कोरोना वायरस का भारत सहित पूरा विश्व मुकाबला कर रहा है. बड़े शहरों से यह छोटे कस्बों और गांवों तक न फैले इसके लिए सरकार द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. देश के अधिकांश शहरों को लॉकडाउन किया जा चुका है. लॉकडाउन की प्रक्रिया अर्थात घर के अंदर ही रहना. लॉकडाउन कब कफ्र्यू में परिवर्तित हो जाएगा.यह सोचकर आम जनता ने दाल-चावल, शकर, तेल, सब्जी आदि का सटॉक करना प्रारंभ कर दिया है. जिससे किराना, फल और सब्जी की दुकानों पर सामान की किल्लत हो गयी है.
एक गृहिणी के लिए ये दिन बेहद मुश्किल भरे दिन हैं क्योंकि उसके सामने हर दिन नाश्ता, लंच और डिनर बनाने की समस्या तो है ही साथ ही बच्चे भी पूरे दिन घर पर हैं और उन्हें हर दिन कुछ न कुछ खाने की आवश्यकता होती है. यहां पर प्रस्तुत हैं कुछ उपयोगी टिप्स जो आपको इस किल्लत में भी कुछ राहत दे पाएगें-
1.सर्वप्रथम आप अपनी किचन में प्रतिदिन लगने वाली भोज्य सामग्री की उपलबधता को जांचे यदि कोई सामग्री कम है तो उसे बनाने से बचें, जैसे ही आपको बाहर निकलने का अवसर मिलता तो आवश्यक सामग्री अवश्य खरीदें.
2.अपने प्रतिदिन के भोजन को सीमित कर दें मसलन यदि आप दो सब्जियां बनातीं हैं तो एक ही बनाएं, दही का प्रयोग भी सीमित कर दें ताकि आवश्यकता पड़ने पर आप दही को मुख्य डिश के रूप में प्रयोग कर सकंे. इसके अतिरिक्त दूध की उपलब्धता यदि नियमित नहीं है तो भी दही का प्रयोग बंद कर दें.
3.जब भी दूध की उपलब्धता हो आप अतिरिक्त दूध खरीदें और पैकेट्स को डीप फ्रीजर में डाल दें फिर आवश्यकतानुसार प्रयोग करें.
4.भले ही आप अब प्रतिदिन दाल चावल बनातीं आयीं हैं पर अब इन्हें भी कम बनाएं ताकि आवश्यकता पड़ने पर आप पुलाव, खिचड़ी आदि बना सकें. पुलाव खिचड़ी को अधिक रुचिकर बनाने के लिए पापड़, अचार आदि को भी सर्व करें.
5.घर में यदि सब्जियां नहीं हैं तो बेसन गट्टे, पतोड़, दही के आलू, प्याज का बेसन, मूंग करायल, पापड़बड़ी और सेंवटमाटर की सब्जी, चने की सूखी दाल आदि विकल्पों का प्रयोग करें.
6.दूध का पाउडर घर में अवश्य ले आएं ताकि आवश्यकता पड़ने पर आप इसे भी दूध के विकल्प के रूप में प्रयोग कर सकें.
7.इन दिनों में ब्रेड की उपलब्धता भी नहीं हो पा रही है इनके स्थान पर आप मूंग, आटा, बेसन और सूजी के चीलो के अंदर प्याज, आलू की स्टफिंग करके ताजा और स्वादिष्ट नाश्ता बनाएं.
8.सब्जी के न होने पर भरवां प्याज, भरवां आलू, लहसुन प्याज की चटनी, टमाटर और खजूर आदि की चटनी बनाकर परांठा, रोटी अथवा पूरी के साथ सर्व करें.
9.गेहूं के आटे में बेसन तथा घर में उपलब्ध ज्वार, मक्का या बाजरा का आटा जो भी उपलब्ध हो उन्हें समान मात्रा में मिलाकर, इसमें हरा धनिया, बारीक कटा प्याज, बारीक कटी हरी मिर्च, हींग, अजवायन, नमक और 1 टेबल स्पून तेल अथवा मलाई डालकर आटा गूंथे और थालीपीठ बनाएं.
10.यदि टोमेटो सॉस समाप्त हो गया है तो 1 किलो टमाटर में 1 छोटी गांठ अदरक, 2 छोटी हरी मिर्च, 1@2 टी स्पून नमक और 1 टी स्पून गरम मसाला डालकर चार पांच सीटी ले लें, ठंडा होने पर छानकर 100 ग्राम शकर, 1 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर और एक नीबू का रस डालकर गाढा होने तक पकाएं. ताजा टोमेटो सॉस तैयार है.
11.यदि शकर कम है तो अभी से ही इसके विकल्प के तौर पर गुड़, शहद और ग्लूकोज का प्रयोग कर सकती हैं.
12.सब्जी न होने पर अचार में से तेल अलग कर दें, अब इस तेल में डालकर अचारी पुलाव और परांठे को बेलकर अचार का मसाला चाकू से मोटा मोटा लगाएं अचारी परांठा तैयार है. इसी प्रकार आप इमली, लेमन और कोकोनट राइस भी बनाए जा सकते हैं.
13.दूध से मोटी मोटी मलाई अलग निकाल लें अब आटे से दो गोल पतले परांठे बेलें उसमें तैयार एक परांठे के उपर इस मलाई को चाकू से लगाएं उपर से हल्की सी पिसी शकर बुरककर दूसरा परांठा रखकर चारों ओर से चिपका दें. घी लगाकर सुनहरा होने तक सेंके ये मलाई परांठा बच्चों बड़ों सभी को पसंद आएगा.
14.यदि घर में नीबू, अमचूर या इमली नहीं है तो आप दो चम्मच आम के अचार को गरम पानी से धो लें और मिक्सी में पीसकर प्रयोग करें, भोज्य पदार्थों में खटास के लिए आप साइट्रिक एसिड का भी प्रयोग कर सकतीं हैं.
15.घर में आटे की उपलब्धता कम है तो इडली, बड़ा सांभर, दाल ढोकली, डोसा सांभर और छोले भटूरे भी बना सकतीं हैं इससे आपका आटा अधिक समय तक चल सकेगा.
16.परमल अथवा स्टफ्ड राइस को 2 टी स्पून तेल मे मंदी आंच पर भूनें, अब इसमें भुनी मूंगफली दाना, चाट मसाला, नमक और मिर्च डालकर बच्चों के लिए छुटपुट नाश्ता तैयार करें.
17.आलू के चिप्स बनाकर तेल में डीप फ्राइ कर दें नमक मिर्च मिलाकर बच्चों को खाने को दें क्योंकि उन्हें तो पूरे दिन कुछ न कुछ खाने को चाहिए होता है.
18.घर में जो भी सब्जी उपलब्ध है अथवा रात की कोई सब्जी बच गयी है तो उसमें अपने बच्चों के टेस्ट के अनुसार मिर्च मसाला और सॉसेज डालकर तैयार कर लें अब रात की बची रोटी में इन्हें भरकर नीचे से फेाल्ड करके तवे पर मंदी आंच पर हल्का सा घी चुपड़कर सेंक लें. तैयार स्वादिष्ट फं्रेंकी को बच्चे बड़े ही स्वाद से खाएंगें.
19.यदि घर में चायनीज बनाने के लिए सामग्री नहीं है तो चिली सॉस के स्थान पर हरी मिर्च को तेल के साथ पीस लें, वेनेगर के स्थान पर नीबू का रस, और ताजा टोमेटो सॉस बनाकर प्रयोग करें. कार्नफ्लोर न होने पर मैदा का प्रयोग करें. नूडल्स के लिए सब्जियां न होने पर केवल प्याज का प्रयोग करें. आलू को चैकोर टुकड़ों में काटकर तेल में तल लें इन्हें मंचूरियन बॉल्स से रिप्लेस करें. नूडल्स और मैगी को घर मं उपलब्ध सेवइयों से रिप्लेस कर सकतीं हैं.
20.इटैलियन बनाने के लिए बटर के स्थान पर घी और मैदा न होने पर गेहूं के आटे को चाय की छलनी से छानकर प्रयोग करें. काली मिर्च के स्थान पर इस बार लाल मिर्च का प्रयोग करें. यदि सूखी बेसिल लीव्स के स्थान पर तुलसी की ताजी पत्तियों का प्रयोग करें.
21.मीठा खाने का मन है और कुछ नहीं है तो आटा, मूंग, सूजी और बेसन का हल्वा प्रयोग करें. यदि घर में कोई एसेंस और रंग है तो आप इसे बटरस्कॉच, रोज और स्ट्राबेरी जैसे फलेवर्ड हल्वे का टच भी दे सकतीं हैं. मीठे मं आप चावल, सूजी, साबूदाना और मूंग की खीर भी बना सकतीं हैं. दादी नानी के जमाने के मालपुए, गुड़ के गुलगुले और मीठी पूरी भी बना सकतीं हैं.
23.केक बनाने के लिए बटर के स्थान पर तेल, मैदा के स्थान पर चाय की छलनी से छना आटा, कंडेस्ड मिल्क के स्थान पर घर में उपलब्ध दूध को आधा रहने तक गाढा कर लें, शकर के स्थान पर गुड़ के गुनगुने पानी का प्रयोग करें.
कुछ अन्य सुझाव
इस समय सीमित सब्जियों को लंबे तक सुरक्षित रखना भी बहुत बड़ी समस्या है. सब्जियों को लंबे समय तक फ्रेश रखने के लिए हम निम्न उपाय अपना सकते हैं.
24.हरी मिर्च को धोकर साफ कपड़े से पोंछकर डंठल तोड़कर एक कांच के जार में रख लें.
25केले की जड़ को प्लास्टिक रैप से रैप कर दें केले काफी समय तक काले नहीं पड़ेंगे.
26.काफी समय तक रखने से आलू में अंकुर निकल आते हैं इससे बचने के लिए उनमें एक सेब रख दें.
27.धनिया सहित सभी हरी सब्जियों को साफ करके धोकर एक पेपर नैप्किन पर सुखा लें, फिर इसे जिप बैग में भरकर रख दें.
28.टमाटर के डंठल को नीचे की तरफ करके रखें टमाटर अधिक दिन तक चलेंगें.
29.नीबू के रस को निकालकर एक कांच के जार में भरकर रखें और आवश्यकतानुसार प्रयोग करें.
30. अपने फ्रिज को चेक करके जो सब्जी पहले आयी है उसे पहले बनाकर समाप्त करें फिर दूसरी सब्जियों पर आएं, इसके अतिरिक्त जितना भोजन एक बार में समाप्त हो जाए उतना ही बनाएं. बासे खाने से इस समय दूरी बनाकर रखना ही बेहतर है.