लखनऊ , उत्तर प्रदेश में लगातार मौसम खराब रहने से आलू की फसल प्रभावित हुई है. तैयार फसल को कोल्डस्टोरेज में रखने के लिए किसान परेशान है.यह समय आलू की खुदाई, धुलाई एवं भंडारण का है.कॅरोना संकट के कारण किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या लेबर एवं आलू की ढुलाई की है.

गांवों में आलू उत्पादकों के खेतों में मजदूरों को पुलिस इस समय भगा रही है. आलू से लदे ट्रक ट्रैक्टर को रास्ते में रोक लिया जाता है. इस कारण आलू का संकट भी खड़ा हो सकता है.

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इसी प्रकार राजकीय फार्म के आलू बीज भी कोल्डस्टोरेज मेरठ और लखनऊ पहुंचने में कठिनाई हो रही है.प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन परिवहन एवं भंडारण लॉकडाउन से मुक्त है.आलू आवश्यक वस्तु के अंतर्गत आती है यदि एक सप्ताह में कोल्डस्टोरेज में नहीं गया तो खेत में ही सड़ जाएगा.

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प्रदेश में सर्वाधिक आलू उत्पादन होता है. अभी तक कोल्डस्टोरेज में मात्र 40% आलू ही पहुंचा है .यदि यह बाहर रह गया तो आगे बड़ी समस्या आएगी. इस समय किसानों विशेष रूप से आलू किसानों की मदद की आवश्यकता है.

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