फैशन की दुनिया में फ्रांस पूरे विश्व की अगुआई करता है. लेकिन फ्रैंच सरकार ने हाल ही में एक ऐसा फैसला किया, जिस के कारण अब जल्द ही फैशन की दुनिया में खूबसूरती के पैमाने बदल जाएंगे. दरअसल, फ्रांस में साइज जीरो मौडल और मौडलिंग पर प्रतिबंध लग गया. फैशन और खूबसूरती को केंद्र में रख कर दुनिया में चलने वाले उद्योग के लिए अपनेआप में यह बहुत बड़ा फैसला है. हालांकि इस से पहले 2006 में इटली और स्पेन में और 2013 में इसराईल में भी साइज जीरो पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. लंदन फैशन वीक में साइज जीरो ले कर जीरो टौलरैंस की चर्चा हुई थी. लेकिन इस पर चर्चा आम नहीं हुई. अब जब फ्रांस ने यह फैसला किया है तो हर तरफ चर्चा हो रही है. इस की वजह यह है कि फ्रांस या कहें पैरिस ही फैशन का पैमाना तय करता रहा है. इसी कारण दुनिया की फैशन इंडस्ट्री एक हद तक इस से स्तब्ध भी है.

दरअसल, प्रतिबंध लगाते हुए फ्रांस की सरकार ने संसद में इस सिलसिले में एक बिल भी पास किया है, जिस में सरकार की ओर से कहा गया है कि जिन मौडल्स का बीएमआई यानी बौडी मास इंडैक्स एक तय पैमाने से कम है, उन के जरीए अपने उत्पाद का प्रचार नहीं किया जा सकेगा और न ही उन्हें फैशन शो का हिस्सा बनाया जा सकता. इस संबंध में हाल ही के दिनों में फ्रांस सरकार ने अपनी संसद में एक कानून भी पास किया है. इस कानून का उल्लंघन होने पर 6 महीने तक की सजा का प्रावधान किया गया है. इतना ही नहीं सजा के साथसाथ 75 हजार यूरो यानी लगभग क्व50 लाख तक जुर्माना भी हो सकता है.

मौडलों के लिए सरकारी निर्देश में साफ तौर पर कहा गया है कि मौडलिंग कैरियर शुरू करने से पहले सेहत के लिए सरकारी जांच से गुजरना होगा. जांच में मौडल की लंबाई और लंबाई के अनुपात में वजन और चेहरे के गठन की जांच करानी होगी. इस के बाद एक फिटनैस सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस के बगैर कैरियर की शुरुआत नहीं हो सकती. बगैर इस सर्टिफिकेट के किसी मौडल को असाइन नहीं किया जा सकता. अगर कोई मौडल इस सर्टिफिकेट के बगैर काम करती है तो उस पर लगभग क्व2 लाख 70 हजार का जुर्माना होगा. वहीं एजेंसी के लिए कहा गया है कि किसी विज्ञापन में अगर मौडल की फिगर को स्पैशल इफैक्ट के जरीए छरहरा दिखाया जा रहा है तो स्पष्ट शब्दों में यह लिखा होना चाहिए. इस का उल्लंघन करने पर विज्ञापन एजेंसी के खिलाफ काररवाई के तहत जेल या जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं. यहां तक कि इंटरनैट पर किसी वैबसाइट को साइज जीरो या ऐनोरैक्सिया का समर्थन करते पाया गया तो इसे भी कानूनन अपराध माना जाएगा.

साइज जीरो

मोटेतौर पर साइज जीरो का आशय सब जान चुके हैं. यह जीरो फिगर का पर्याय बन चुका है. लेकिन यह साइज जीरो आखिर है क्या? दरअसल, यह जीरो साइज महिलाओं की ड्रैस का साइज है. मोटे तौर परमहिलाओं की फिगर का माप छाती, कमर और नितंबों से लिया जाता है. एक आदर्श फिगर का मानदंड क्रमश:

30-22-32 इंच (76-56-81 सैंमी.) से ले कर 33-25-35 इंच (84-64-89 सैंमी.) के बीच माना जाता है.

बहरहाल, इस प्रतिबंध के बाद फ्रांस में इस का काफी विरोध किया जा रहा है. विरोध में तर्क दिया जा रहा है कि ऐनोरैक्सिया और छरहरी काया एक नहीं हैं. ऐनोरौक्सिया एक तरह की बीमारी है, तो छरहरी काया शारीरिक गठन है. जबकि एक संतुलित पैमाने के अनुसार 5 फुट 7 इंच की लंबाई के लिए आदर्श वजन 55 किलोग्राम माना गया है.

क्या है ऐनोरैक्सिया

गौरतलब है कि आजकल लड़कियां अपनी फिगर को ले कर अत्यधिक सचेत हैं. इन में से बहुत सारी ऐनोरैक्सिया से पीडि़त हो जाती हैं. ऐनोरैक्सिया वह मैडिकल स्थिति है, जिस में भूख बिलकुल मर जाती है. यह अपनेआप में पूरी तरह से कोई बीमारी नहीं है. इसे एक तरह का भावनात्मक विकार माना गया है, जिस में मोटा हो जाने के भय के कारण व्यक्ति खाना खाने से कतराता है. तब यह ऐनोरैक्सिया नर्वोसा कहलाता है. यह इटिंग डिसऔर्डर भी कहलाता है. इस तरह का डिसऔर्डर लड़कों के बजाय ज्यादातर लड़कियों में ही पाया जाता है. ऐसी लड़कियां खाना खाने के बाद उलटियां करने लगती हैं ताकि शरीर में फैट न जमा हो.

ऐनोरैक्सिया की शिकार

इस डिसऔर्डर से मरने वाली मौडलों की सूची बहुत लंबी है. बताया जाता है कि अब तक इस बीमारी से लगभग 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ समय पहले इस तथाकथित साइज जीरो डाइट ने ब्राजीलियन मौडल अना कैरोलिना रेस्टन की जान ले ली थी. उन का कोई डाइट चार्ट नहीं था. वे केवल और केवल सेब और टमाटर खाती थीं.

इसी तरह ऐनोरैक्सिया की ताजा शिकार हैं कैलिफोर्निया की मशहूर मौडल रशैल फराक. वे लगातार मौत की ओर बढ़ रही हैं. लंबे समय से वे ऐनोरैक्सिया नर्वोसा से पीडि़त हैं. 37 साल की फराक का वजन महज 18 किलोग्राम है. इस वजन के साथ कोई अस्पताल भी उसे भरती करने को तैयार नहीं है. हालांकि इलाज चल रहा है. लेकिन यह काफी महंगा है. सोशल मीडिया में रशैल फराक के इलाज के लिए फंड इकट्ठा किया जा रहा है. रशैल को अपनी गलती का एहसास हो गया है और वे फिर से स्वस्थ होना चाहती हैं. लेकिन इलाज का खर्च उठाना उन के बस की बात नहीं है. इसीलिए विभिन्न सोशल मीडिया में रशैल फराक ने यह कहते हुए अपील की है कि मेरा नाम रशैल है. मेरी मदद कीजिए. मुझे आप की मदद की सख्त जरूरत है. रशैल और उस के पति ने एक ‘गो फंड मी’ नाम का एक पेज भी बनाया है. इस पेज के जरीए दुनिया भर से मदद की अपील की गई है. मगर कोलंबिया विश्वविद्यालय में इटिंग डिसऔर्डर पर शोध करने वाली विशेषज्ञों की एक टीम का कहना है कि भले ही इलाज के लिए फंड इकट्ठा हो जाए, पर रशैल की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि उस के ठीक होने में शक है.

डाइट के फेर में

वैसे छरहरा होने की चाह केवल लड़कियों में ही नहीं होती. एक ब्रिटिश रोमांटिक कवि लौर्ड बायरन को भी थी. छरहरी काया की चाह में ये ब्रिटिश कवि साल के हर मौसम में पसीना बहा कर दुबला होने की चाह में ऊनी कोट पहना करते थे. सुबह नाश्ते में वे ब्रैडस्लाइस का एक टुकड़ा और 1 कप चाय, शाम को 1 कप ग्रीन टी और डिनर में थोड़ी सी सब्जी लेते थे. 1806 में लौर्ड बायरन का वजन 88 किलोग्राम था, जो 1811 में घट कर 57 किलोग्राम रह गया.

आस्ट्रिया के सम्राट फ्रांत्स जोसेफ की प्रेमिका ऐलिजाबेथ बन विटेल्सबाथ ने कभी अपना वजन 48 किलोग्राम से अधिक नहीं होने दिया. बताया जाता है कि वे खाने में केवल संतरा और दूध लेती थी. रोज अपनी कमर का माप लिया करती थीं. वजन जरा भी अधिक हो तो खानापीना बंद कर देती थीं. इसी तरह लेडी डायना भी अपनी फिगर को ले कर बहुत सचेत थीं. बहुत नापतौल कर खाना खाती थीं. हालिया साइज जीरो कौन्सैप्ट की शुरुआत पश्चिम में हुई. हौलीवुड अभिनेत्रियां केटी मौस, जेडी किड, सारा जेसिका, केट बोसवर्थ, एलेक्सा चुंग, निकोल रित्शे अपने जीरो साइज के लिए जानी जाती हैं. लेकिन यही साइज जीरो आज पश्चिम फैशन दुनिया के गले की फांस बन चुका है. पर अब इस से पीछा छुड़ाने का जुगाड़ शुरू हो गया है. जहां एक तरफ एक के बाद एक देश साइज जीरो पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अरमानी, विक्टोरिया बेकहैम जैसे नामीगिरामी फैशन हाउसों ने साइज जीरो मौडल से काम न कराने का फैसला कर लिया है.

पश्चिम की फैशन दुनिया से भारत में भी साइज जीरो का चलन शुरू हुआ. करीना कपूर खान साइज जीरो की पर्याय बनीं. इस के बाद कैटरीना कैफ, प्रियंका चोपड़ा से ले कर दीपिका पादुकोण तक बहुत सारी अभिनेत्रियां इस राह पर चलीं. लेकिन हमारे यहां विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, परिणीति चोपड़ा, हुमा कुरैशी, सनी लियोनी ने साइज जीरो न होते हुए भी दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है.

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