सार्वजनिक स्थलों पर एक नहीं, कई वाई-फाई कनेक्शन मौजूद होते हैं. इनमें से कुछ कनेक्शन के सिग्नल एक जगह पर बेहद दमदार तो दूसरे स्थान पर काफी कमजोर हो सकते हैं. सबसे दमदार सिग्नल पर इंटरनेट सर्फिंग का लुत्फ उठाने के लिए यूजर को फोन की सेटिंग में जाकर बार-बार वाई-फाई नेटवर्क बदलना पड़ता है. गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध कुछ एप इस झंझट से छुटकारा दिला सकते हैं. ये फोन को खुद ब-खुद क्षेत्र में मौजूद सबसे दमदार वाई-फाई नेटवर्क से जोड़ देते हैं.

वाई-फाई स्विचर

यह एप किसी इलाके में मौजूद सबसे दमदार वाई-फाई सिग्नल की पहचान में सक्षम है. यूजर जब एक जगह से दूसरी जगह पर जाता है तो उसके फोन में नए स्थान पर उपलब्ध सबसे दमदार वाई-फाई नेटवर्क अपने आप काम करने लगता है. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि यूजर ने संबंधित वाईफाई कनेक्शन का पासवर्ड फोन में सेव कर रखा हो. Wifi Switcher खोलते ही स्क्रीन पर वाईफाई नेटवर्क और उनके नाम दिखाई देते हैं. इनमें से उन नेटवर्क का चयन कर लें जिनके पासवर्ड आपको मालूम हैं. फिर पासवर्ड डालते ही ये ऑटो-कनेक्ट होने के लिए सेट हो जाएंगे. ‘वाई-फाई स्विचर’ में इंटरनेट कनेक्शन की रेंज तय करने का विकल्प भी मौजूद है. तय रेंज से कम क्षमता वाले वाई-फाई कनेक्शन खुद ब-खुद फोन से डिसकनेक्ट हो जाते हैं.

स्विफी : ऑटो स्विच बेस्ट

‘वाईफाई स्विचर’ की तर्ज पर काम करने वाला रहकाके SWIFI | Auto Switch Best WiFi भी इलाके में मौजूद सबसे मजबूत वाई-फाई नेटवर्क से जुड़ने की सुविधा देता है, वो भी सेटिंग में कोई बदलाव किए बगैर. एप में सिग्नल को लेकर अपनी प्राथमिकताएं तय करने का विकल्प भी उपलब्ध है. मिसाल के तौर पर अगर यूजर को 4 गीगाहर्ट्ज की स्पीड पर इंटरनेट सर्फिंग बेहतर लगती है तो वे एप को कुछ इस तरह से सेट कर सकेंगे कि फोन इलाके में मौजूद 4 गीगाहट्र्ज या उससे अधिक क्षमता वाले सिग्नल से ही जुड़े. ‘स्विफी-ऑटो स्विच बेस्ट वाईफाई’ में वाई-फाई सिग्नल का आईपी एड्रेस भी देखा जा सकता है. यह तेजी से एक वाईफाई सिग्नल को छोड़ दूसरे वाईफाई सिग्नल से जुड़ जाता है.

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