यह कहने समझने की शायद जरूरत नहीं कि सैक्स 100 मर्ज की एक दवा है, रिफ्रैसमैंट टौनिक है, एक अच्छा व्यायाम है, वगैरह वगैरह...
यों तो भारतीय समाज का एक बड़ा तबका सैक्स पर खुल कर बात नहीं पसंद करता व सैक्स आनंद की चीज है, यह तो पता होता है पर सिर्फ रात के अंधेरे में ही. कमरे की बत्तियों को बुझा कर सैक्स का लुत्फ उठाने वालों के लिए यह भले ही एक सामान्य प्रक्रिया लगती हो, पर विशेषज्ञों का मानना है कि सैक्स में नए नए प्रयोग शारीरिक सुख के साथ साथ मानसिक खुशी भी देती है.
लंबे सैक्स लाइफ के दौरान उब गए हों, कुछ नयापन चाहते हों, सैक्स संबंध के दौरान चुहूलबाजी कर उसे और भी मजेदार बनाना चाहते हों, तो डर्टी टौकिंग विद सैक्स संबंधों में गरमाहट ला देगी.
क्या है डर्टी टौकिंग
सैक्स के दौरान डर्टी टौकिंग न तो गाली है न ही ऐसी कोई बात कहनी होती है, जो सैक्स पार्टनर को बुरी लगे. सैक्स में डर्टी टौकिंग सैक्स क्रिया के दौरान साथी के अंगों को निहारना, सहलाना, हलकी छेड़छाड़ व खुल कर बातचीत करनी होती है.
कैसे बनाएं मजेदार
अगर आप को अपने प्यार भरे शब्दों के बाण से साथी को घायल करने में थोङी भी महारत हासिल है, तो डर्टी टौकिंग का कुछ इस तरह अंदाज गुदगुदी का एहसास कराएगी-
* सैक्स के दौरान कमरे की बत्तियों को जलने दें. संभव हो तो रंगीन बल्व जलाएं.
* हलका म्यूजिक चला दें. इस से मदहोशी का आलम बना रहेगा.
* एकदूसरे के अंगों को अपलक निहारें और उन की तारीफ करें.