भारतीय सौंदर्य की प्रतीक बन गई सरगम कौशल के इस जज्बे को आज देश सलाम कर रहा है कि कभी देश के लिए ‘मिस यूनिवर्स’ का खिताब जीतने वाली सुष्मिता सेन को देख कर विश्व सुंदरी बनने का सपना जिस युवती ने देखा था वह आखिरकार एक कदम आगे बढ़ सकार हो गया. धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर की सरजमीं पर पैदा हुई बेटी सरगम कौशल ने जम्मू के एक स्कूल में अंग्रेजी साहित्य की शिक्षिका के तौर पर अध्यापन करते हुए ‘मिसेज वर्ल्ड’ का खिताब अपने नाम कर लिया. दरअसल 21 साल पहले यह खिताब माडल – अभिनेत्री अदिति गोवित्रिकर के सिर पर सजकर भारत आया था. तब सरगम कौशल मात्र 11 वर्ष की थीं. उसी दरमियान सरगम ने मन ही मन संकल्प ले लिया था कि 1 दिन वह भी इस ताज को पहनेंगी और देश का नाम दुनिया में रोशन करेगी. यह भी सच हो गया है कि सरगम कौशल के मिसेज यूनिवर्स बनने से देश के साथ-साथ जम्मू कश्मीर का सौंदर्य भी आज दुनिया के सामने है .

सरगम कौशल के मुताबिक वह जब बहुत छोटी थीं, तब उनके पिता उनसे सुष्मिता सेन जैसा बनने के लिए प्रेरित किया करते थे. यही नहीं सरगम कौशल के पापा ने उसे सुष्मिता सेन का एक आकर्षक चित्र लाकर भी दिया था, जिसमें वह ब्रह्मांड सुंदरी का ताज पहने नजर आ रही थीं. यहीं से सरगम कौशल के मन में यह भावना जागृत हो गई थी एक न एक दिन वह इस मुकाम तक अवश्य पहुंचेगी और जब वह अपने मुकाम पर पहुंची तो उसे खुद विश्वास नहीं हो रहा था कि ऐसा हो गया है उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए.

उल्लेखनीय है कि सरगम कौशल के पति भारतीय नौसेना में अफसर है और नाम है आदित्य मनोहर शर्मा. सरगम कौशल ऐतिहासिक सफलता पर उन्होंने कहा यह एक ख्वाब का हकीकत में बदलना है. वही सरगम कौशल के मुताबिक एक नौसैनिक की पत्नी होने के नाते इस बार देश का गौरव बढ़ाने की अपने हिस्से की जिम्मेदारी उन्होंने खुद निभाई. इस पूरे सफर में मेरे पति पूरी मजबूती से मेरे साथ खड़े रहे.
सरगम कौशल बताती है विश्व स्तरीय प्रतियोगिता से पहले वे कभी भी देश से बाहर नहीं गई थीं. ‘मिसेज इंडिया’ का खिताब जीतने के बाद जब वह ‘मिसेज वर्ल्ड’ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका रवाना हुई तो उन्होंने पहली बार देश से बाहर कदम रखा.

सरगम के मुताबिक, प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए जाना मेरी पहली विदेश यात्रा थी और वह भी अकेले, लेकिन मैं पूरे भारत की महिलाओं को अपने दिल में अपने साथ ले गई थी. मेरी यह सफलता देश की नारी शक्ति के सौंदर्य की सफलता है.महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि सरगम कौशल ने प्रतियोगिता के दौरान जो परंपरागत पोशाकें पहनी वे कश्मीर की उन ग्रामीण महिलाओं ने बनाई थीं, जिनके पति हिंसा की भेंट चढ़ गए थे, 17 सितंबर 1990 को जम्मू में जन्मी सरगम कौशल के पापा श्री जी एस कौशल बैंक आफ इंडिया में मुख्य प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं सरगम की मां मीना कौशल है, और उनका भाई मंथन कौशल उनसे सात बरस छोटा है. जीवन साथी आदित्य मनोहर शर्मा से उनकी मुलाकात 2015 में हुई और 2018 में उन्होंने वैवाहिक जीवन का आरंभ किया .

सरगम कौशल ने जम्मू के प्रजेंटेशन कांवेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद वुमेंस कालेज से स्नातक स्तर की पढ़ाई की और फिर जम्मू विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की. उन्होंने जम्मू के सरकारी बीएड कालेज से बीएड किया और के सी इंटरनेशनल स्कूल में अंग्रेजी साहित्य की शिक्षिका के तौर पर अपना करियर शुरू किया. यही नहीं उन्होंने एक माडल के तौर पर ग्लैमर जगत में भी कदम रखा.और सफल रहीं.

पांच फीट आठ इंच लंबी सरगम ने वर्ष2022 जून में ‘मिसेज इंडिया वर्ल्ड’ का खिताब जीता और उसी के आधार पर उन्होंने अमेरिका में ‘मिसेज वर्ल्ड’ प्रतियोगिता में शिरकत की. सरगम का दुनिया की 63 सुंदरियों को हराकर ‘मिसेज वर्ल्ड’ का खिताब जीतना एक बार फिर यह बताता है कि कोई अगरचे मन और दिल से किसी मुकाम को पाने की ख्वाहिश कर प्रयास करे तो पूरी कायनात उसे वह चीज दिलाने में मदद करती है और एक न एक दिन सफलता उसके कदम भी चुमती है.

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