कहावत है कि अगर शुरुआत अच्छी हो तो आधा काम शुरू होने से पहले ही पूरा हो जाता है. भले ही एक अच्छे करियर में प्रवेश के लिए आप के पास सारी योग्यताएं हों, लेकिन स्वयं को किस तरह प्रस्तुत किया जाए. इस बात की समझ आपमें बहुत ही उम्दा स्तर पर होनी चाहिए. अगर इस बात का ज्ञान आपको नहीं है तो पक्का जानें कि आपकी सारी योग्यताएं धरी की धरी रह जाएंगी. कहना प्रासंगिक होगा कि ऐसे हालात में आपके असफल होने की संभावना का बहुत ज्यादा होगी. कहने को तो सभी बायोडाटा बना सकते हैं, लेकिन यदि इसे सही तरह से तैयार किया जाए तो आपके चयन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. अच्छी तरह बनाए गए बायोडाटा को हम‘फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन’ वाली कहावत की हकीकत कह सकते हैं. तो अपना बायोडाटा बनाते सामने कई बातो का ध्यान रखे और जहां तक हो सके अपने बायोडाटा को तैयार करते समय हर शब्दों पर बारीकी से ध्यान दे . आपका कोशिश यही रहे कि आपके बायोडाटा में कोई लाईन गलत ना हो .
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बायोडाटा, सीवी या रिज्युमे को नौकरी की तलाश करते युवाओं के लिए आईना का काम करता है, कई जानकर इसे किसी के व्यक्तित्व और करियर का आईना भी कहते है. करियर में जाने की पहली सीढ़ी है बायोडाटा. बायोडाटा यानी ऐसा संक्षिप्त विवरण, जो नियोक्ता के सामने आपकी योग्यता, विशेषता, उपलब्धियां, ज्ञान तथा अनुभव को एक साथ कुछ इस अंदाज में पेश करता है, जिससे नियोक्ता आपके व्यक्तित्व का सहज ही अनुमान लगा लेता है. बायोडाटा के माध्यम से अपने आप को अधिक से अधिक या यूं कहें कि सबसे योग्य दिखाने के लिए कोई कसर नहीं छोडना चाहते हैं. जहां एक ओर प्रतिभाशाली लोगों को एक अच्छी नौकरी की उम्मीद होती है, वहीं उपक्रम भी चाहते हैं कि उन्हें कुशल और योग्य कर्मचारी मिले. शायद इसलिए ही इन दिनों अधिकांश नियोक्ता केवल आवेदन-पत्र आमंत्रित करती हैं, ताकि साक्षात्कार के लिए उनका सामना केवल योग्य उम्मीदवारों से हो और उन योग्य में से कुछ योग्यतम को अवसर दिया जाए.
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