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शाहरूख और रोहित का मनमुटाव क्या क्या कराएगा

बौलीवुड में दो बातें कटु सत्य है. पहली बात यह है कि बौलीवुड में कोई किसी का स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता. दूसरी बात यह कि जब दो लोगों के बीच दुश्मनी हो जाती है, तो दोनों एक दूसरे को नेस्तानाबूत करने के लिए सारे हथकंडे अपानते हैं. यह दोनों बातें इन दिनों रोहित शेट्टी और शाहरूख  खान के रिश्तों पर भी एकदम सटीक बैठती है. नौ दिसंबर 2015 को रिलीज हुई असफल फिल्म ‘‘दिलवाले’’ के बाद दोनों के रिश्ते न सिर्फ गड़बड़ हुए, बल्कि दोनों का करियर वहीं का वहीं ठहरा हुआ है.

एक वक्त वह था जब रोहित शेट्टी  व अजय देवगन की दोस्ती की चर्चा थी. रोहित शेट्टी, अजय देवगन के साथ फिल्में बनाते हुए सफलता की उंचाइयां चढ़ रहे थे. यह देखकर शाहरूख  खान ने रोहित शेट्टी  को अपने पाले में खींचा. रोहित शेट्टी  ने भी एक स्टार कलाकार के साथ जुड़ने के मोह में अजय देवगन को नजरंदाज करते हुए शाहरूख  खान के साथ फिल्म ‘‘चेन्नई एक्सप्रेस’’ बनायी. इस फिल्म के हिट होते ही रोहित शेट्टी  ने अजय देवगन के साथ ‘गोलमाल’ शुरू करने की बजाय शाहरूख  खान के साथ भागीदारी कर ‘दिलवाले’ बना डाली.

रोहित शेट्टी के अति नजदीकी सूत्रों पर यकीन किया जाए, तो ‘‘चेन्नई एक्सप्रेस’’ को मिली सफलता के बाद रोहित ने मन बना लिया था कि वह अब सिर्फ शाहरूख  खान के ही साथ फिल्में बनाएंगे. मगर ‘‘दिलवाले’’ ने बाक्स आफिस पर पानी नहीं मांगा. फिर क्या था, शाहरूख  खान और रोहित शेट्टी  के दरमियान तलवारें खिंच गयी. ‘‘दिलवाले’’की असफलता के लिए दोनों ने एक दूसरे को दोषी ठहराना शुरू कर दिया. उसके बाद शाहरूख  खान ने रोहित शेट्टी  के साथ बनने वाली तीसरी फिल्म को ठंडे बस्ते में हमेशा के लिए डाल दिया.

बौलीवुड के अति विश्वसनीय सूत्रों की माने तो ‘दिलवाले’ के बाद रोहित व शाहरूख  दोनों ने न सिर्फ एक दूसरे के साथ भविष्य में काम न करने की कसमें खायी हैं, बल्कि एक दूसरे के करियर में कील गाड़ते रहने का भी निर्णय किया है. कुछ सूत्रों का दावा है कि यह दोनों अब अलग अलग माहौल में एक दूसरे के खिलाफ आग उगलते रहते हैं.इसके परिणाम स्वरूप ही दोनों का करियर ठहर गया है. दोनों अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं. बहुत हाथ पांव मार रहे हैं. पर सब बेकार जा रहा है. शाहरूख  खान किसी अन्य निर्देशक के साथ नई फिल्म शुरू नहीं कर पा रहे हैं, जबकि शाहरूख  खान कैंप आए दिन खबरें उड़ाता रहता है कि शाहरूख  खान अब फलां फलां निर्देशक की फिल्म करने जा रहे हैं.

मजेदार बात यह है कि ‘दिलवाले’ के रिलीज से पहले ही आनंद एल राय व इम्तियाज अली ने शाहरूख  खान के साथ फिल्म शुरू करने की बात की थी, पर यह फिल्में कब शुरू होंगी, किसी को नहीं पता. इतना ही नही ‘दिलवाले’ के रिलीज से पहले ही शाहरूख  खान ने ‘रईस’ और ‘डिअर जिंदगी’ फिल्मों की शूटिंग पूरी कर दी थी. पर इन फिल्मों के रिलीज का मसला लटका हुआ है. शाहरूख  खान अपनी फिल्म ‘रईस’ को अच्छे ढंग से रिलीज करवाने के लिए सारे जोड़तोड़ कर रहे हैं, पर मामला बनता नजर नही आ रहा है. किसी की समझ में नहीं आ रहा है कि कौन शाहरूख खान का मामला बिगाड़ रहा है.

उधर कमोबेश यही हालत रोहित शेट्टी  की भी है. शाहरूख  खान के लिए अजय देवगन से दूरी बनाने वाले रोहित शेट्टी  ने एक बार फिर अजय देवगन की शरणागति स्वीकार कर ली है. रोहित शेट्टी  ने अपनी फीस कम करने का भी ऐलान किया है. उन्होंने अक्षय कुमार के साथ भी संबंध जोड़ने के लिए प्रयास किया, दोनों के बीच कुछ सहमति बनी थी, पर फिर अक्षय कुमार ने भी रोहित शेट्टी  से दूरी बना ली.

करण जोहर ने रोहित शेट्टी  के साथ फिल्म करने की घोषणा की थी, पर अब वह हमेशा के लिए इसे बंद कर चुके हैं. करण जोहर के इस तरह पैर पीछे खींचने को बौलीवुड में शाहरूख  खान के साथ करण जोहर के रिश्तों को माना जा रहा है. अब रोहित शेट्टी  का दावा है कि वह अजय देवगन के साथ ‘गोलमाल 4’ शुरू करेंगे, पर इस फिल्म के लिए हीरोईन का मसला ही हल होता नजर नहीं आ रहा है.

तो दूसरी तरफ अजय देवगन अपनी फिल्म ‘‘शिवाय’’ में व्यस्त हैं. कुछ सूत्र दावा कर रहे हैं कि ‘शिवाय’ के बाद अजय देवगन मिलन लूथरिया के साथ फिल्म ‘‘बादशाहो’’ कर सकते हैं, जो कि पिछले तीन साल से शुरू नहीं हो पा रही है. यदि ऐसा हुआ तो कम से कम अगले एक वर्ष तक ‘गोलमाल 4’ के शुरू होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आती.

बहरहाल, हमारी नजर इस बात पर बनी हुई है कि शाहरूख  खान और रोहित शेट्टी  के बीच का यह ‘नया रिश्ता’ एक दूसरे के करियर में क्या क्या गुल खिलाता है.

घर का भेदी लंका ढाए

पाकिस्तान के स्पिनर यासिर शाह के हाथों बुरी तरह मात खाने के बाद अब इंग्लैंड टीम ने मैनचेस्टर में दूसरे टेस्ट मैच में वापसी के लिए कमर कस ली है. लॉर्ड्स टेस्ट में हार से खौफजदा इंग्लैंड टीम ने इस समय पाकिस्तान के सबसे बड़े हथियार बन चुके यासिर शाह से पार पाने के लिए पाक के ही पूर्व दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक का सहारा लिया है और अपनी स्पिन जोड़ी को धारदार बनाने का प्रयास किया है.

गौरतलब है कि जहां यासिर ने 10 विकेट लिए थे, वहीं इंग्लैंड के स्पिनर मोइन अली केवल 2 विकेट ही ले पाए थे.

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर सकलैन को इंग्लैंड की टीम को अभ्यास कराते देखा गया. सकलैन इंग्लैंड के दो स्पिन गेंदबाज मोइन अली और आदिल राशिद को स्पिन के गुर सिखा रहे थे. ट्रेनिंग के दौरान सकलैन स्पिन गेंदबाजों का वीडियो बनाते रहे और उन्हें इस कला की बारीकियां सिखाते रहे.

अपने जमाने में सकलैन पाकिस्तान के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज रहे हैं. उन्होंने 49 टेस्ट मैचों में 29.83 के औसत से 208 विकेट लिए हैं. वनडे फॉर्मेट में वह ज्यादा असरदार थे, जहां उन्होंने 169 मैच में 288 विकेट चटकाए थे.

2014 तक इंग्लैंड की टीम में पाकिस्तान के ही पूर्व स्पिन गेंदबाज मुश्ताक अहमद स्पिन के कोच थे, लेकिन पिछले दो साल से वह इस भूमिका में नहीं है. अब सकलैन को उम्मीद है कि अगर इंग्लैंड के साथ इस सीरीज में नतीजे अच्छे आए, तो उनके साथ इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड एक बड़ा करार कर सकता है.

धोनी ने शुरू की नई पारी

महेंद्र सिंह धोनी अब जीवन की एक नई पारी खेलने जा रहे हैं. उन्होंने क्रिकेट कोच बनने कि दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं.

उन्हें क्रेग मैकडरमॉट इंटरनेशनल क्रिकेट एकेडमी का ब्रांड दूत बनाया गया है. यह ऑस्ट्रेलिया की अत्याधुनिक निजी क्रिकेट और शैक्षणिक खेल एकेडमी है, जिसमें युवाओं की प्रतिभा को निखारा जाता है.

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मैकडरमॉट की यह एकेडमी खेल विज्ञान और प्रबंधन में चार साल की स्नातक उपाधि दे रही है, जिसमें क्रिकेट पर खास फोकस है. भारत के टी-20 और वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को यह आइडिया पसंद आ गया है और उन्होंने ऑफर स्वीकार कर लिया है.

टीम इंडिया को आईसीसी के सभी तीन प्रमुख खिताब दिलाने वाले धोनी ने कहा, 'गेम को वापस कुछ देने का यह मेरे पास एक सुनहरा अवसर और उपयुक्त प्लेटफॉर्म है.'

धोनी ने कहा कि वह इसका हिस्सा बनकर काफी खुश हैं, क्योंकि इससे उन्हें भारत और ऑस्ट्रेलिया के युवा क्रिकेटरों से मिलकर उन्हें सलाह देने का मौका मिलेगा.

उन्होंने आगे कहा, ‘‘सबसे खास बात यह है कि एकेडमी खेलों में रुचि लेने वाले बच्चों में पढ़ाई और खेलों के बीच सही संतुलन स्थापित करते हुए उनके खिलाड़ी बनने में मदद करेगी. अभी तक होता यह था कि ऐसे बच्चे जो पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अच्छे हैं, उन्हें दोनों में से कोई एक विकल्प चुनना पड़ता था.’’

मैकडरमॉट ने कहा कि उन्होंने हाल ही में भारतीय उपमहाद्वीप में आने का फैसला किया था.  इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने कहा, 'हमें एक ऐसे चेहरे की जरूरत थी, जो दुनिया के इस हिस्से में हमारे ब्रांड को पहचान दिला सके और धोनी इसके लिए एकदम सही व्यक्ति हैं.'

पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, "एमएस की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है और वह हमारे विजन से सहमत हैं. यही वह चीज थी जिसने हमें उनसे जुड़ने को प्रेरित किया.'

गौरतलब है कि इस बीच धोनी स्पोर्ट्स फाउंडेशन को लेकर भी योजनाएं बनाई जा रही हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इससे युवा प्रतिभाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अच्छी सुविधाएं मिल सकेंगी. यह करार सीएमआईसीए और रिती स्पोर्ट्स के बीच हुआ है, जिसके तहत धोनी सिक्योर्ड वेंचर केपिटल का वैश्विक चेहरा होंगे.

लॉन्च हुआ पहला लिक्विड-कूल्ड लैपटॉप

ताइवानी कंपनी असूस ने भारत में दुनिया का पहला लिक्विड-कूल्ड लैपटॉप लॉन्च किया है. कंपनी ने इस गेमिंग लैपटॉप को आईएफए 2015 के दौरान प्रदर्शित किया था. Asus ROG GX700 लैपटॉप की कीमत 4,12,990 रुपये है.

यह लैपटॉप केवल मांग के आधार पर उपलब्ध होगा. इसके साथ-साथ असूस ने 1,27,990 रुपये की कीमत पर ROG Strix GL502 लैपटॉप भी लॉन्च किया है.

यह लैपटॉप एक सूटकेस‌ के साथ मिलता है. यह लैपटॉप एक डीटैचेबल ROG एक्सक्लूसिव हाइड्रो ओवरलॉकिंग सिस्टम कूलिंग मॉड्यूल के साथ आता है जिसमें 92 एमएम के डुअल रेडिएटर हैं. कंपनी का कहना है कि ये 500 वाट से ज्यादा हीट को कम कर सकते हैं.

आरओजी जीएक्स700 छठवीं जेनरेशन इंटेल 'स्काईलेक' कोर आई7-6820एचके प्रोसेसर के साथ है जो फोर-कोर ऐट-थरेड 2.7 गीगाहर्ट्ज पर है. इसमें 16 जीबी डीडीआर4 रैम मौजूद है जिसे 64 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है. कंपनी ने एक अलग एनवीडिया जीफोर्स जीटीएक्स 980 जीपीयू दिया है जो 8 जीबी जीडीडीआर5 वीरैम के साथ है. इसकी स्टोरेज 512जीबी एसएसडी है.

इसमें एनवीडिया जी-सिंक टेक्नोलॉजी के साथ 17 इंच 4के यूएचडी (3840×2160 पिक्सल) डिस्‍प्ले है. कंपनी के मुताबिक, हाइड्रो ओवरलॉकिंग सिस्टम ना केवल कूलिंग की सुविधा देता है बल्कि सुपीरियर ओवरलॉकिंग भी करता है. सीपीयू 40 प्रतिशत तक ओवरलॉक हो सकता है और डीडीआर4 मेमोरी को 43 प्रतिशत तक ओवरलॉक्ड किया जा सकता है.

ROG स्ट्रिक्स जीएल502 की बात करें तो यह कॉम्पैक्ट गेमिंग लैपटॉप 15.6 इंच 4के यूएचडी डिस्प्ले के साथ है. इसमें इंटेल कोर आई7-6800एचक्यू प्रोसेसर है और ग्राफिक्स के लिए एनवीडिया जीफोर्स जीटीएक्स97एम जीपीयू है.

विकिलीक्स ने ट्विटर को दी धमकी

दुनिया को हिला देने वाले खुलासे करने के लिए चर्चित विकिलीक्स ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को अपनी माइक्रो-ब्लॉगिंग सर्विस शुरू करने की धमकी दी है. ट्विटर ने हाल ही में कंजर्वेटिव न्यूज साइट ब्रीटबार्ट के टेक एडिटर माइलो यिएनॉपोलस को स्थायी तौर पर बैन कर दिया था. विकिलीक्स ने इस कदम को 'साइबर सामंतवाद' करार देते हुए ट्विटर से कहा कि अगर यह सब ऐसे ही जारी रहा तो हम अपनी सर्विस शुरू कर देंगे.

शिकायतें मिलने के बाद और यिएनॉपोलस के ट्विटर अकाउंट को कई बार सस्पेंड किया गया था, मगर इस बारे उन्हें हमेशा के लिए बैन कर दिया गया. दरअसल उन्होंने गोस्टबस्टर स्टार लेस्ली जोन्स को ऑनलाइन ट्रॉल किया था. इस पर जोन्स ने आहत होकर ट्विटर को छोड़ने की बात कही थी.

एक बयान में ट्विटर ने कहा, 'लोगों को ट्विटर पर विभिन्न विचार रखने चाहिए, मगर किसी को भी टारगेट करना या परेशान करना सही नहीं और हमारे नियम इसके खिलाफ हैं.' द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक विकिलीक्स के ट्विटर अकाउंट ने इस बैन को साइबर फ्यूडलिजम करार दिया.

विकिलीक्स और ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी के बीच ऑनलाइन हुई बातचीत में विकिलीक्स ने पोस्ट किया है, 'अगर यह सब जारी रहा तो हम प्रतिद्वंद्वी सर्विस शुरू कर देंगे, क्योंकि विकिलीक्स और इसके समर्थक सामंतवादी जस्टिस की वजह से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.'

डॉर्सी ने विकिलीक्स को जवाब दिया, 'हम लोगों को विचार रखने से बैन नहीं करते. किसी को टारगेट करके परेशान करना और लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित करना अलाउड नहीं है.'

मगर विकिलीक्स ने इस बैन की तुलना तुर्की में हाल ही में बड़े पैमाने पर हुई गिरफ्तारियों से की. वहीं यिएनॉपोलस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ट्विटर मुस्लिम आतंकियों और ब्लैक लाइव्स मैटर के चरमपंथियों को तो जगह देता है, मगर कंजर्वेटिव्स को नहीं.

इन स्मार्टफोन्स पर बंद होने वाला है Skype

पॉपुलर वीडियो कॉलिंग सर्विस स्काइप कुछ स्मार्टफोन्स के लिए अपनी सर्विस बंद करने जा रही है. कंपनी ने अपने P2P से क्लाउड में ट्रांजिशन लगभग पूरा होने वाला है. इसलिए कंपनी अक्टूबर 2016 तक पुराने एंड्रॉयड और विंडोज फोन से अपना सपोर्ट हटा रही है.

किन स्मार्टफोन्स पर बंद होगा स्काइप…

स्काइप 6.2 या उससे ऊपर के वर्जन को इस्तेमाल करने के लिए एंड्रॉयड 4.0.3 (किटकैट) या उससे ज्यादा ऑपरेटिंग सिस्टम की जरूरत पड़ेगी. एंड्रॉयड किटकैट से पहले के ऑपरेटिंग सिस्टम पर स्काइप काम नहीं करेगा. इसी तरह ऐसे यूजर्स जो विंडोज 8 या उससे कम वाला वर्जन यूज कर रहे हैं वे स्काइप नहीं चला पाएंगे.

स्काइप चीफ गुरुदीप पाल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि ट्रांजिशन का ये काम काफी समय से चल रहा है और अभी भी पूरा नहीं हो सका है. इस दौरान यूजर्स को मैसेजेस सिंक नहीं होने और डिलेड नोटिफिकेशन जैसे कई इशूज सामने आए जिसे सॉल्व किया गया.

पाल ने आगे लिखा कि एंड्ऱॉइड 4.0.3 और विंडोज 8 से कम ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन्स पर सपोर्ट बंद करने का डिसिजन हमारे लिए आसान नहीं था लेकिन स्काइप की स्मूद वर्किंग के लिए ऐसा करना पड़ा. डेस्कटॉप यूजर्स के लिए विंडोज 7, 8, XP और विस्टा पर स्काइप सपोर्ट पहले जैसा ही रहेगा. इसके अलावा Mac, iOS 8 और एंड्रॉयड 4.0.3 से ऊपर के ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स स्काइप का इस्तेमाल कर पाएंगे.

पोस्ट में आगे कहा गया है कि अब कंपनी उन डिवाइसेस पर फोकस करेगी जिनके यूजर्स ज्यादा हैं. ऐसे में हम स्काइप में नए फीचर्स जोड़ने और बेटर कॉल क्वालिटी के लिए काम कर सकेंगे. विंडोज 10 के लिए हाल ही में रिलीज हुए फास्ट UWP ऐप और iPhone, iPad, एंड्रॉयड के लिए स्काइप पर कंपनी का फोकस रहेगा.

ऐसी कमाई जिन पर नहीं देना पड़ता टैक्स

आयकर अधिनियम 1961 के सेक्शन 10 में 50 क्लॉज हैं, जिसमें कुल 108 तरह की आय बताई गईं हैं जो कर योग्य नहीं होती हैं. सामान्य करदाता इन जटिल धाराओं को पढ़ने और इनके कार्यान्वयन में सक्षम नहीं होते हैं.  कुछ ऐसे आय भी हैं जिन पर कोई भी कर नहीं लगता यानि आय पूरी तरह से करमुक्त होते हैं.

फाइनेन्शियल एनालिस्ट अंकित गुप्ता के मुताबिक आम करदाता का सरोकार निश्चित तौर पर सभी 108 तरह की करमुक्त आय से नहीं होता है. लेकिन कुछ आय ऐसी होती हैं जिन पर आम करदाता अपना टैक्स बचा सकता है.

करमुक्त आय के प्रावधानों में हर साल बजट के दौरान फाइनेंस बिल के माध्यम से परिवर्तन होता रहता है. हर साल कुछ नई आय इसमें जोड़ दी जाती हैं और कुछ को हटा दिया जाता है. वर्ष 2016 में करदाता के लिए कुल 108 की आय ऐसी हैं जो करमुक्त आय के अंतर्गत आती हैं.

निम्न तरह की आय पर नहीं लगता कोई इंकम टैक्स

लाभांश से होने वाली आय पर

किसी भी कंपनी की ओर से शेयर धारकों को दिए जाने वाले लाभांश पर किसी तरह का आयकर नहीं लगता है. कंपनी पहले ही डिविडेंड डिस्ट्रीब्युशन टैक्स के रूप में इसका भुगतान कर देती है. ऐसे में करदाता को किसी भी तरह के लाभांश या टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड पर मिलने वाले रिटर्न पर कोई टैक्स नहीं लगता है.

PF और PPF पर मिलने वाले ब्याज पर

पीपीएफ में निवेश की गई राशि पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है. साथ ही इस पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता है. इसी तरह मैच्योरिटी पर भी किसी तरह का कोई टैक्स करदाता को नहीं देना होता है. इस तरह पीएफ और पीपीएफ पर निवेश EEE यानि एक्जेम्प्ट, एक्जेम्प्ट, एक्जेम्प्ट श्रेणी में आता है.

कृषि से होने वाली आय पर

कृषि से होने वाली 5000 रुपए सालाना तक की आय करमुक्त होती है. नौकरीपेशा करदाता यदि अपनी आय का ब्यौरा देते समय अगर अन्य आय के स्रोत में कृषि से होने वाली आय दर्ज करता है तो 5000 रुपए तक की आय करमुक्त मानी जाएगी.

LIC में निवेश की गई राशि

 PF और PPF की तरह ही LIC में भी निवेश की गई राशि EEE कैटेगरी में आती है. ऐसे में करदाता को LIC की मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर कोई टैक्स नहीं देना होता है.

साझेदारी फर्म से होने वाली आय पर

अगर करदाता किसी साझेदारी फर्म में साझेदार है तो फर्म से मिलने वाली आय पर उसे किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होता है. कंपनी साझेदार की ओर से पहले ही तमाम तरह के कर दायित्व की पूर्ति करती है.

इसके अतिरिक्त नौकरीपेशा करादाताओं की सैलरी में एचआरए (HRA), ट्रांस्पोर्ट एलाउंस जैसे तमाम हेड करमुक्त होते हैं. नियोक्ता कर्मचारी की ओर से कर दायित्व का ध्यान रखते हुए टीडीएस काट लेता है.

उपरोक्त आय के अतिरिक्त भी तमाम ऐसी आय होती हैं जिन पर टैक्स नहीं लगता है. इंकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 10 में इन सभी का जिक्र है.

महज दो रुपये में 10 लाख का बीमा कराएगा रेलवे

ट्रेनों में सफर करने वाले पैसेंजरों को जल्द ही मामूली दर पर इंश्योरेंस की सुविधा मिलने जा रही है. रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी ने इंश्योरेंस की सुविधा के लिए तीन प्राइवेट कंपनियों से हाथ मिला लिया है. इन तीनों का ही टेंडर के जरिए चयन किया गया है. ये कंपनियां दो रुपये प्रति ट्रिप के आधार पर पैसेंजर को दस लाख का इंश्योरेंस कवर देंगी. इसमें पांच हजार रुपये के लगेज का इंश्योरेंस भी शामिल है. इसके अलावा अगर यात्रा के दौरान दुर्घटना में कोई पैसेंजर स्थायी तौर पर विकलांग होता है तो उस हालत में उसे साढ़े सात लाख रुपये का कवर मिलेगा.

उम्मीद है कि अगले एक महीने में इस योजना का श्रीगणेश किया जाएगा. यह जानकारी देते हुए आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक एके मनोचा ने बताया कि जल्द ही इस सुविधा का उदघाटन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल यह सुविधा ऑनलाइन रिजर्व टिकट लेने वाले पैसेंजरों को ही उपलब्ध होगी. इसके लिए पैसेंजर को टिकट बुक कराते वक्त इंश्योरेंस के कॉलम में अपनी सहमति देनी होगी. इसके बाद उस पैसेंजर की टिकट की राशि में ही इंश्योरेंस की राशि भी जोड़ दी जाएगी.

इस तरह से पैसेंजर इंश्योरेंस कवर का हिस्सेदार हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर यह प्रयोग कामयाब रहता है तो उसके बाद यह सुविधा काउंटर से टिकट रिजर्व कराने वाले पैसेंजरों को भी दी जाएगी और फिर तीसरे चरण में अनरिजर्व टिकट लेने वाले पैसेंजरों को भी देने का विचार है. उनका कहना है कि चूंकि रेलवे पैसेंजरों का वॉल्यूम बहुत ज्यादा है इसलिए इंश्योरेंस कंपनियां भी बेहद कम दर पर इंश्योरेंस कवर देने के लिए तैयार हैं.

आईआरसीटीसी प्रमुख का कहना है कि उम्मीद की जानी चाहिए कि जब अनरिजर्व पैसेंजरों को इंश्योरेंस कवर दिया जाएगा तो उनका प्रीमियम और भी कम होगा, क्योंकि उनकी यात्रा बहुत कम देर की होती है. उनका कहना है कि इंश्योरेंस कंपनियों को भी इस स्कीम से फायदा होगा क्योंकि रोजाना लगभग ढाई करोड़ यात्री रेल में सफर करते हैं. फिलहाल अगर रिजर्व कैटेगरी के पैसेंजरों को मानें तो यह आंकड़ा दस लाख के आसपास होगा.

भगवाई परचम

भारतीय जनता पार्टी के नेता महिलाओं को क्या समझते हैं, यह जानना कठिन नहीं है. हमारे सारे धर्मग्रंथ औरत को पापों की गठरी मानते हैं और भगवा धर्म यह आदेश देता है कि उस को मानने वाले इस धारणा को मानें ही नहीं लागू भी करें. इसीलिए जब भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि वहां के प्रसिद्ध जाधवपुर विश्वविद्यालय की युवतियों का स्तर निम्न है, उन्हें शर्म नहीं है, वे हर समय युवकों का साथ पाने के लिए उतावली रहती हैं, तो कुछ नया नहीं कहा. भारतीय जनता पार्टी न केवल राज करना चाहती है, बल्कि पौराणिक युग की वापसी भी चाहती है, जिस में, ‘शूद्र, ढोल, चमार और नारी ये सब ताड़न के अधिकारी’ का सिद्धांत चलता हो.

जाधवपुर विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय भगवाइयों को खटक रहे हैं, क्योंकि यहां ऐसी पौध पनपती है जो उदार है, समझदार है और पोंगापंथी का खुला विरोध करती है. यहां चूंकि अमीरगरीब का भेद कम है, जाति और वर्ण के भेद केवल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों तक सीमित रहते हैं. ऊंची जातियों या उन के अंधभक्तों को समझ नहीं आता कि आखिर कैसे जाति के बंधनों से दूर हो कर साथसाथ रहा जा सकता है.

इन विश्वविद्यालयों में जो विवाद खड़े हो रहे हैं, वे नीतियों पर कम जाति व्यवस्था के कारण ज्यादा हैं. ऊंची जातियों के युवकयुवतियों को समझ नहीं आता कि पिछड़ी व दलित जातियों के बीच ये आपसी समझौते कैसे हो रहे हैं कि वे धर्म की लकीर पीटने की जगह नए उन्मुक्त धर्मविहीन समाज और शासन की मांग कर रहे हैं. इन विश्वविद्यालयों में राजनीति की जड़ में जाति के प्रति विद्रोह है, क्योंकि विद्रोही उन जातियों के हैं जिन्हें आज भी ऊंची जातियां स्लमों में धकेल रही हैं. उन के साथ होस्टल, ढाबे शेयर करने पड़ें, यह ऊंची जातियों के छात्रों को स्वीकार नहीं होता. यह इन खास विश्वविद्यालयों में ही नहीं हो रहा है, बल्कि यह उन सब विश्वविद्यालयों में हो रहा है जहां सरकारी सहायता के कारण फीस न के बराबर है और भारी छात्रवृत्ति मिल रही है. हजारों पिछड़ी व दलित जातियों के छात्र इतने अच्छे नंबर ले आते हैं कि वे गरीब या अमीर ऊंची जातियों के युवाओं को पीछे धकेल सकें.

ऊंची जातियों के छात्र फिर से उन मुफ्त विश्वविद्यालयों पर कब्जा चाहते हैं और उन्हें गुरुकुलों में परिवर्तित करना चाहते हैं जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जाए और इसी के लिए यह सारा खेल रचा जा रहा है.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ही नहीं, हर राज्य का शिक्षा मंत्री इस पुनीत कार्य में लीन है. जाधवपुर विश्वविद्यालय तो इस का एक उदाहरण मात्र है.

कोहली ने लगाई ‘विराट’ रिकॉर्ड्स की झड़ियां

भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर अपना दम दिखाया है. वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन शानदार शतक जड़ने के बाद विराट ने अब दूसरे दिन तेज अंदाज में खेलते हुए अपने टेस्ट कॅरियर का पहला दोहरा शतक पूरा किया.

बहुत हुए शतक, ये लो 200

विराट ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कॅरियर में कई बड़े शतक जड़े हैं लेकिन ये उनके क्रिकेट कॅरियर में पहली बार हुआ है जब वो 200 के आंकड़े को छूने में सफल रहे.

विराट ने 281 गेंदों पर कॅरियर का पहला दोहरा शतक जड़कर इतिहास रचा. इस दौरान विराट ने 24 चौके जड़े. इसके बाद वो 283 गेंदें खेलकर 200 के आंकड़े पर गैब्रियाल की गेंद पर बोल्ड हो गए.

आपको बता दें कि सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं बल्कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट को मिलाकर भी ये उनकी पहली डबल सेंचुरी है. इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी क्रिकेट स्कोर 197 रन था.

ऐसा करने वाले पहले कप्तान बने

विराट कोहली पहले ऐसे भारतीय टेस्ट कप्तान बन गए हैं जिन्होंने विदेशी धरती पर टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा है. विराट से पहले किसी भी भारतीय टेस्ट कप्तान ने विदेशी सरजमीं पर टेस्ट मैच में दोहरा शतक नहीं लगाया था.

अपने सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड को भी तोड़ा

यही नहीं, इसके बाद विराट ने 169 का आंकड़ा भी पार कर लिया है. गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट में विराट का सर्वाधिक स्कोर दिसंबर 2014 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था. विराट ने उस मैच में 169 रनों की पारी खेली थी और आज वो उससे भी आगे निकल गए हैं.

3000 भी पूरे किए थे

पहले दिन विराट कोहली ने शानदार अंदाज में पहले शिखर धवन के साथ पारी को संभाला और बेहतरीन साझेदारी को अंजाम दिया जबकि धवन के आउट हो जाने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं खोया और वेस्टइंडीज की जमीन पर अपना पहला शतक जड़ा था.

वहीं, पहले दिन आते ही भारतीय कप्तान ने एक और कीर्तिमान हासिल कर लिया था. विराट ने अपनी पारी की सातवीं गेंद पर चौका जड़कर टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पूरे कर लिए. ये विराट के कॅरियर का 42वां टेस्ट मैच है.

कुछ खास रिकॉर्ड

विदेश में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान

अपने टेस्ट कॅरियर का पहला दोहरा शतक लगाया

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी पहली बार जमाया दोहरा सैकड़ा

वेस्टइंडीज में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे विदेशी कप्तान

51 साल बाद वेस्टइंडीज में दोहरा शतक जड़ने वाले विदेशी कप्तान

भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया. भारतीय पारी के दौरान इस मैच में एक ऐसा वाकया देखने के मिला जो विश्व क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले सिर्फ एक ही बार हुआ है.

आखिर क्या हुआ ऐसा

पहली पारी में भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान भारत की तरफ से दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें विकेट के लिए 50 से ज्यादा रन की साझेदारी हुई.

इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा सिर्फ एक ही बार हुआ है. वर्ष 2008 में भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो में खेले गए टेस्ट मैच में ऐसा वाकया देखने को मिला था.

पहली पारी में ऐसी रही भारतीय बल्लेबाजों की साझेदारी

दूसरे विकेट के लिए पुजारा और धवन के बीच 60 रन की साझेदारी हुई. तीसरे विकेट के लिए धवन और कोहली के बीच 105 रन की साझेदारी हुई. चौथे विकेट के लिए रहाणे और कोहली के बीच 57 रन की साझेदारी हुई.

पांचवें विकेट के लिए कोहली और अश्विन के बीच 168 रन की साझेदारी हुई. छठे विकेट के लिए साहा और अश्विन के बीच 71 रन की साझेदारी हुई. सातवें विकेट के लिए अश्विन और अमित मिश्रा के बीच 51 रन की साझेदारी हुई.

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