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अब आप भी वॉट्सएप्प से करिए Video Call

अगर आप वॉट्सएप्प वीडियो कॉल का लाभ उठाना चाहते हैं तो बस आपको इसके लिए वॉट्सएप्प का BETA वर्जन अपडेट करना होगा.

एक लंबे इंतजार के बाद वॉट्सएप्प से भी अब आप Video calling कर सकते हैं.  वीडियो कॉल फीचर तो वॉट्सएप्प पहले ही शुरू कर चुका है लेकिन इस सुविधा का अभी तक यूजर्स लाभ नहीं उठा सके हैं. अगर आप वॉट्सएप्प वीडियो कॉल करना चाहते हैं तो बस आपको इसके लिए वॉट्सएप्प का BETA वर्जन अपडेट करना होगा. आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आपके वॉट्सएप्प में आप Video calling का लाभ उठा सकते हैं.

इन स्टेप्स को फॉलो कर उठाएं इस सर्विस का मजा..

1. व्हाट्सएप अपडेट करने के लिए सबसे पहले प्ले स्टोर को ओपन करें

2. अब मेन्यु में जाकर My Apps and Games पर क्लिक करें

3. यहां जाकर आपको अपने सभी एप दिखाई देंगे. साथ ही मेन मेन्यु में Installed, All और Beta लिखा दिखाई देगा.

4. आपको यहां Beta पर क्लिक करके अपने वॉट्सएप्प को अपडेट करना होगा.

5. ये अपडेट होने के बाद आप उसके चैट बॉक्स में जाएं जिसे आपको वीडियो कॉल करनी है.

6. ये अपडेट होने के बाद जब आप कॉल के बटन पर क्लिक करेंगे तो वहां आपको Voice और Video का ऑप्शन दिखाई देगा.

7. Video पर क्लिक करते ही फ्रंट कैमरा ओं हो जाएगा और कॉल शुरू हो जाएगी.

CBDT टैक्स पेयर्स को भेज रही है ‘थैंक्यू लेटर’

आयकर विभाग ने कहा कि वह वर्ष 2015-16 के लिए अतिरिक्त 10.15 लाख टैक्‍सपेयर्स को प्रशंसा प्रमाणपत्र जारी करेगा. विभाग इससे पहले 8.43 लाख टैक्‍सपेयर्स को इस तरह के प्रमाणपत्र भेज चुका है. ये प्रमाणपत्र इन करदाताओं को 2015-16 के दौरान दिए गए टैक्‍स के आधार पर ई-मेल से भेजे गए हैं.

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) पिछले महीने से इस तरह के प्रशंसा प्रमाणपत्र विभिन्न श्रेणी के व्यक्तिगत टैक्‍सपेयर्स को आकलन वर्ष 2016-17 के दौरान उनके द्वारा भरे गए टैक्‍स के आधार पर भेज रहा है.

ये प्रमाणपत्र ऐसे मामलों में भेजे जा रहे हैं जहां पूरे इनकम टैक्‍स की अदायगी की गई है और कोई बकाया नहीं है. इसके अलावा रिटर्न निर्धारित तिथि के भीतर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भरी गई है. सीबीडीटी ने एक नोटीफिकेशन में कहा, ‘अपनी नई पहल जारी रखते हुए सीबीडीटी ने 10.15 लाख और टैक्‍सपेयर्स को प्रशंसा प्रमाणपत्र भेजने के दूसरे दौर की शुरुआत की है. टैक्‍सपेयर्स को यह प्रशंसा पत्र सरकार की तरफ से उनके योगदान की सराहना करते हुए सीधे संदेश भेजना है.’

– यह प्रशंसा पत्र चार श्रेणियों के टैक्‍सपेयर्स को भेजा जा रहा है.

– एक करोड़ रुपए से अधिक का टैक्‍स देने वालों को.

– 50 लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक का टैक्‍स देने वाले.

– 10 लाख से 50 लाख रुपए तक का टैक्‍स देने वाले.

– एक लाख से दस लाख रुपए तक टैक्‍स का भुगतान करने वाले.

– विभाग ने कहा है कि वह टैक्‍सपेयर्स के लिए विभिन्न सेवाओं में सुधार को लेकर प्रतिबद्ध है.

– विभाग सभी टैक्‍सपेयर्स से स्वेच्छा से उनके हिस्से के टैक्‍स योगदान में सहयोग की अपेक्षा रखता है.

मेस्सी, रोनाल्डो को पछाड़ ग्रिएजमैन ने जीता ला लिगा पुरस्कार

एटलेटिको मैड्रिड के फॉरवर्ड अंतोइन ग्रिएजमैन ने लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो को पछाड़कर 2015-16 के सीजन के लिए ला लिगा बेस्ट फुटबॉलर का पुरस्कार जीता.

एटलेटिको के डिएगो सिमेओन को सीजन के बेस्ट कोच का पुरस्कार मिला जबकि बार्सीलोना के स्ट्राइकर लुईस सुआरेज को बेस्ट गैर यूरोपीय संघ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला. मेस्सी को बेस्ट फॉरवर्ड का पुरस्कार मिला.

एटलेटिको के जॉन ओबलाक को बेस्ट गोलकीपर और डिएगो गोडिन को बेस्ट डिफेंडर का पुरस्कार मिला. रीयाल मैड्रिड के लुका मोडरिच बेस्ट मिडफील्डर चुने गए.

महंगी हो सकती है ऐप बेस्ड कैब सर्विस

आने वाले समय में ओला और उबर जैसी ऐप-बेस्ड टैक्सी सर्विस महंगी हो सकती हैं. केंद्र सरकार ने ऐसी सर्विस के लिए एक पॉलिसी ड्राफ्ट तैयार किया है जिसमें न्यूनतम किराए पर 2-3 गुना सर्ज प्राइसिंग को मंजूरी दी गई है. हालांकि इस ड्राफ्ट में केंद्र ने ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस का न्यूनतम और अधिकतम किराया निर्धारित करने का अधिकार राज्य सरकारों को दिया है. राज्य सरकारें टैक्सी सर्विस को शहर से बाहर चलाए जाने की अनुमति भी दे सकती हैं.

सूत्रों के मुताबिक, राज्यों के परिवहन विभाग, परिवहन मंत्रालय, नीति आयोग और इलैक्ट्रॉनिक व आईटी विभाग के बीच मंगलवार को हुई एक मीटिंग में इस बात पर सहमति बनी है कि इस नीति से यात्रियों को टैक्सी की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिलेगी. एक अधिकारी ने बताया, 'सर्ज प्राइसिंग पर सहमति देने से टैक्सी सर्विस कॉम्पिटिशन में कम से कम किराया रखने की कोशिश करेंगी. सभी ने माना कि मनमाने किराए से बचाने के लिए लोगों को कुछ ज्यादा किराया देना पड़ेगा इसलिए इसे सीमित किया जाना जरूरी है.'

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस नीति का मुख्य ध्यान टैक्सी की उपलब्धता को बढ़ाना है. हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट के ऑर्डर को देखते हुए इस पॉलिसी ड्राफ्ट को अगले महीने पहले कोर्ट के समक्ष मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा. सरकार का ऐसा मानना है कि ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस से लोगों को परिवहन की बेहतर सुविधा मिली है और इसके जरिए गाड़ियों की बढ़ती संख्या को सीमित किया जा सकता है. इसीलिए सड़क और परिवहन मंत्रालय ने टैक्सी के रजिस्ट्रेशन को आसान बनाए जाने का समर्थन किया है. हालांकि, ट्रैक्सी सर्विस राज्य सरकारों के नियमों को मानने के लिए बाध्य होंगी.

दमदार वाई-फाई कनेक्शन से खुद जुड़ जाएगा फोन

सार्वजनिक स्थलों पर एक नहीं, कई वाई-फाई कनेक्शन मौजूद होते हैं. इनमें से कुछ कनेक्शन के सिग्नल एक जगह पर बेहद दमदार तो दूसरे स्थान पर काफी कमजोर हो सकते हैं. सबसे दमदार सिग्नल पर इंटरनेट सर्फिंग का लुत्फ उठाने के लिए यूजर को फोन की सेटिंग में जाकर बार-बार वाई-फाई नेटवर्क बदलना पड़ता है. गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध कुछ एप इस झंझट से छुटकारा दिला सकते हैं. ये फोन को खुद ब-खुद क्षेत्र में मौजूद सबसे दमदार वाई-फाई नेटवर्क से जोड़ देते हैं.

वाई-फाई स्विचर

यह एप किसी इलाके में मौजूद सबसे दमदार वाई-फाई सिग्नल की पहचान में सक्षम है. यूजर जब एक जगह से दूसरी जगह पर जाता है तो उसके फोन में नए स्थान पर उपलब्ध सबसे दमदार वाई-फाई नेटवर्क अपने आप काम करने लगता है. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि यूजर ने संबंधित वाईफाई कनेक्शन का पासवर्ड फोन में सेव कर रखा हो. Wifi Switcher खोलते ही स्क्रीन पर वाईफाई नेटवर्क और उनके नाम दिखाई देते हैं. इनमें से उन नेटवर्क का चयन कर लें जिनके पासवर्ड आपको मालूम हैं. फिर पासवर्ड डालते ही ये ऑटो-कनेक्ट होने के लिए सेट हो जाएंगे. ‘वाई-फाई स्विचर’ में इंटरनेट कनेक्शन की रेंज तय करने का विकल्प भी मौजूद है. तय रेंज से कम क्षमता वाले वाई-फाई कनेक्शन खुद ब-खुद फोन से डिसकनेक्ट हो जाते हैं.

स्विफी : ऑटो स्विच बेस्ट

‘वाईफाई स्विचर’ की तर्ज पर काम करने वाला रहकाके SWIFI | Auto Switch Best WiFi भी इलाके में मौजूद सबसे मजबूत वाई-फाई नेटवर्क से जुड़ने की सुविधा देता है, वो भी सेटिंग में कोई बदलाव किए बगैर. एप में सिग्नल को लेकर अपनी प्राथमिकताएं तय करने का विकल्प भी उपलब्ध है. मिसाल के तौर पर अगर यूजर को 4 गीगाहर्ट्ज की स्पीड पर इंटरनेट सर्फिंग बेहतर लगती है तो वे एप को कुछ इस तरह से सेट कर सकेंगे कि फोन इलाके में मौजूद 4 गीगाहट्र्ज या उससे अधिक क्षमता वाले सिग्नल से ही जुड़े. ‘स्विफी-ऑटो स्विच बेस्ट वाईफाई’ में वाई-फाई सिग्नल का आईपी एड्रेस भी देखा जा सकता है. यह तेजी से एक वाईफाई सिग्नल को छोड़ दूसरे वाईफाई सिग्नल से जुड़ जाता है.

योगेश्वर की लंदन ओलंपिक में सिल्वर की उम्मीद टूटी

भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त के लंदन ओलंपिक में जीते गये ब्रॉन्ज मेडल के सिल्वर में बदलने की संभावना लगभग समाप्त हो गयी है. दूसरी तरफ भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने दावा किया कि उसे इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है.

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने 2012 खेलों में पुरूष फ्रीस्टाइल में 60 किग्रा भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले रूस के स्वर्गीय पहलवान बेसिक कुदुकोव के खिलाफ जांच समाप्त करने का फैसला किया है जिससे ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले योगेश्वर की सिल्वर हासिल करने की उम्मीदें भी समाप्त हो गयी.

कुदुकोव की 2013 में कार दुर्घटना में मौत हो गयी थी. उनके पुराने नमूने का वाडा ने कुछ दिन पहले फिर से टेस्ट किया था जो प्रतिबंधित स्टेरायड के सेवन के लिये पॉजीटिव पाया गया था.

रूसी कुश्ती महासंघ ने अपने बयान में दावा किया कि 2012 खेलों के उनके नमूने का इस साल फिर से टेस्ट किया गया और वह स्टेरॉयड टुरिनबोल के लिये पॉजीटिव पाया गया. उनका मामला तीन सदस्यीय आईओसी अनुशासन आयोग को सौंपा गया लेकिन समिति ने कुदुकोव के खिलाफ जांच खत्म करने का फैसला किया.

विश्व कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष जियोग्री ब्रयुसोव ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति बेसिक कुदुकोव को 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों में जीत गये रजत पदक से वंचित नहीं करेगी.’’

उन्होंने कहा, ‘‘रियो ओलंपिक से पहले हमें बताया गया था कि कुदुकोव का टेस्ट प्रतिबंधित दवा के लिये पॉजीटिव पाया गया है और योगेश्वर का ब्रॉन्ज मेडल सिल्वर में बदलने से पहले उनके 2012 लंदन ओलंपिक के नमूने का टेस्ट किया जाएगा. लेकिन इसके बाद हमें अब तक इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है.’’

आईओसी ने 2008 बीजिंग ओलंपिक और 2012 लंदन ओलंपिक के अलावा कई अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में लिये गये नमूनों का बेहतर तकनीक से फिर से टेस्ट करवाया ताकि उनमें प्रतिबंधित पदार्थों का पता लगाया जा सके.

जब यह खबर आयी थी कि कुदुकोव का टेस्ट पॉजीटिव पाया गया है और उनका सिल्वर योगेश्वर को मिलेगा तो भारतीय पहलवान ने यह पदक स्वीकार करने से इन्कार कर दिया था और कहा था कि पदक इस स्वर्गीय पहलवान के परिजनों के पास ही रहना चाहिए. योगेश्वर ने ट्वीट किया था, ‘‘यदि संभव हो तो उन्हें पदक रखने की अनुमति मिलनी चाहिए. मेरे लिये मानवता सर्वोपरि है.’’

सेटिंग्स बदल कर बढ़ाएं बैटरी की लाइफ

स्मार्टफोन आज के समय की जरुरत बन चुकी है. जब भी हम फोन लेने जाते हैं तो कई फीचर्स को परखते हैं. कई लोग सबसे पहले फोन की बैटरी देखते हैं. जिस फोन की बैटरी अच्छी होती है वो खरीद लेते हैं. अच्छी बैटरी का फोन लेने के बाद भी फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है. ऐसे में हम आपको कुछ सेटिंग्स बताने जा रहे हैं जिससे आप अपने फोन की बैटरी को जल्दी खत्म होने से बचा सकते हैं. तो चलिए आपको इन सेटिंग्स के बारे में बता दें.

स्क्रीन टाइमआउट

सेट करने का मतलब ये है कि आप जब मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो खुद-ब-खुद स्क्रीन लॉक हो जाएगी. अगर आप इस सेटिंग को फोन में कर लेते हैं तो आपके फोन की बैटरी जल्दी खत्म नहीं होगी. आप इसमें खुद से सेलेक्ट कर सकते हैं कि कितनी सेकेंड/मिनट बाद स्क्रीन ऑफ हो जानी चाहिए.

जीपीएस:

आजकल जीपीएस का प्रयोग ज्यादा किया जाने लगा है. इससे लोकेशन का पता लगाया जा सकता है. अगर आप जीपीएस का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो आप इसे ऑफर कर दें. इसके लगातार ऑन रहने से ये फोन की बैटरी को ज्यादा खर्च करता है.

पॉवर सेविंग मोड्स:

ज्यादातर स्मार्टफोन्स में पावर सेविंग मोड्स ऑप्शन डिफॉल्ट आने लगा है अगर आपके फोन में ऑप्शन नहीं है देर न करें इसे जल्द गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लें और इसे हमेशा ऑन रखें.

वर्ल्ड बैंक की ताजा रैंकिंग पर भारत ने जताई निराशा

विश्व बैंक की व्यापार सुगमता रैकिंग में भारत की स्थिति में कोई सुधार नहीं किए जाने पर निराशा जताते हुए भारत सरकार ने कहा कि इस रपट में सरकार द्वारा उठाए गए 12 प्रमुख सुधारों पर कोई विचार नहीं किया गया है. विश्वबैंक की व्यापार सुगमता सूची में भारत 130वें पायदान पर है.

विश्वबैंक की ताजा ‘डूइंग बिजनेस’ रिपोर्ट में भारत की स्थिति में पिछले साल के मुकाबले कोई सुधार नहीं हुआ है. विभिन्न मानदंडों के आधार पर भारत 190 देशों में 130वें पायदान पर था. हालांकि पिछले साल की रैंकिंग को संशोधित कर 131वां कर दिया गया है. इस लिहाज से देश ने एक पायदान का सुधार किया है.

औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव रमेश अभिषेक ने कहा कि दर्जन भर महत्वपूर्ण सुधार सरकार ने किए हैं जिनमें दिवाला संहिता, जीएसटी, इमारत योजना की मंजूरी के लिए एकल खिड़की प्रणाली, ऑनलाइन कर्मचारी राज्य बीमा आयोग और भविष्य निधि पंजीकरण जैसे सुधार शामिल हैं. इन सभी पर विश्वबैंक ने इस साल विचार नहीं किया है.

विभाग ने कहा कि वह सुधारों पर आगे काम जारी रखेगा. इसके लिए बाहरी एजेंसियों की नियुक्ति, हितधारकों से बातचीत इत्यादि शामिल है. उन्होंने कहा कि हम विश्वबैंक के साथ मुलाकात जारी रखेंगे और उन्हें इस बात के लिए राजी करेंगे कि हमारे द्वारा किए गए इन 12 प्रमुख सुधारों को अपनी रपट में शामिल करें. सरकार व्यापार सुगमता के लिये प्रयास कर रही है और उसका लक्ष्य देश को शीर्ष 50 में लाना है.

एकजुट हो मोदी को जगाएं किसान: राहुल गांधी

उत्तर प्रदेश सूबे के तमाम किसानों को जागरूक करने के इरादे से मुहिम पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आजकल पूरे जोश में नजर आ रहे हैं. राहुल अपनी ‘27 साल यूपी बेहाल’ यात्रा के तहत करीब 225 किलोमीटर की दूरी तय कर के पिछले दिनों खीरी से बरेली पहुंचे. खीरी के रोड शो और नुक्कड़ सभा के बाद मितौली, मोहम्मदी, पुवांया, निगाही और बीसलपुर की सभाओं में राहुल गांधी ने किसानों को आगाह किया कि गाय को मुद्दा बना कर उन्हें धर्मों और जातियों के नाम पर बांट रहे लोगों से वे सावधान रहें. ऐसे लोग बहुत घातक होते हैं.

राहुल गांधी ने जोर देते हुए कहा कि अपने हकों के मुद्दों को ले कर किसानों को एकजुट होने की जरूरत है, ताकि प्रधानमंत्री मोदी और उन की सरकार को जगाया जा सके.

उन्होंने कहा कि आपस में मिल कर एकजुट हुए बगैर किसानों का भला होने से रहा. जब किसान मिलजुल कर सरकार को जगाने की कोशिश करेंगे तभी कुछ हासिल हो सकेगा. किसानों द्वारा मिलजुल कर कोशिश करने का नतीजा जरूर अच्छा निकलेगा. राहुल गांधी ने गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान के लिए बारबार आंदोलन कर रहे खीरी और रुहेलखंड के किसानों के दर्द को महसूस करते हुए कहा कि जब आप लोग एकजुट होंगे तो आप को बकाया भी मिलेगा और आने वाले वक्त में वाजिब दाम भी आप को सरकार की तरफ से मिलेंगे और आपसी समस्याएं दूर होंगी.

पुवांया की खाट सभा में राहुल ने कहा कि गाय और धर्म की बात करने वाले सत्ता के दलाल हैं. ये इन मुद्दों का इस्तेमाल चुनाव के लिए करते हैं. ऐसे लोग किसानों का क्या भला कर सकते हैं.

राहुल की तमाम सभाओं में उन का खास निशाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थे. मसला खासतौर पर किसानों का ही था, लिहाजा उन्होंने मोदी सरकार?द्वारा जमीन अधिग्रहण अध्यादेश 3 बार सदन में लाए जाने और कांग्रेस द्वारा उस की खिलाफत का खासतौर पर जिक्र किया. राहुल ने किसानों के हुजूम को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वे लोग इस कांग्रेस यात्रा के साथ हो जाएं तो मोदी और अखिलेश को किसानों की कर्जमाफी और गलत बिजली के बिलों की वापसी पर हस्ताक्षर करने की पड़ेंगे.

किसान बजट भी पेश किया जाए : राहुल गांधी

सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी जबतब अपने नएनए विचार जनता के सामने पेश करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने कहा कि आम बजट की तरह किसान बजट भी पेश किया जाना चाहिए.

राहुल ने कहा कि भारत किसानों का देश है, इस के बावजूद किसानों की हालत अच्छी नहीं है. लिहाजा जरूरी है कि किसानों का भी एक सालाना बजट हो. किसानों के लिए योजनाएं अलग से बननी चाहिए ताकि वे पूरी तरह आत्मनिर्भर बन सकें. ये तमाम बातें राहुल ने पिछले दिनों घाटमपुर में हुई खाटसभा के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रेल बजट को आम बजट में मर्ज (मिला दिया) कर दिया है, लेकिन इस बार से किसान बजट शुरू किया जाना चाहिए. किसान बजट से हर किसान को पता रहेगा कि केंद्र और सूबे की सरकारें उस के लिए क्या कर रही हैं. तेज चिलचिलाती घूप और गरमी से बेपरवाह राहुल गांधी ने कहा कि वे गांवगांव घूम कर किसानों के हालात की जानकारी ले रहे हैं.

राहुल ने कहा कि अभी तक की यात्रा से उन्हें यह पता चला है कि किसान कर्ज के भार से दबे हुए हैं और केंद्र की जुमलेबाजी में माहिर मोदी सरकार उद्योगपतियों के कर्ज माफ करने में ही जुटी हुई है.राहुल ने कहा कि अगर कांग्रेस को मौका मिला तो वह ऐसा हरगिज नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि वे किसानों की बदहाली की बात लोकसभा में भी उठाएंगे और सारी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भी रखेंगे.रहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को किसानों की बातें सुननी ही पड़ेंगी और उन का समाधान भी निकालना होगा. अगर केंद्र सरकार उन की बात नहीं मानती है, तो मजबूरन उन्हें तसल्ली से अच्छा वक्त आने का इंतजार करना पड़ेगा.

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की सत्ता आते ही 10 दिनों के अंदर किसानों और मजदूरों के कर्ज माफ किए जाएंगे. ये उन की पार्टी का सब से पहला फर्ज होगा. राहुल ने कहा कि बसपा का हाथी तो सभी योजनाओं का बजट खा जाता है, लिहाजा बसपा किसानों का क्या भला करेगी. जहां तक सपा की बात है, तो वह सरकार भ्रष्टाचार के पैसे के बगैर चल ही नहीं पाती. उसे किसानों की भलाई से क्या सरोकार. अब किसानों और मजदूरों को सोचना होगा कि उन्हें उत्तर प्रदेश और केंद्र में कौन सी सरकार चाहिए.                  
 

खुद को कमजोर न महसूस करें

आज युवतियों के लिए घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं रह गया है, क्योंकि कहीं उन के कपड़ों को ले कर कमैंट्स मारे जाते हैं तो कहीं उन की चालढाल को ले कर. यहां तक कि युवक उन के लिए भद्दी बातें करने से भी नहीं कतराते. ऐसे में युवतियां खुद को कमजोर महसूस करने के बजाय उन का सामना करें ताकि किसी की भी हिम्मत उन पर फबतियां कसने या उन के साथ छेड़छाड़ करने की न हो.

कैसे करें सामना

फेस पर न लाएं डर वाले ऐक्सप्रैशन

कई बार युवतियां युवकों द्वारा कमैंट्स मारने पर डर जाती हैं और यही डर उन के फेस से साफ झलकने लगता है. ऐसे में युवकों का हौसला और बढ़ता है. भले ही आप उन्हें जवाब न दें लेकिन इस सिचुऐशन को बोल्डली हैंडिल करें ताकि उन की दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न रहे.

छेड़छाड़ का सामना कैसे करें

न डरें धमकियों से

एक बार अगर आप उन की धमकी से डर कर उन की कोई भी शर्त मानने को तैयार हो गईं फिर तो वे आप को ब्लैकमेल करना शुरू कर देंगे. इसलिए कभी भी धमकियों से डरें नहीं.

न जाएं सुनसान जगहों से

अकसर छेड़छाड़ सुनसान जगहों की आड़ में ही होती है क्योंकि वहां अगर युवतियां छेड़छाड़ होने पर शोर भी मचाती हैं तो उन की आवाज सुनने वाला कोई नहीं होता. ऐसे में सेफ्टी पौइंट के लिए आप ऐसी जगहों से न गुजरें.

बैग में रखें सेफ्टी टूल्स

अगर आप का जौब टाइम ऐसा है कि आप को वहां से घर लौटने में काफी रात हो जाती है तो अपनी सेफ्टी के लिए आप अपने बैग में औल पिन, मिर्च पाउडर स्प्रे आदि रखें. अगर आप को लगे कि स्थिति कंट्रोल से बाहर है तो तुरंत उस की आंखों में मिर्च पाउडर स्प्रे कर के वहां से भाग निकलें.

न छिपाएं घर में

अगर कोई आप को तंग कर रहा है तो इस बात की पूरी जानकारी अपने घर में दें ताकि वे भी पूरी नजर रख पाएं.           

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