सब्जियों और फलो में सेहत के छुपे खजाने के बारे में लगभग सभी जानते है, लेकिन फूलो में छुपे सेहत के खजाने के बारे में बहुत कम ही लोग जानते है. तो आईये आज जानते है। फूलों में छुपे सेहत के खजाने के बारे में …

प्रकृति की अनमोल देन है फूल .यदि आप चाहें तो इनका उपयोग करके शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ, सुंदर व आकर्षक रह सकते है. फूलों में फाइबर,कैल्शियम विटामिन, प्रोटीन और मिनरल का भंडार होता है जिनकी जरूरत शरीर को होती है.इसमें कई तरह के पोषक तत्वों की मौजूदगी रहती है. ये पोषक तत्व कई बीमारियों को शरीर से दूर रखते हैं. फूलों में फाइबर, कैल्शियम, विटामिन प्रोटीन और मिनरल का भंडार होता है, जिनकी जरूरत शरीर को होती है.

* गुलाब : गुलाब फूलों का राजा है यह फूल के साथ-साथ एक जड़ी बूटी भी है इसमें शरीर के विकास के लिए जरूरी विटामिन, अम्ल और रसायन है. गुलाब की पंखुडि़यों से गुलाब का शर्बत, इत्र,गुलाबजल और गुलकन्द बनाया जाता है.आंखों की जलन और खुजली दूर करने के लिए गुलाबजल का प्रयोग किया जाता है. मुंह में छाले होने पर गुलाब के फूलों का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से छाले दूर होते हैं.

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* गुड़हल : गुडहल का फूल देखने में ही सुंदर नहीं होता बल्कि इसमें सेहत का खजाना है इसे हम हिबिसकस भी कहते हैं. इसका इस्तेमाल खाने-पीने या दवाओं के लिए किया जाता है. इससे कॉलेस्ट्रॉल, मधुमेह हाई ब्लडप्रेशर, और गले के संक्रमण जैसे रोगों का इलाज किया जाता है. यह विटामिन सी, कैल्शियम, वसा, फाइबर, आयरन का बढि़या स्रोत हैं.

* कमल : कमल के फूल फोड़े-फुंसी आदि को दूर करता है।.शरीर पर विष का कुप्रभाव कम होता है. इसकी पंखुडि़यों के खाने से मोटापा कम होता है रक्त विकार दूर होते हैं और मन प्रसन्न रहता है.

* मोगराः यह गर्मियों का एक खास खुशबूदार फूल है.इन फूलों को अपने पास रखने से पसीने की दुर्गंध नहीं आती है.  मोगरे के फूल मसलकर स्नान करने से त्वचा में सनसनाती प्राकृतिक ठंडक का एहसास होने लगेगा.

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* गेंदा:  अपने घरों में गेंदे के फूल जरूर लगाना चाहिए क्योंकि इसके फूलों को घाव भरने का सर्वश्रेष्ठ मरहम माना जाता है. गेंदे के फूलों को तुलसी के पतों के साथ पीस कर मलहम बनाया जाता है।.चर्म रोग या शरीर के किसी हिस्से में सूजन आ जाने पर इन फूलों को पीसकर लगाने से फायदा होता है. गेंदे के रस से कुल्ला करने पर दांत दर्द और कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है.

* चमेलीः खुशबू से भरे ये फूल बेहद नाजुक होते हैं। चमेली के फूलों से बना तेल चर्म रोग दंत रोग, घाव आदि पर गुणकारी है. चमेली के पत्ते चबाने से मुंह के छालों में तुरंत राहत मिलती है. ये त्वचा व बालों के लिए भी उपयोगी है रात को पानी में भीगो दीजिए,सुबह पीस लीजिए व गुलाब जल मिला दीजिए. इसे बालों में लगाने से चमक व चेहरे पर लगाने से त्वचा में निखार आता है.

 

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