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जानें अभी भी कैसे पाएं फ्री Windows 10 अपडेट

पिछले सप्ताह ही माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 को अपडेट करने की अंतिम तारीख थी, इसके यूजर को इसका फ्री अपडेट नहीं मिलेगा. इस बीच कंपनी ने अपने कई यूजर्स जो अबतक अपडेट नहीं तकर पाएं हैं उन्हें बड़ी राहत दी है.

माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 7 और विंडोज 8.1 यूजर्स के लिए ‘फ्री अपग्रेड ऑफर एक्सटेंशन’ का ऐलान किया है. सामान्य लोगों के लिए ये अपडेट बंद हो जाने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने एक्सटेंशन के साथ एक लूपहोल शुरु किया है जिसकी मदद से आपको फ्री में विंडोज 10 का अपडेट मिल सकेगा.

इस अपडेट के लिए यूजर को माइक्रोसॉफ्ट की hidden away accessibility site से EXE फाइल डाउनलोड करना होगा. इसके बाद विंडोज 10 अपडेट होना शुरु हो जाएगा. माइक्रोसॉफ्ट की ओर से अब तक ये नहीं बताया गया है कि ये एक्टेंशन का समय कब खत्म होगा. कंपनी ने बताया कि जब भी ये अपडेट एक्सटेंशन बंद किया जाएगा इसका हम औपचारिक ऐलान करेंगे.

खबर है कि माइक्रोसॉफ्ट अपनी एनीवर्सरी के मौके पर फ्री विंडोज 10 अपडेट दे रही है. जिसमें कोर्टाना का भी अपडेटेड वर्जन मिलेगा.

ओला और ऊबर को टक्कर देगा ‘उटू’

ओला और ऊबर के दखल वाले ऐप बेस्ड कैब मार्केट में लगता है कि कॉम्पिटिशन नए दौर में दाखिल होने जा रहा है. एयरसेल के फाउंडर सी. शिवशंकरन ने अपने नए वेंचर को कामयाब बनाने के लिए ड्राइवरों को घर देने की पेशकश की है. सी. शिवशंकरन के इस वेंचर के साथ अरबपति बिजनसमैन अजय पीरामल भी जुड़ रहे हैं.

ऐप बेस्ड कैब मार्केट में ड्राइवरों को इंसेटिव देने के मामले में ओला और ऊबर पहले ही सुर्खियां बटोर रहे थे लेकिन हाई परफॉर्मेंस वाले ड्राइवरों को घर देने की पेशकश से कैब मार्केट में आने वाले नए तूफान का अंदाजा लगाया जा सकता है. कैब ड्राइवरों को कैश इंसेटिव की जगह घर देने की बात को अब तक का सबसे आकर्षक ऑफर माना जा रहा है.

सी. शिवशंकरन कहते हैं, 'मैं चाहता हूं कि मेरे ड्राइवर अमीर हों. यह कुछ ऐसा है जिसे आप अमीर होने का पैमाना कह सकते हैं और उटू ने ड्राइवरों के लिए यही पेशकश की है.'

कैब मार्केट में 'उटू' ने दो महीने पहले ही दस्तक दी है और अभी इसने बाजार में अपनी सर्विस ठीक से लॉन्च भी नहीं की है. कंपनी का पहला टारगेट चेन्नई है. चेन्नई में 'उटू' को पहले से सेटल ओला और तेजी से बढ़ रहे ऊबर से मुकाबला करना है. इस सिलसिले में 'उटू' चेन्नई के बाहरी इलाकों में भी बाजार तलाश रही है. 'उटू' की गाड़ियों के बोनट पर कंपनी का लोगो देखा जा सकता है और उसके ड्राइवर वर्दी पहनते हैं. शहर की सड़कों पर 'उटू' की गाड़ियां दिखने लगी हैं.

कंपनी ने वादा किया है कि वह बिना एयरबैग सुरक्षा वाली एक भी कार सड़क पर नहीं उतारेगी. इसके अलावा वह ऐसे प्राइस मॉडल पर भी काम कर रही है जो सर्ज प्राइसिंग को खारिज करता हो. 

अब ईडन गार्डन में लॉर्ड्स सा नजारा

क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले इंग्लैंड के लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान की तर्ज पर ऐतिहासिक मैदानों में शुमार भारत के ईडन गार्डन क्रिकेट स्टेडियम में भी घंटी लगाई जाएगी. बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात की घोषणा की है.

लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर गेंदबाजों की गैलरी के बाहर एक घंटी लटकी है, जिसे मैच की शुरुआत के समय बजाया जाता है. उस घंटी को बजाने के लिए आमंत्रण मिलना काफी सम्मान की बात मानी जाती है और गांगुली को 2014 में यह सौभाग्य हासिल हुआ था.

भारत के सफलतम कप्तानों में शुमार गांगुली ने संवाददाता सम्मेलन में बताया, "हां, हम इस तरह की घंटी ईडन में लगाने जा रहे हैं. हर सुबह यह दोनों टीमों के किसी खिलाड़ी या किसी पूर्व खिलाड़ी द्वारा बजाई जाएगी। यह घंटी आयात की जाएगी और सितंबर में यहां लगाई जाएगी."

स्टेडियम में फैन जोन भी बनाया जाएगा, जहां बच्चे खेल सकें और अपने परिवार के साथ वक्त बिता सकें. इसकी शुरुआत सितंबर में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले टेस्ट मैच से होगी.

बिना इंटरनेट किसी की भी ट्वीट करें रीट्वीट

आजकल ट्विटर सोशल मिडिया पर अपनी राय रखने का सबसे अच्छा माध्यम बना हुआ है. पर अपडेटेड और एक्टिव रहने के लिए आपको ऑनलाइन रहना भी जरुरी है. पर अगर आप अपने किसी दोस्त अथवा खास हस्ती के सभी ट्वीट को ऑनलाइन हुए बिना भी रीट्वीट कर पाएं तो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है. जी हां अब एक ऐसा तरीका निकाला गया है जिससे आप ट्विटर के लिए आए राउंडटीम टूल के जरिए बिना ऑनलाइन हुए भी किसी भी अकाउंट के सभी ट्वीट को ऑटो रीट्वीट कर सकते है.

यूजर को किन ट्वीट को रीट्वीट करना है यह फैसला यूजर पर निर्भर करता है. अगर आप बिना ऑनलाइन आए ही अमिताभ बच्चन या किसी और हस्ती के अकाउंट से होने वाली ट्वीट को रीट्वीट करना चाहते हैं तो यह यह टूल इसे संभव बना देता है.

इस टूल का सबसे बड़ा फायदा है कि इंटरनेट न होने पर भी यूजर अपने अकाउंट से रीट्वीट कर सकता है. लेकिन इसमें एक परेशानी ये हो सकती है यदि आपने किसी ऐसे अकाउंट के ट्वीट रीट्वीट करने के लिए सेट किए हैं जो नकारात्मक ट्वीट अधिक करता है तो आपके अकाउंट से भी वे ट्वीट रीट्वीट हो जाएंगे. हालांकि राउंडटीम पर इससे बचने का उपाय भी दिया गया है.

राउंडटीम को ऐसे करें इस्तेमाल

इसका यूज करने के लिए राउंडटीम डॉट सीओ पर जाएं. इस वेबसइट पर दाएं ओर ट्विटर के साथ अकाउंट को रजिस्टर करने का विकल्प दिया गया है. यहां क्लिक करने के बाद एक नया पेज ओपन होगा जहां यूजर को अपना ट्विटर अकाउंट लॉग-इन करना होता है.

अकाउंट लॉग-इन करने के बाद एक नया पेज ओपन जहां फॉलोवर और लिस्ट समेत 5 विकल्प दिए जाते हैं. यदि आप किसी व्यक्ति के ट्वीट रीटवीट करना चाहते हैं तो फॉलोड के विकल्प पर प्लस के निशान के आगे क्लिक करें. यहां उस व्यक्ति का ट्विटर हैंडल सबमिट करें.

यदि आप किसी हैशटैग में आने वाले ट्वीट को रीट्वीट करना चाहते हैं तो इस विकल्प में हैशटैग भी सबमिट कर सकते हैं. यहां हर घंटे किसी खास कीवर्ड या ट्विटर अकाउंट के कितने ट्वीट रीट्वीट करना चाहते हैं, यह भी तय किया जा सकता है.

इसके लिए वहां क्लिक करें जहां रीट्वीट करने के लिए किसी यूजर का हैंडल या हैशटैग शामिल किया गया है. इसे क्लिक करते ही एक नया बॉक्स ओपन होगा. इस बॉक्स में आप यह भी तय कर सकते हैं कि उस हैशटैग या ट्विटर अकाउंट के कितने ट्वीट एक घंटे में रीट्वीट करने है.

शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं

ट्रैफिक रूल्स के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाने से जुड़े नए मोटर बिल को कैबिनेट ने बुधवार को पास कर दिया. इसके लागू होने के बाद शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर 10,000 रुपये तक का जुर्माना लगेगा. इसमें हिट एंड रन मामलों में दो लाख रुपये के हर्जाने का भी प्रावधान है. बिल में सड़क दुर्घटना में मृत्यु के मामले में 10 लाख रुपये तक के मुआवजे का प्रस्ताव है.

रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मंत्री, नितिन गडकरी ने बताया, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की मीटिंग में मोटर व्हीकल (अमेंडमेंट) बिल, 2016 को अनुमति दी गई. यह हमारी सड़कों को सुरक्षित बनाने और लाखों निर्दोष जानें बचाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है.’ उन्होंने कहा कि बिल के प्रपोजल्स 18 राज्यों के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर्स की सिफारिशों पर आधारित हैं.

बिल में ओवर-स्पीडिंग के लिए 1,000-4,000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है. बिल के अनुसार, बिना इंश्योरेंस के ड्राइविंग करने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और/या तीन महीने की कैद की सजा हो सकती है. हेलमेट के बिना ड्राइविंग करने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और तीन महीने तक लाइसेंस को निलंबित करने का प्रावधान है. बिल में सड़क पर माइनर के कोई नियम तोड़ने पर उनके पैरेंट्स या व्हीकल मालिक को दोषी मानने और व्हीकल का रजिस्ट्रेशन कैंसल करने का प्रावधान भी शामिल है. इसके अलावा कैबिनेट ने देश में अभी तक की स्पेक्ट्रम की सबसे बड़ी बिक्री का रास्ता भी तय कर दिया. कैबिनेट ने आगामी नीलामी में स्पेक्ट्रम खरीदने पर तीन पर्सेंट का एनुअल यूसेज चार्ज लगाने की अनुमति दे दी है. 

नरसिंह को मिली रियो जाने की मंजूरी

नरसिंह यादव रियो जाएंगे या नहीं इस पर से सस्पेंस खत्म हो गया है. भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण सिंह ने इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि भारतीय कुश्ती संघ ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) को दोबारा लिखा था कि प्रवीण राणा की जगह नरसिंह यादव रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और UWW ने  इसकी मंजूरी दे दी है.

नरसिंह यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले और उनका शुक्रिया अदा किया. ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार से ट्रायल की जंग जीतने और डोपिंग के कलंक से खुद को मुक्त कराने की लंबी लड़ाई के बाद नरसिंह का उत्साह लौटता नजर आ रहा है.

UWW की मंजूरी के साथ-साथ भारतीय ओलंपिक संघ को भी अपनी रजामंदी देनी थी. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ के नियमों के अनुसार टीम में बदलाव का अधिकार देश की ओलंपिक समिति को होता है. नरसिंह के लिए राहत की बात है. रियो ओलंपिक में भारत के शेफ दी मिशन (chef de mission) राकेश गुप्ता ने कहा है कि इस संबंध में काम शुरू हो चुका है.

25 जून और 5 जुलाई को नाडा (NADA) ने नरसिंह यादव पर दो डोप टेस्ट किए. 23 जुलाई को यह खबर सार्वजनिक हो गई कि दोनों टेस्ट में नरसिंह यादव पॉजीटिव पाए गए हैं. रियो में पदक के दावेदार माने जाने वाले पहलवान नरसिंह यादव के लिए मानो दुनिया खत्म हो गई. नरसिंह यादव संभले तो उन्हें अहसास हुआ कि वे एक बड़े षड्यंत्र के शिकार हुए हैं.

नरसिंह पर आरोप लगा उन्होंने मेटानडेनोन (METHANDIENONE) का सेवन किया है. लेकिन इस षड्यंत्र में खामी थी. दरअसल मेटानडेनोन (METHANDIENONE) एक एनाबॉलिक स्ट्रायड है जो मसल्स बनाने में काम आता है.

जबकि रियो के पहले नरसिंह को करीब 8 किलो वजन कम करना था. नरसिंह के वकील यही दलील देते रहे कि नरसिंह वजन बढ़ाने वाला ड्रग्स क्यों लेगा. उनके खाना में किसी ने जानबूझ कर यह मिलाया था. नाडा में दो दिनों तक सुनवाई के बाद एक बार फिर फैसला नरसिंह के पक्ष में आया.

VIDEO: ‘बहन की गाली देना बंद करो भैया, यही होगा मेरा राखी गिफ्ट’

राखी का त्योहार आ गया है. आप सभी लोग अपनी बहनों के साथ इस त्योहार को मनाते हैं. इस मौके पर आप अपनी बहनों को उनका मनपसंद तोहफा देना चाह रहे होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस बार आपकी बहन आपसे क्या तोहफा चाहती है.

नहीं न! तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आपकी बहन इस बार आपसे क्या तोहफा चाहती है. वीडियो में देखें एक बहन अपने भाई से क्या मांग रही है और हमें उम्मीद है कि आप अपनी बहन को ये तोहफा जरूर देंगे.

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें

This Rakhi, gift this to your sister, she really deserves it

आखिर गालियां क्यों देते हैं लोग

तेरी बहन की…कार पीछे कर,’’ गली के एक कोने से आवाज आई, तो दूसरी तरफ से सुनाई पड़ा, ‘‘तेरी मां की… तू पीछे कर अपनी कार.’’ हुआ यह था कि एक कार की पार्किंग के लिए अपने को बुद्धिजीवी कहने वाले 2 व्यक्ति एकदूसरे को जी भर कर मां-बहन की गालियां दे रहे थे. क्या अपने को मर्द कहने वाले ये लोग अपने दम पर एक कार तक पार्क नहीं कर सकते थे?

आजकल हम अकसर घरों, बाजारों और ऑफिसों में इस तरह की भाषा का प्रयोग होते देखते हैं. मजे की बात तो यह है कि इस तरह की भाषा का प्रयोग लड़कों के साथसाथ लड़कियां भी करती मिल जाती हैं. यह एक ऐसी मानसिकता है, जो दर्शाती है कि आज के इस आधुनिक युग में लड़कियां अपने को लड़कों के बराबर दर्शाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. उस के लिए चाहे अभद्र भाषा का प्रयोग ही क्यों न करना पड़े. 

किसी औरत का बलात्कार हो जाता है, तो उस के साथ थोड़ीबहुत सहानुभूति देखी जाती है. उस के इंसाफ की भी आवाज उठाई जाती है. पर हर घर, हर गली, हर नुक्कड़ पर रोज न जाने कितनी बार एक औरत के कपड़े उतारे जाते हैं. न जाने दिन में कितनी बार उस के गुप्तांगों की चर्चा की जाती है. न जाने कितने मर्द बिना डर के सरेआम अपनी जबान से निकाली गालियों द्वारा औरतों का बलात्कार करते हैं. पर उन्हें रोका नहीं जाता, उन्हें सजा नहीं दी जाती.

औरत ही निशाना क्यों

बस में एक कालेज जाने वाली लड़की ने 2-3 बार एक लड़के को ठीक से खड़ा होने को कहा. पर जब वह लड़का नहीं माना तो उस लड़की ने आसपास खड़े लोगों से कहा. तब कुछ लोग उस लड़के पर टूट पड़े. किसी ने कहा, ‘‘साले तेरी बहन की… क्या तेरे घर में मांबहन नहीं हैं?’’

तो किसी ने कहा, ‘‘कुत्ती की औलाद लड़की छेड़ता है,’’ यानी हर तरफ से गलियां की बौछार होने लगी और उस लड़के को बस से उतार दिया गया. अब जरा सोचिए, उस लड़के ने एक लड़की को छेड़ा और उस के बाद उस लड़की की मदद करने वाले उस बस के हर मर्द ने औरतों को जलील किया. पर ऐसा करने पर उन लोगों का किसी ने विरोध नहीं किया. क्यों किसी को जलील करने के लिए महिलाओं को जलील किया जाता है? क्यों उन के निजी अंगों को इस प्रकार गालियों के जरिए बोल-बोल कर सरेआम खोल कर रख दिया जाता है?

गालियां तोड़तीं औरतों का मनोबल

समाज का एक बड़ा वर्ग औरतों को समान अधिकार देने के दावे करता है पर उसी समाज में औरतों का मनोबल तोड़ने के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है. ऑफिस में अगर किसी महिला कर्मचारी को तरक्की मिले तो पुरुष कर्मचारी कहते हैं, ‘‘देखा…कुत्ती औरत होने का फायदा उठा रही है. बौस के साथ सोई होगी वरना इतनी जल्दी तरक्की कैसे मिल जाती?’’

इस के अलावा यदि कोई औरत आधुनिक कपड़ों में औफिस जाती है या रात को देर से घर आती है, तो समाज के लोग कहते हैं, ‘‘चालू है रात भर मजे मारती है’’ और इस के विपरीत अगर कोई मर्द औफिस से देर से आता है, तो कहते हैं, ‘‘बेचारा कितनी मेहनत करता है.’’ 

बिना बात के भी दी जाती हैं गालियां

निधि का पति उस के और अपने बच्चों के साथ टीवी पर क्रिकेट का मैच देख रहा था. अचानक भारतीय खिलाड़ी ने कैच छोड़ दिया तो वह जोरजोर से चिल्लाने लगा, ‘‘इस की मां की… साले बहन… ने कैच छोड़ दिया.’’ उस के पास बैठी उस की 5 साल की बेटी ने निधि की ओर देखा और कहा कि मम्मी, पापा गंदी बात क्यों कर रहे हैं? 

कई लोगों को बातबात पर मां और बहन की गाली देना का जैसे शौक होता है. हर वाक्य के बाद उन के मुंह से गाली निकलती है. उन को यह तक खयाल नहीं रहता कि उन के आसपास उन की मांबहनें और बच्चे भी हैं. इस तरह के वाक्यों और गलियों का असर हमारे आने वाले कल यानी हमारे बच्चों पर पड़ता है.

बच्चे भी बन रहे ऐसे

एक पार्क में 12 से 15 साल के कुछ बच्चों के बीच किसी बात को ले कर झगड़ा हो गया. देश का भविष्य कहे जाने वाले इन बच्चों की जबान से मां-बहन की गालियां इस तरह निकल रही थीं जैसे यह इन सब के लिए रोज की सामान्य भाषा हो. एक बच्चे के वाक्य ने तो मुझे अंदर तक हिला दिया. उस ने कहा, ‘‘ज्यादा बोलेगा तो तेरी बहन की… में मिर्च डाल दूंगा.’’ इस वाक्य को सुनने के बाद मुझे 16 दिसंबर का दामिनी केस याद आ गया, जिसमें कुछ हैवानों ने उस लड़की के निजी अंगों को छलनी कर दिया था. शायद उन लोगों की मानसिकता बचपन से ही औरत के निजी अंगों के साथ इस तरह की हैवानियत करने की रही होगी और आज पार्क में गालियां देते ये बच्चे भी कुछ हद तक उसी राह पर थे. दरअसल, वे इतनी छोटी उम्र में ही जान चुके हैं कि अगर किसी को नीचा दिखाना हो, तो उस के घर की महिलाओं पर आक्रमण करो. उस की मां या बहन को गाली दो. बदला लेने के लिए महिलाओं पर हमले की भावना आगे जा कर समाज के लिए घातक है, यह बात हमें समझनी चाहिए.

जीएसटी बिल पारित, डेवेलेपर्स में ख़ुशी

पिछले सत्र में रियल एस्टेट बिल के पारित होने के बाद उम्मीद थी कि इस सत्र में जीएसटी बिल पर सदन सकारात्मक कदम उठाएगी. बुधवार को राज्यसभा में जीएसटी बिल पारित हो ही गया. इससे देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह बदल जाएगी. हालांकि अभी लोकसभा से पारित होकर बिल राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए जाएगा पर वह राह अब आसान नज़र आ रही है. जीएसटी के पारित होने से रियल एस्टेट सेक्टर पर कैसा असर पड़ेगा, जानिए क्या कहना है डेवलपर्स का-

1. अशोक गुप्ता, सीएमडी, अजनरा इंडिया लिमिटेड

पुरे देश में एकल कर प्रणाली हो जाएगी जिससे न केवल कीमते समान रहेगी बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी जो निष्पक्ष व्यापर में सहायक होगी. जीएसटी लागू होने से रियल्टी सेक्टर को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.

2. कुशाग्र अंसल, निदेशक, अंसल हाउसिंग

आज कल कुछ डेवलपर अलग-अलग राज्यों में प्रोजेक्ट का निर्माण करते है जिससे विभिन्न वैट होने से कीमतों में अंतर आता है | अब जीएसटी के आ जाने से सरल कर प्रणाली होगी जिससे टियर 1 व 2 शहरों में भी सस्ते दाम पर अच्छा निर्माण हो सकेगा.

3. दीपक कपूर, अध्यक्ष, क्रेडाई-पश्चिम उ.प्र. व निदेशक गुलशन होम्ज़

जीएसटी के लागू होने से रियल्टी सेक्टर में आसान कर प्राणाली आ जाएगी, निर्माण लागत कम हो जाएगी और पारदर्शिता बढ़ेगी. वर्तमान हालत को देखें तो कीमतों में 15% से 20% तक की कमी आने की उम्मीद है जिससे आने वाले 5-7 सालों में रियल्टी सेक्टर ही नहीं पूरे भारतीय बाज़ार पर बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.

4. विकास भसीन, एमडी, साया ग्रुप

गौरतलब है कि निर्माणाधीन संपत्ति खरीदने पर ग्राहक को सेवा कर व वैट दोनों भरना पड़ता है पर जीएसटी के आ जाने से डेवलपर को नॉन क्रेडिबल टैक्स जैसे एंट्री टैक्स, सीएसटी, कस्टम ड्यूटी आदि कम भरने पड़ेंगे जिससे कीमत सीधे तौर पर कम हो जाएगी.

5. मनोज गौड़, अध्यक्ष, क्रेडाई एनसीआर व एमडी, गौड़संस इंडिया लिमिटेड

सरकार द्वारा एक ऐसा सराहनीय जीएसटी बिल पारित किया गया है जो निश्चित तौर पर रियल्टी सेक्टर व उसके खरीदारों के लिए लाभदायक साबित होगा. कर की सरल प्रणाली सेक्टर में पारदर्शिता और कीमतों में कटौती लाने में सहायक होगी जो डेवलपरों व ग्राहकों दोनों के लिए अच्छा होगा.

मैं एक लड़की से बहुत प्यार करता हूं, मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि उसे आई लव यू कैसे कहूं.

सवाल

मैं 12वीं कक्षा का छात्र हूं और एक लड़की से बहुत प्यार करता हूं, वह मेरे पड़ोस में ही रहती है. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि उसे आई लव यू कैसे कहूं? मेरी सहायता करें?

जवाब

वाह भई, आप ने तो पड़ोसिन पर ही नजर गढ़ा ली. खैर, वैसे तो अभी आप को नयनमटक्का की सलाह नहीं दी जा सकती, क्योंकि यह उम्र आप की कैरियर बनाने की है. पर अब आप ने पड़ोसिन पर नजर गढ़ा ही ली है तो आप को बता दें कि उस से अकसर आप की बातचीत भी होती ही होगी और उस के घर आनाजाना भी होता होगा. आप उस के मम्मीपापा से हायहैलो भी करते होंगे. ऐसे में प्रेम की बात आप की परेशानी बढ़ा सकती है. फिर भी मिलते रहिए, बातचीत में हंसतेहंसाते, आपसी लेनदेन बढ़ाते हुए नजदीकियां बढ़ाइए और उचित समय आने पर आई लव यू भी कह डालिए. हां, यह जरूर जान लीजिएगा कि उधर भी प्रेम की आग है या नहीं. कहीं वह आप को सिर्फ एक पड़ोसी के तौर पर जानती हो, तो पेरैंट्स में मनमुटाव पैदा करने वाली बात भी बन सकती है.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

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