हिंदुस्तान के दिल मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक मची हुई है. इससे पहले भी एकबार ऐसी उठापटक मची थी लेकिन तब कमलनाथ सरकार ने किसी तरह अपने विधायकों को बागी होने से ने केवल बचाया था बल्कि दावा किया था कि बीजेपी के भी कई विधायक उनके संपर्क में हैं. लेकिन अब स्थिति वैसी नहीं है जैसी पहले थी. यानि कि यहां से एमपी की राजनीति करवट बदल सकती है.

खरीद-फरोख्त के बीच कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफा दे दिया है, डंग ने अपना इस्तीफा विधानसभाध्यक्ष को भेजा है. वैसे तो डंग का आरोप है कि वह मंदसौर जिले के सुवासरा से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं, मगर उनकी बात कोई मंत्री और अधिकारी नहीं सुन रहा है. इससे परेशान होकर वह इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन मौजूदा दौर की राजनीति पर नजर पसारें तो ये उनके तर्क पर यकीन नहीं होता.

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मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए खरीद-फरोख्त के जाल में फंसने की चर्चाओं के बीच सामने आए विधायकों के जवाबों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, साथ ही सत्ता पक्ष के कई नेताओं को संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है.

राज्य की सियासत में बीते तीन दिनों से कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए 10 विधायकों को बंधक बनाए जाने की खबरों ने हलचल मचाई हुई है. सीधे तौर पर भाजपा पर आरोप लगे कि उसने कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों को 25 से 35 करोड़ रुपये में खरीदने का ऑफर दिए गए हैं.

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