हाल ही में पब्लिक हैल्थ फाउंडेशन औफ इंडिया द्वारा किये गए एक अध्ययन के मुताबिक वयस्क भारतीयों में ज्यादा नमक खाने की आदत है, जो डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित मात्रा से ज्यादा है. अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली और हरियाणा में नमक का सेवन प्रतिदिन 9.5 ग्राम और आंध्र प्रदेश में
प्रतिदिन 10.4 ग्राम किया जाता है. जब कि प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन में अधिक से अधिक 5 ग्राम नमक का ही सेवन करना चाहिए. यानी  एक व्यक्ति लगभग दोगुना मात्रा में नमक का सेवन करता है  .

नमक ऐसा तत्व है जो शरीर को स्वस्थ और सक्रिय रखने के लिए आवश्यक है. यह खून  साफ करने और जीवाणुओं को मार कर बीमारियों से बचाने में भी मददगार है. नमकीन चीजें खाने का शौक सब को होता है. समस्या तब आती है जब हम जरूरत से ज्यादा मात्रा में नमक खाने लगते हैं. एक स्वस्थ वयस्क को 1 दिन में 2,300 मिलीग्राम से ज्यादा नमक नहीं लेना चाहिए.

ज्यादा नमक खाने की इच्छा के पीछे निम्न कारण हो सकते हैं ;

अधिक व्यायाम या परिश्रम

पसीने के साथ हमारे शरीर से सोडियम की भी काफी मात्रा निकल जाती है. ऐसे में हमें अधिक नमक खाने की जरूरत पड़ती है ताकि शरीर के सामान्य सीरम स्तर को संतुलित रखा जा सके. ज्यादा व्यायाम, लंबी दूरी दौड़ना या फिर मेहनत के दूसरे काम करने के बाद हमें ज्यादा नमक की तलब लग सकती है क्यों
कि इस से इलेक्ट्रोसाइट्स मुख्यतः ( पोटेशियम और सोडियम) का असंतुलन पैदा होता है. आप ऐसी स्थिति में इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक घर पर भी तैयार कर सकते हैं. लेमन ,लाइम जूस, जिंजर ,जरा सी साल्ट और एक चम्मच हनी का मिश्रण आप को इस समस्या से निजात दिला सकता है.

डीहाइड्रेशन

दस्त, उल्टी, अत्यधिक पसीना आना, पानी की कमी के कारण डीहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है ऐसे में शरीर से पानी के साथ सोडियम भी निकल जाता है. ऐसे में शरीर को एक्टिव रखने के लिए आप को अधिक नमक खाने की इच्छा हो सकती है ताकि नमक के जरिये शरीर को सोडियम की पर्याप्त मात्रा मिल जाए.

प्रेगनेंसी 

प्रेगनेंसी की स्थिति में भी कई दफा महिलाएं अधिक नमक खाने की इच्छा जाहिर करती है. ऐसा प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली वोमिटिंग या नोजिया आदि के कारण होता है. यही नहीं प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस के समय भी अधिक नमक की तलब पैदा हो सकती है.

अधिक तनाव 

आप ने ध्यान दिया होगा जब आप के पास औफिस में बहुत काम होता है तो आप इस तनाव और बोरियत से बचने के लिए बीचबीच में फ्रेंचफ्राइज, साल्टी पोटैटो चिप्स और दूसरी नमकीन के पैकेट्स खाली करते रहते हैं. यह एक सामान्य प्रक्रिया है . अधिक मानसिक तनाव और दबाव के बीच आप को अधिक नमकीन चीजें खाने की इच्छा होने लगती है.

नींद की कमी 

2013 में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक नींद की कमी होने पर भी इंसान अधिक नमक वाले जंकफूड्स लेना पसंद करते हैं. सामान्यतया एक वयस्क व्यक्ति को रात में कम से कम 7 से 9 घंटे की गहरी नींद जरूर लेनी चाहिए .

अच्छा महसूस करना 

नमक दिमाग के खुशी वाले हिस्से को सक्रिय करता है और डोपामाइन नामक हार्मोन अधिक मात्रा में रिलीज करने में मददगार होता है जिस से आप नमक खा कर अधिक खुशी महसूस करते हैं.

अधिक नमक खाने की आदत 

कई दफा जब हमें लंबे समय तक अधिक नमक लेते रहते हैं तो फिर शरीर को अधिक नमक खाने की आदत पड़ जाती है. ऐसी स्थिति में सामान्य भोजन जिस में नमक की मात्रा बिल्कुल सही है , आदतवश हमें उस में स्वाद नहीं आता और हम ऊपर से नमक लेने को मजबूर हो जाते हैं.

बीमारी भी हो सकती है वजह 

कुछ मेडिकल कंडीशन ऐसे होते हैं जिन की वजह से हमें अधिक नमक खाने की तलब लगती है. उदाहरण के लिए एडिशन ऐसी ही एक बीमारी है. इसे एड्रेनल इंसफिशिएंसी भी कहते हैं.हमारे शरीर में एड्रिनल हार्मोन, नमक और पानी की उचित मात्रा को संतुलित व नियंत्रित करने का कार्य करता है, और एड्रिनल हार्मोन की हमारे शरीर में कमी होने पर यह एडिशन रोग होता है. इस के तहत शरीर पर्याप्त हार्मोन उत्पन्न नहीं कर रहा होता. इस कंडीशन में थकान, मसल्स /जौइंट पेन, हेयर लौस, लो ब्लड शुगर, हाइपरपिगमेंटेशन आदि की शिकायत हो सकती है.

इस आदत से कैसे बचे 

नमक में सोडियम और क्लोराइड शामिल है. नमक में मौजूद सोडियम आप के दिल के लिए बुरा हो सकता है. जरुरत से ज्यादा नमक खाने की आदत डायबिटीज ,किडनी प्रौब्लम्स ,हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज वगैरह की वजह बन सकता है. इसलिए बेहतर होगा कि आप यदि नमक की अधिक मात्रा ले रहे हैं तो उस पर ले रहे हैं तो उस पर अंकुश लगाए.

अक्सर अधिक नमक लेना हमारी आदत में शुमार हो जाता है. बेहतर होगा कि आप हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर आदि अधिक मात्रा में खाए जिन मे नेचुरल सोडियम कंटेंट ज्यादा मात्रा में होता है और जो नुकसान नहीं पहुंचाता. खाने में आप नमक के बजाय हर्ब्स और स्पाइस की मात्रा बढ़ा सकते हैं. भले
ही ऐसा करना शुरू में कठिन लगे लेकिन धीरेधीरे आदत पड़ जाती है. जहां भी संभव हो, सफेद नमक की जगह काले नमक का प्रयोग करें. डाइनिंग टेबल पर साल्ट शेकर न रखें.खाने में ऊपर से नमक लेना बंद कर दें. सलाद में नमक न डालें. प्रोसेस्ड और फ्रोजन फूड से सावधान रहें, क्यों कि इन में नमक बहुत
अधिक होता है. कई मीठे खाद्य पदार्थों में भी छिपा हुआ नमक होता है.

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