सवाल

मैं 58 वर्षीय महिला हूं. मुझे बारबार यूटीआई हो जाता है. कई बार उपचार कराया, लेकिन यह समस्या स्थाई रूप से दूर नहीं होती. बहुत परेशान हूं. क्या करूं?

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जवाब

मेनोपौज के बाद महिलाओं को अकसर इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ब्लैडर में यूरिन रुक जाता है, अच्छी तरह से पास नहीं होता. इसलिए संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. कई महिलाओं में मेनोपौज के बाद यूरिन पास करने का रास्ता ड्राई हो जाता है. हारमोन थेरैपी से इस समस्या का उपचार किया जाता है. कई बार औपरेशन के द्वारा यूरिन पास करने का रास्ता चौड़ा किया जाता है. मेनोपौज के बाद यूटीआई के संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है, क्योंकि ऐस्ट्रोजन हारमोन के कम होने से वैजाइना, यूरेथ्रा और ब्लैडर के निचले हिस्से के ऊतक बहुत पतले और आसानी से टूटने वाले हो जाते हैं.

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महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन

यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन या यूटीआई (यह ट्रैक्ट शरीर से मुख्यरूप से किडनी, यूरेटर ब्लैडर और यूरेथरा से मूत्र निकालता है) एक प्रकार का विषाणुजनित संक्रमण है. यह ब्लैडर में होने वाला सब से सामान्य प्रकार का संक्रमण है लेकिन कई बार मरीजों को किडनी में गंभीर प्रकार का संक्रमण भी हो सकता है जिसे पाइलोनफ्रिटिस कहते हैं.

यौनरूप से सक्रिय महिलाओं में यह अधिक होता है क्योंकि यूरेथरा सिर्फ 4 सैंटीमीटर लंबा होता है और जीवाणु के पास ब्लैडर के बाहर से ले कर भीतर तक घूमने के लिए इतनी ही जगह होती है. डायबिटीज होने से मरीजों में यूटीआई होने का खतरा दोगुना तक बढ़ जाता है.

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