलना जारी रखेंगे. कुक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक रन स्कोर करने वाले छठे बल्लेबाज हैं. वह इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले और सबसे ज्यादा रन व शतक बनाने वाले खिलाड़ी हैं. हाल-फिलहाल इंग्लैंड का कोई भी खिलाड़ी कुक के इन तीनों रिकॉर्ड के आस-पास पहुंचता भी नजर नहीं आ रहा है.

कुक ने कहा कि पिछले कुछ माह से काफी सोच विचार के बाद मैंने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद अपने संन्यास की घोषणा करने का फैसला लिया है. अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ भविष्य में ड्रेसिंग रूम साझा नहीं करने का विचार जानने के बाद भी मेरे लिए यह फैसला लेना मुश्किल था, लेकिन यही सही समय है. हालांकि, यह मेरे लिए काफी दुख भरा दिन है. मैं अपने चेहरे पर बड़ी मुस्कान के साथ यह कह सकता हूं, यह जानते हुए कि अब मेरे अंदर कुछ नहीं रह गया है.

टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी करने वाले कुक की फॉर्म ने उन्हें कई बार चेताया भी, लेकिन उन्होंने इसके बावजूद पिछले साल वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरे शतक लगाए. इस साल उन्होंने केवल एक ही अर्धशतक लगाया है और उन्हें यह अहसास हो गया कि यह संन्यास लेने का उनके लिए सही समय है. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पूरी जिंदगी क्रिकेट से प्यार किया है. मेरे लिए इंग्लैंड की टीम की जर्सी पहनना कितना खास है, यह कोई नहीं समझ पाएगा. मैं जानता हूं कि अब युवा क्रिकेट खिलाड़ियों की नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका देने का सही समय है, ताकि वह भी अपने देश के लिए खेलने का गौरव हासिल कर सकें.

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