Family Problem : पापा 90 साल के हो चुके हैं. मम्मी 85 साल की हो गई हैं. हम 2 बहने हैं. मम्मीपापा का हम ही ध्यान रखते हैं. हम चौथी मंजिल पर रहते हैं. उसी सोसाइटी में मेरे मामाजी रहते थे जिन की डैथ हो गई है. वे अकेले थे, इसलिए मकान खाली है और वह मकान हमारा ही है. मैं चाहती हूं हम सब मामाजी के मकान में शिफ्ट हो जाएं क्योंकि वह ग्राउंडफ्लोर पर है. लेकिन पापा जिद पर अड़े हैं कि नहीं मैं अपना घर छोड़ कर नहीं जाना चाहता. हमें उन्हें ऊपर सीढ़ियों से उतारना मुश्किल होता है. बड़ी दिक्कत है, क्या करें?

जवाब : पापा से खुल कर बात करें, उन की भावनाओं को समझें उन से पूछें कि वे नीचे शिफ्ट होने से क्यों डर रहे हैं या क्यों मना कर रहे हैं. शायद कोई खास वजह हो, जैसे अकेलापन या बदलाव का डर. उन्हें समझाएं कि नीचे शिफ्ट होने से उन की देखभाल और डाक्टर के पास जाना आसान हो जाएगा, जो उन के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है.

85 साल की उम्र में सीढि़यां चढ़नाउतरना न केवल मुश्किल है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है. आप कह सकते हैं कि आप उन की लंबी उम्र और उन के आराम के लिए यह बदलाव चाहते हैं. अगर संभव हो तो एक बार डाक्टर से बात कर के उन की राय लें और पिताजी को बताएं कि डाक्टर ने भी नीचे रहने की सलाह दी है. कई बार बुजुर्ग लोग बाहरी सलाह को ज्यादा गंभीरता से लेते हैं.

उन के पसंदीदा सामान, जैसे कुरसी, बिस्तर या तसवीरें वहां ले जाएं. इस से उन्हें लगेगा कि वे पूरी तरह अपना घर नहीं छोड़ रहे, बल्कि कुछ पुराना उन के साथ है. घर को साफसुथरा और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित बनाएं, जैसे कि रैंप या हैंडल लगवाएं.

अगर पिताजी नहीं मान रहे तो क्या आप कुछ समय के लिए नीचे रहने की कोशिश कर सकते हैं, जैसे, कुछ हफ्तों के लिए वहां रहें और देखें कि क्या यह सब के लिए बेहतर है. इस से उन्हें भी बदलाव का अनुभव होगा. जबरदस्ती से बचें, लेकिन दृढ़ रहें. जबरदस्ती करने से पिताजी को भावनात्मक रूप से ठेस पहुंच सकती है और वे और जिद्दी हो सकते हैं.

आप कह सकते हैं कि आप उन के लिए सब से अच्छा चाहते हैं और नीचे रहना सभी के लिए आसान होगा. अगर वे फिर भी न मानें तो धीरेधीरे सामान शिफ्ट करने की शुरुआत करें और उन्हें इस की आदत डालें.

अगर शिफ्ट करना अभी संभव न हो तो क्या आप घर में कोई बदलाव कर सकते हैं, जैसे, किसी नर्स/हैल्पर की मदद लेना, जो आप के पिताजी और मां की देखभाल में सहायता करे.

मेरा सुझाव है कि सब से पहले पिताजी से बारबार और प्यार से बात करें. उन्हें यह भरोसा दिलाएं कि नीचे शिफ्ट होने से उन का सम्मान या घर से लगाव कम नहीं होगा. अगर कुछ हफ्तों तक बात करने से भी वे न मानें तो परिवार की भलाई के लिए धीरेधीरे शिफ्टिंग शुरू करें. यह कठिन निर्णय है, लेकिन आप की मां, आप, आप की बहन की सुविधा भी उतनी ही जरूरी है. याद रखें, आप की परिस्थिति को देखते हुए यह भी जरूरी है कि आप और आप की बहन खुद का खयाल रखें.

अपनी समस्‍याओं को इस नंबर पर 8588843415 लिख कर भेजें, हम उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे.

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