आधी रात से जीएसटी लागू होने के बाद बाजार पूरी तरह से बदल गया. जिसका असर रोजमर्रा की चीजों के साथ-साथ खेल और खेल से जुड़े सामानों पर भी दिखेगा. जीएसटी के लागू होने के बाद मैच के टिकट 28 फीसदी तक के कर दायरे में आएंगे. क्रिकेट का सबसे मनोरंजक और लोकप्रिय प्रारुप आईपीएल सबसे अधिक 28 फीसदी दायरे में आ जाएगा.

खेल संगठनों के आयोजन पर पहले 28 फीसदी टैक्स का प्रावधान था. लेकिन इसे 18 फीसदी करने का फैसला किया गया. लेकिन यहां सरकार ने एक शर्त रख दी. 18 फीसदी का टैक्स केवल उन्हीं मैचों के टिकटों पर लगेगा जहां टिकट की कीमत 250 रुपये से कम होगी.

चूंकि क्रिकेट के तकरीबन सभी मुकाबलों में टिकट 250 से ज्यादा होती है, खासकर आईपीएल के मैचों में तो टिकटों की कीमत काफी ज्यादा होती है इसलिए उनपर 28 फीसदी का ही टैक्स वसूला जाएगा. इसी तरह हॉकी लीग, कबड्डी लीग, रेसलिंग लीग जैसे आयोजनों के महंगे टिकटों पर भी 28 फीसदी टैक्स वसूला जाएगा.

हालांकि हॉकी, फुटबॉल व अन्य खेल जिनके टिकट अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं और टिकटों की कीमत 250 रुपये से कम होती है उनपर महज 18 फीसदी टैक्स लगेगा. यानी यहां दर्शकों को ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा.

पहले की तुलना में खेलों के सामान महंगे होंगे और इसका ज्यादा असर आर्थिक रूप से कमजोर युवा खिलाड़ियों पर दिखेगा. आइए जानते हैं उन खेलों के बारे में जिनपर जीएसटी का क्या प्रभाव पड़ेगा. खासकर वैसे खेलों जिनमें शामिल होकर गरीबों परिवार के युवा अपना भविष्य तलाशते हैं.

जीएसटी के आने से एथलेटिक्स और एक्सरसाइज से जुड़ी ज्यादातर चीजें महंगी होंगी. इनमें हाई जंप पोल, शॉर्ट पुट, जैवलिन, बॉक्सिंग ग्लव्स और जिम के सामान शामिल हैं. ये सारे 28 फीसदी के स्लैब में आएंगे. इसके अलावा स्पोर्ट्स शूज भी महंगे होंगे.

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