सवाल
मैं 28 वर्षीय विवाहिता हूं. विवाह को 9 वर्ष हो चुके हैं. मेरा दांपत्य जीवन पूरी तरह से खुशहाल है. बस एक ही परेशानी है, वह यह कि मेरे पति खूब खुला खर्च करते हैं. कतई बचत नहीं करते. कई बार उन्हें समझा चुकी हूं कि हमें अपने और अपने बच्चों के लिए कुछ न कुछ सेविंग करनी चाहिए पर उन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती. आज हमारी अच्छी आय है. पर भविष्य में जब बच्चे बड़े होंगे, उन की जरूरतें बढ़ेंगी तब उन्हें कहां से पूरा करेंगे.
यही सब सोच कर मैं ने मायके में एक गुप्त अकाउंट खुलवा लिया, जिस में हर महीने थोड़ाथोड़ा जमा करती आ रही हूं. इस तरह मैं ने अब तक 9 लाख जमा कर लिए हैं. संतोष है कि दोनों बच्चों के लिए मैं कुछ जमा कर रही हूं. पर साथ ही दिनरात यह चिंता भी सताती रहती है कि पति से छिपा कर बचत कर कहीं मैं गलती तो नहीं कर रही. यदि पति को पता चल गया तो उन्हें कितना बुरा लगेगा.
मेरे पति बहुत ही सीधे और नेकदिल इंसान हैं. मुझ पर पूरा भरोसा रखते हैं. वे मुझ से कोई भी बात नहीं छिपाते. ऐसे में उन से अपनी यह बात छिपा कर कहीं मैं उन से विश्वासघात तो नहीं कर रही? कृपया मुझे इस अपराधबोध से छुटकारा दिलाएं?
जवाब
आप की सोच बिलकुल वाजिब है कि आदमनी चाहे जितनी भी हो व्यक्ति को भविष्य के लिए थोड़ीबहुत बचत अवश्य करनी चाहिए. बच्चों के लिए और कई बार स्वयं के लिए भी कई खर्च आ जाते हैं, जिन के लिए व्यक्ति ने पहले से नहीं सोचा होता. ऐसी जरूरतों को पूरा करने के लिए समय पर की गई बचत काफी मददगार साबित होती है. संभवतया अभी आप के पति इस सचाई को नहीं समझ पा रहे, इसलिए वे आप की सलाह पर गौर नहीं कर रहे पर समय के साथ मैच्योर होने पर और जीवन के अनुभवों से वे जरूर समझ जाएंगे.