आमलोग गुंडेमवालियों से ज्यादा खौफ खाते हैं या पुलिस वालों से, इस सवाल का जवाब निष्पक्षता से दिया जाए तो औसत नतीजा पुलिस वालों के हक में तो नहीं निकलने वाला. पुलिस वालों को ऐसा क्या करना चाहिए जिस से उन की छवि सुधरे. इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्छ के रण में आयोजित 3 दिवसीय सम्मेलन में देशभर के पुलिस निदेशकों को महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए. इन में से एक अहम यह था कि पुलिस वालों को थानों में आम लोगों की उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए. बात में दम इस लिहाज से है कि वाकई थानों का बाहरी माहौल बेहद खौफनाक सा रहता है. वैसे देशभर के थानों में अंदरूनी और कथित तौर पर रोज दारू, मुरगा पार्टियां होती रहती हैं. बस इस में आम लोग नहीं, बल्कि खास लोग होते हैं जो इन पार्टियों को स्पौंसर करते हैं.

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