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5% से 28% के बीच होगा जीएसटी रेट

जीएसटी काउंसिल ने चार स्तरीय कर ढ़ाचे को जीएसटी के अंतर्गत मंजूरी दे दी है. इससे यह स्पष्ट है कि जीएसटी के अंतर्गत अब चार स्तर पर टैक्सेशन होगा. जो 5%, 12%, 18% और 28% तय की गई है. गौरतलब है कि इससे पहले हुई काउंसिल की बैठक में जीएसटी की दरों पर आम राय नहीं बन पाई थी.

काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कुछ वस्तुएं टैक्स की सीमा से बाहर होंगी. कर मुक्त वस्तुओं में 50% उपभोक्ता महंगाई दर तय करने वाली बास्केट से जुड़ी होंगी. वित्त मंत्री ने यह भी साफ किया कि जीएसटी के अंतर्गत दो स्टैण्डर्ड टैक्स रेट होंगी, जो 12% और 18% की दर से लगेंगी.

वित्त मंत्री ने कहा कि बड़ी जनसंख्या के द्वारा उपभोग की जाने वाली वस्तुओं पर 5% की दर से ब्याज लगेगा. साथ ही 28% की उच्चतम दर से सरकार को जो अतिरिक्त रेवेन्यु प्राप्त होगा उसका इस्तेमाल सरकार 5% की दर वाली स्लैब में भरपाई के लिए करेगी.

जीएसटी पैनल ने तंबाकू उत्पाद और लक्जरी आइटम्स पर जीएसटी के साथ साथ सेस लगाने को भी मंजूरी दी है. जीएसटी के अंतर्गत पान मसाला, महंगी कार और तंबाखू से बने उत्पादों पर 28% से ज्यादा टैक्स लगेगा.

जीएसटी से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को पहले साल में 50000 करोड़ रुपए का एक फंड बनाने की जरूरत होगी. वित्त मंत्री ने कहा कि सेस से होने वाली कमाई का इस्तेमाल सरकार इसी फंड में करेगी. साथ ही सेस की समीक्षा सालाना आधार पर की जाएगी.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मौजूदा टैक्स ढ़ाचे के अंतर्गत व्हाइट गुड्स (वाशिंग मशीन, टीवी आदि) पर 30 से 31% की दर से टैक्स लगता है. लेकिन जीएसटी की नई दरों के बाद ये वस्तुएं कुछ शर्तों के साथ 28% की टैक्स स्लैब में आ जाएंगी.

अब रिलायंस जियो देगा फ्री कॉलर ट्यून

क्या आपको अपने फोन में कॉलर ट्यून लगाने का शौक है लेकिन मंथली चार्ज काफी ज्यादा लगता है? तो आपकी इस परेशानी का हल हमारे पास है. जहां दूसरी टेलिकॉम कंपनियां कॉलर ट्यून के लिए सर्विस और सॉन्ग दोनों का चार्ज अलग से वसूलती हैं वहीं, फ्री इंटरनेट, कॉल और एसएमएस के बाद रिलायंस जिओ यूजर्स को कॉलर ट्यून भी फ्री में दे रही है.

ऐसे में अगर आपके पास जिओ सिम है तो आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर फ्री में कॉलर ट्यून एक्टिवेट कर सकते हैं.

कैसे करें फ्री में कॉलर ट्यून एक्टिवेट?

इसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन में Jio4GVoice एप इंस्टॉल करनी होगी.

इसके बाद एप को ओपन करें और फोनबुक, मैसेज कॉलिंग के ऑप्शन पर जाएं. इनमें से आपको मैसेज पर टैप करना है.

फिर जेटी टाइप कर 56789 पर भेज दें. ये मैसेज आपको जिओ सिम से ही भेजना है.

आपके पास एक मैसेज आएगा जिसमें बॉलीवुड, रीजनल और इंटरनेशनल कैटेगरी दी गई होंगी.

यही नहीं, आप मूवी, सिंगर और एल्बम में से भी सेलेक्ट कर सकते हैं.

फिर आपके पास गानों से संबंधित मैसेज आएगा. जो गाना आपको पसंद है उसे भेज दें.

इसके बाद एक कंफर्मेशन मैसेज आएगा. यहां पर 1 टाइप कर भेज दें.

अब आपके पास कॉलर ट्यून एक्टिवेट होने का मैसेज आ जाएगा. इस मैसेज के आने के 30 मिनट के अन्दर आपको वाय लिखकर सेंड करना होगा.

बस फिर इसके बाद 30 दिन के लिए फ्री कॉलर ट्यून का मैसेज आपके पास आ आएगा.

इसके अलावा अगर आप कॉलर ट्यून बंद करना चाहते हैं तो स्टॉप लिखकर 56789 पर सेंड कर दें.

1 फरवरी को पेश हो सकता है आम बजट

वित्त मंत्रालय अगले वित्त वर्ष का बजट 1 फरवरी के आसपास पेश करने की तैयारी कर रहा है. वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यह जानकारी देते हुये कहा, इसके लिये तैयारियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि आम बजट को उसकी तय तिथि से एक महीना पहले पेश करने के पीछे मकसद पूरी बजट प्रक्रिया को 31 मार्च तक पूरा करना है. ताकि नये वित्त वर्ष की शुरआत होने के साथ ही बजट पर अमल शुरू हो सके.

शक्तिकांत दास ने एक न्यूज चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, अगले साल का बजट पेश करने के मामले में हम तीन प्रमुख बदलाव कर रहे हैं. पहला बजट करीब एक महीने पहले पेश किया जायेगा. हमें उम्मीद है कि बजट एक फरवरी के आसपास पेश किया जायेगा. दूसरा बजट में योजना और गैर-योजना व्यय के वर्गीकरण को समाप्त कर इसके स्थान पर राजस्व और व्यय का नया वर्गीकरण किया जायेगा. तीसरा रेल बजट अब आम बजट का ही हिस्सा होगा. रेल बजट को आम बजट में मिला दिया जायेगा.

उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिये संशोधित व्यय अनुमान और अगले साल के बजट के लिये बजट अनुमान को लेकर बैठकों का दौर पहले ही शुरू हो चुका है. दास ने कहा, राजस्व विभाग ने भी विभिन्न पक्षों के साथ बजट पूर्व बातचीत शुरू कर दी है. प्रमुख पक्षों के साथ वित्त मंत्री का विचार विमर्श भी समय से पहले करने की योजना बनाई गई है.

उन्होंने कहा, इस प्रकार सभी तैयारियों मोटे तौर पर एक महीना पहले कर दी  गईं हैं. तैयारियां पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और हम एक फरवरी के आसपास बजट पेश करने में सफल होंगे. सरकार की सोच यह है कि विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक सहित पूरे बजट को मार्च अंत तक संसद में पारित करा लिया जाये. ऐसा होने पर बजट प्रस्तावों को  वित्त वर्ष की शुरआत से ही अमल में लाया जा सकेगा.

राजकोट में पहली बार इस्तेमाल होगी DRS प्रणाली

भारतीय टीम आगामी हफ्ते में जब इंग्लैंड के खिलाफ शुरूआती टेस्ट के लिये राजकोट मैदान में उतरेगी तो इसमें अंपायरों की निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) पहली बार ट्रायल आधार पर इस्तेमाल की जायेगी. बीसीसीआई हालांकि लंबे समय तक इस प्रणाली का विरोध करता रहा था.

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच नौ नवंबर से शुरू होगा और सौराष्ट्र क्रिकेट संघ इसकी मेजबानी एससीए स्टेडियम खांधेरी में कर रहा है.

एससीए द्वारा जारी अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में मानद सचिव निरंजन शाह ने कहा, ‘डीआरएस का इस्तेमाल राजकोट में होने वाले टेस्ट के दौरान किया जायेगा.’

शाह ने कहा, ‘हालांकि यह ट्रायल आधार पर होगा, यह पहला द्विपक्षीय टेस्ट होगा जिसमें इस डीआरएस तकनीक की सभी प्रणालियों जैसे गेंद ट्रैकिंग का इस्तेमाल किया जायेगा जो पूरी सीरीज के दौरान जारी रहेगा.’

फेसबुक चलायें, उम्र बढ़ायें

फेसबुक का इस्तेमाल करना आपकी लंबी उम्र के लिए मददगार हो सकता है लेकिन ऐसा तभी होगा जब यह आपकी वास्तविक-दुनिया के सामाजिक संबंध को बनाए रखने तथा उसे बढ़ाने का कार्य करे. सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले 1.2 करोड़ प्रयोगकर्ताओं पर किए गए एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है.

इंटरनेट की दुनिया से इतर वैज्ञानिक जिसके बारे में लंबे अरसे से जानते थे, इस शोध में उसी बात की पुष्टि की गई है : जिन लोगों का मजबूत सामाजिक दायरा होता है, वे लंबी उम्र तक जीते हैं. लिहाजा यह पहली बार पता चला है कि यही बात ऑनलाइन सामाजिक दायरा रखने वालों के लिए भी मायने रखता है. अध्ययन के दौरान यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो में शोध के छात्र विलियम हॉब्स ने कहा, ‘ऑनलाइन होने वाली गतिविधि अगर ऑनलाइन से बाहर की दुनिया में होने वाली बातचीत की तरह ही संतुलित और संपूरक हो तो ऐसी बातचीत ठीक हो सकती है.’

इस वक्त नॉर्थईस्टर्न यूनीवर्सिटी में पोस्टडॉक्टोरल के छात्र हॉब्स ने कहा, ‘अगर इसका इस्तेमाल अत्यधिक किया जाए, मसलन कोई अगर लोगों से जुड़ने के नाममात्र के साक्ष्य के आधार पर ही अपना अधिक से अधिक समय ऑनलाइन बिताए तो इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.’ यूसी सैन डिएगो में प्रोफेसर जेम्स फाउलर ने कहा, ‘खुशी की बात यह है कि फेसबुक के अमूमन सभी प्रयोगकर्ता इसका संतुलित इस्तेमाल करते पाए गए और इससे खतरा भी कम दिखा.’ यह अध्ययन ‘पीएनएनएस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था.

..इसलिए रोड्स थे दुनिया के नंबर 1 फील्डर

अपनी शानदार फील्डिंग से विश्व क्रिकेट में अलग पहचान बनाने वाले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी जोन्टी रोड्स का मानना है कि वह अपने समय नंबर-1 फील्डर, इसलिए थे क्योंकि उस समय कोई और अच्छा फील्डर नहीं था. रोड्स का मानना है कि उनके समय कोई नंबर-2 और नंबर-3 फील्डर भी नहीं था, इसलिए वह नंबर-1 बने रहे.

इंडियन जूनियर प्लेयर्स लीग (आईजेपीएल) के प्रतिभा खोज कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर आए रोड्स ने कहा कि उनके समय के क्रिकेट और अब के क्रिकेट में बदलाव आया है. उनका मानना है कि क्रिकेट अब पहले से बेहतर हो चुका है.

इस दिग्गज खिलाड़ी ने गेंदबाजी में बदलाव के बारे में कहा कि आज के क्रिकेट में गेंदबाजी में काफी विविधता है. रोड्स से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि आज की गेंदबाजी का स्तर आपके समय से नीचे गिरा है तो उन्होंने हंसते हुए कहा, 'हम ज्यादा बेहतर खिलाड़ी थे.'

रोड्स ने कहा, 'पहले एकदिवसीय क्रिकेट में सिर्फ यॉर्कर गेंद देखने को मिलती थी, धीमी गेंद और बाउंसर का चलन भी सीमित ओवरों की क्रिकेट में मेरे समय नहीं था, लेकिन आज के दौर में धीमी गति की बाउंसर भी आपको देखने को मिलेगी. खेल का स्तर पहले से अच्छा हुआ है और मेरा मानना है कि टी-20 क्रिकेट ने यह किया है.'

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज और विश्व के महानतम फील्डर्स में शुमार जोन्टी रोड्स को लगता है कि इंग्लैंड को आगामी टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय परिस्थितियों से निपटने में मुश्किल का सामना करना होगा. इंग्लैंड की टीम भारत के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, जिसका पहला मैच 9 नवंबर से राजकोट में शुरू होगा. टेस्ट मैचों के अलावा इस लंबे दौर में 3 वन-डे और टी-20 मैच भी होंगे.

इस दिग्गज दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने कहा, 'इंग्लैंड के लिये यहां मुश्किल होगी. भारत में 5 टेस्ट मैच शारीरिक और मानसिक रूप से काफी थकाऊ होंगे क्योंकि आप ऐसे हालात में होंगे कि परिस्थितियां आपके अनुकूल नहीं होंगी और इससे आप थोड़े दबाव में आ जाओगे.'

उन्होंने कहा, 'अगर यह 3 मैचों की टेस्ट सीरीज होती तो आप इसमें खेलकर जल्दी निकल सकते थे, लेकिन 5 मैचों की सीरीज काफी कठिन होगी.'

रोड्स ने दक्षिण अफ्रीका के लिये 52 टेस्ट और 245 वनडे खेले हैं. वह यहां इंडियन जूनियर प्लेयर्स लीग टी-20 टूर्नमेंट के मेंटर के तौर पर आये हुए हैं. उन्हें लगता है कि टी-20 क्रिकेट सिर्फ मनोरजंन नहीं है और खेल के इस छोटे प्रारूप ने कुछ बेहतरीन क्रिकेटर्स दिये हैं, जैसे भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली.

माल्या के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट

दिल्ली के एक कोर्ट ने फेरा उल्लंघन मामले में कथित रूप से समन की तामील नहीं करने के लिए विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया है. कोर्ट ने कहा, 'देश के कानून के प्रति माल्या में सम्मान की कमी है और भारत लौटने का कोई इरादा नहीं है.' अदालत ने यह भी कहा, ' माल्या का यह दावा गलत और प्रक्रिया का दुरुपयोग करने वाला है कि वह भारत लौटना चाहते हैं लेकिन उनका पासपोर्ट निरस्त कर दिया गया है.'

मौजूदा मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने माल्या के खिलाफ विदेशी विनिमय नियमन अधिनियम (FERA) के तहत एक मामला दर्ज किया था. एजेंसी ने फेरा के सेक्शन 40 के तहत माल्या को समन जारी किया था और एक जांच के संबंध में एजेंसी के सामने हाजिर होने का निर्देश दिया था. माल्या पर आरोप है कि लंदन स्थित बेनेटन फॉर्म्युला लि. के फ्लेवियो ब्रिटोर के साथ एक ट्रांजैक्शन के संबंध में उन्होंने फेरा रेग्युलेशन का उल्लंघन किया था. उसी मामले में यह जांच चल रही है.

ईडी का कहना है कि किंगफिशर ब्रैंड के विदेश में प्रमोशन के लिए लंदन स्थित बेनेटन फॉर्म्युला लि.के साथ दिसंबर 1995 में हुए एक करार के संबंध में माल्या को पूछताछ के लिए चार बार समन जारी किया गया है.

जब माल्या पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए तो उनके खिलाफ यहां एक कोर्ट में 8 मार्च, 2016 को एक शिकायत दर्ज कराई गई और बाद में फेरा के तहत उन पर मामला दर्ज किया गया.

प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, माल्या ने कथित तौर पर 1996,1997 और 1998 में लंदन और कुछ अन्य यूरोपीय देशों में फॉर्म्युला वन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किंगफिशर के लोगो को प्रदर्शित करने के लिए ब्रिटश कंपनी को 2,00,000 डॉलर यानी करीब 1.32 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.

लंबे समय तक मैदान से बाहर रहेंगे रोहित!

टीम इंडिया के बल्लेबाज रोहित शर्मा 10 से 12 सप्ताह के लिए मैदान से बाहर हो सकते हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का कहना है कि अगर रोहित की दाहिनी जांघ में लगी चोट की सर्जरी हुई, तो वह दो से तीन माह तक क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे. न्यूजीलैंड के खिलाफ 29 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में खेले गए वनडे सीरीज के पांचवें और अंतिम मैच के दौरान रोहित को चोट लगी थी.

बीसीसीआई ने अपने एक बयान में कहा, 'बोर्ड की मेडिकल टीम ने रोहित की दाहिनी जांघ के ऊपरी हिस्से में चोट लगने की पुष्टि की.' बोर्ड ने कहा, 'रोहित विशेषज्ञों से परामर्श के लिए अगले सप्ताह की शुरुआत में लंदन जाएंगे और इस दौरान उनकी जांघ की सर्जरी होना संभव है. इसके कारण वह 10 से 12 सप्ताह के लिए क्रिकेट खेल जगत से बाहर हो जाएंगे.'

बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने रोहित को हर प्रकार का समर्थन देने की बात कही है, ताकि वह आगामी मुकाबलों के लिए पूरी तरह से ठीक हो जाएं.

रोहित ने कहा, “अगर डॉक्टर मेरी चोटिल जांघ के ऑपरेशन का फैसला करते हैं, तो मैं कम से कम तीन महीने तक क्रिकेट से बाहर हो जाउंगा. मैं नहीं जानता, मैं कितने समय तक क्रिकेट से बाहर रहूंगा, लेकिन हमारी बीसीसीआई मेडिकल टीम डॉक्टरों से संपर्क में हैं, अब तक जितने भी स्कैन हुए हैं, उन्हें डाक्टरों को भेज दिया गया है, हम उनकी राय का इंतजार कर रहे हैं कि सर्जरी कराये या नहीं.”

रोहित की चोट की प्रकृति के बारे में पूछने पर सीमित ओवरों के इस ओपनर ने कहा, “जैसा कि आपने देखा, रन लेते समय मांसपेशियों में खिंचाव आ गया, तब मुझे लगा कि मैं क्रीज तक नहीं पहुंच सकता इसलिए मैं कूद गया. इसके बाद हमारे फिजियो ने मुझे कहा कि स्कैन कराना जरुरी है.”

इससे पहले, बीसीसीआई की चयन समिति ने भारत के 29 वर्षीय खिलाड़ी को चोटिल होने के कारण 9 नवम्बर से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया.

इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 9 नवम्बर से राजकोट में खेला जाएगा और इस टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज और टी-20 सीरीज भी खेलेगी.

उमा को स्वीकारा, योगी को नकारा

गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ और उमा भारती के बीच भाजपा नेतृत्व ने परिवर्तन यात्राओं के समय उमा को तवज्जों देते हुये योगी को नकार दिया है. जिससे योगी के मुख्यमंत्री पद की दौड़ पर ब्रेक लग गया है. इससे योगी के समर्थकों को भारी निराशा हुई है. योगी समर्थक दबी जुबान से कह रहे हैं कि योगी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा के कुछ बड़े नेता घबराते हैं. जिस वजह से योगी की जगह पर उमा भारती को तवज्जों दी जा रही है. जबकि उमा भारती उत्तर प्रदेश की नेता नहीं हैं. प्रदेश में उनका कोई जनाधार नहीं है. उमा बड़ी मुश्किल से अपनी लोकसभा सीट जीत पाई थी. योगी आदित्यनाथ का लोकसभा चुनाव में व्यापक असर था. पूर्वी उत्तर प्रदेश के 5 से 6 जिलों में योगी को अपना व्यापक जनाधार है.

जब भाजपा में मुख्यमंत्री पद के नेता की बात चलती है तो योगी को सबसे ज्यादा भाव मिलता है. चुनाव पूर्व हुये एक सर्वे में लोगों से उनकी पसंद के मुख्यमंत्री के नाम पूछे गये तो समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव 31 फीसदी लोगों को पंसद थे. बहुजन समाज पार्टी की मायावती को 27 फीसदी लोगों ने पंसद किया. सबसे चौंकानें वाली बात यह थी कि भाजपा के नेताओं में योगी आदित्यनाथ का नम्बर सबसे उपर था. उनको 24 फीसदी लोगों ने पंसद किया.

योगी के एक समर्थक कहते हैं कि अखिलेश वर्तमान में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं. मायावती 4 बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. उनके मुकाबले प्रदेश के लोग योगी को पंसद कर रहे हैं. यह योगी की लोकप्रियता का सबसे बड़ा प्रमाण है. जबकि योगी प्रदेश सरकार में कभी मंत्री तक नहीं रहे.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मैदान मारने के लिये हर दल अपनी रथ यात्रा निकाल रहा है. भाजपा ने 4 परिवर्तन रथ यात्रा निकाल कर अपना प्रचार शुरू किया. भाजपा के पास उत्तर प्रदेश में कोई एक चेहरा नहीं है, जिससे वह मुख्यमंत्री के रूप में जनता के सामने रख सके. ऐसे में भाजपा ने बीच का रास्ता निकालते हुये परिवर्तन रथयात्रा में 6 चेहरों का आगे कर दिया. इनके फोटो रथ यात्रा पर लगाये गये. इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय गृहमंत्री  राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र, उमा भारती और प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य शामिल है. इन 6 लोगो में उमा भारती का नाम चौंकाने वाला है. उमाका न तो उत्तर प्रदेश में कोई जनाधार है और न कोई आकर्षण.

भाजपा ने हिन्दुत्व के चेहरे के नाम पर उमा भारती के नाम को परिवर्तन रथयात्रा में शामिल किया है. जब हिन्दुत्व के चेहरे की बात आती है तो प्रदेश में उमा के मुकाबले योगी की पहचान सबसे अधिक है. ऐसे में जब परिवर्तन रथ यात्रा में योगी की जगह उमा का नाम सामने आया तो लोग अचम्भित हो गये. मोदी समर्थक इस बात का जिम्मेदार भाजपा के कुछ बड़े नेताओं को मानते हैं. उनका कहना है कि यह नेता योगी की लोकप्रियता को सहन नहीं कर पा रहे. ऐसे में वह योगी को आगे नहीं आने देना चाहते. योगी और उनके समर्थक अभी कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं. इसके बाद भी योगी समर्थकों में उदासी और गुस्सा दोनो है. इससे पता चलता है कि भाजपा में भी अंदर खाने खींचतान जारी है. जो समय पर खुलकर सामने आयेगा.   

‘फिल्म स्टूडियोज एंड एलाइड मजदूर यूनियन’ के 43 हजार सदस्यों की दीवाली

बौलीवुड में विभिन्न विधा में कार्यरत लोगों की करीबन 20 एसोसिएशन हैं. इनमें से सबसे कमजोर एसोसिएशन ‘‘फिल्म स्टूडियोज एंड एलाइड मजदूर यूनियन’’ को ही माना जाता रहा है. करीबन 15 वर्ष तक इस एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती काम करते रहे और उन्होने मजदूरों की समस्याओं का निराकरण करने का हमेशा प्रयास किया. मगर पिछले दो वर्ष से इस एसोसिएशन के अध्यक्ष विधायक राम कदम और महासचिव गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव उर्फ संजू हैं. इन दोनों ने इस एसोसिएशन को बड़ा करने के साथ साथ इससे जुड़े मजदूरों की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए. इनके प्रयासों के ही तहत इस एसोसिएशन ने अपने सदस्यों को दीवाली तोहफे के रूप में एक नवंबर को मुंबई के मालाड़ इलाके में एक भव्य आफिस खोलकर दिया.

‘‘फिल्म स्टूडियोज एंड एलाइड मजदूर यूनियन’’ का यह नया आफिस 403, 404 और 404 एक्सजोन बी, रिलायंस एनर्जी के सामने, वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, मालाड़ पूर्व, मुंबई में एक नवंबर को उद्घाटित किया गया. इस अवसर पर पूजा के साथ साथ भजन संध्या का भी आयोजन हुआ. इस अवसर पर पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट के चेअरमैन गजेंद्र चैहान, वेस्टर्न इंडिया फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संग्राम शिर्के, टीवी निर्माता धीरज कुमार, रजा मुराद, अली खान सहित कई हस्तियां मौजूद थी.

‘‘फिल्म स्टूडियोज एंड एलाइड मजदूर यूनियन’’ अपने सदस्यों की दो बेटियों की शादी के लिए पचास पचास हजार रूपए, सदस्य के रिटायरमेंट या उसके देहांत पर एक लाख रूपए, अपाहिज सदस्य को हर माह हजार रूपए की पेंशन के अलावा मेडिकल व बच्चों की पढ़ाई का खर्च वगैरह मुहैय्या कराती है.

नए आफिस के उद्घाटन पर गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने कहा कि हमारी एसोसिएशन का पहला आफिस बहुत छोटा था. जिसके चलते हमारे सभी सदस्यों को काफी तकलीफ होती थी. इसलिए इस तरह के नए व बड़े आफिस की हमें जरुरत पड़ी. हम लोग अपने मजदूरों के लिए लड़ रहे हैं. हम अपने सदस्यों को उनका हक दिलाने के लिए तथा कुछ सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में कार्यरत हैं.

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