गुजरात के खूबसूरत शहर सूरत की कई मायनों में अपनी अलग पहचान है. हीरा नगरी के नाम से जाने वाले इस शहर में व्यापक स्तर पर हीरे तराशने का काम होता है. इस के अलावा सूरत की साडि़यां भी पूरे देश में मशहूर हैं.
उस दिन सूरत शहर के थाना पांडेसरा क्षेत्र में जीयाव-बुडि़या रोड पर साईंमोहन सोसायटी के पास कुछ बच्चे मैदान में क्रिकेट खेलने गए थे. इन में कुछ बच्चे जमीन में विकेट गाड़ रहे थे तो कुछ बौलिंग और कुछ फील्डिंग की प्रैक्टिस कर रहे थे. तभी उन की बौल मैदान के पास झाडि़यों की तरफ चली गई. 2-3 बच्चे बौल लेने के लिए झाडि़यों की ओर गए तो वहां उन्हें एक लड़की पड़ी दिखाई दी.
लड़की को इस तरह पड़ा देख बच्चे डर गए और अपने साथियों के पास लौट आए. उन्होंने अपने साथियों को झाडि़यों के पास एक लड़की के पड़े होने की बात बताई. इस के बाद 8-10 बच्चे झाडि़यों के पास पहुंचे तो वहां का नजारा देख सन्न रह गए. वहां एक लड़की की लाश पड़ी हुई थी.
यह देख बच्चे अपनी बौल ढूंढना और क्रिकेट खेलना भूल कर दौड़ते हुए साईंमोहन सोसायटी की तरफ आ गए. उन्होंने लोगों को मैदान के पास झाडि़यों में एक लड़की की लाश पड़ी होने की जानकारी दी. बच्चों के बताने पर कई लोग झाडि़यों के पास गए तो वहां सचमुच लाश पड़ी हुई थी. लोगों ने इस की सूचना पुलिस को दे दी.
कुछ ही देर में पांडेसरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई, पुलिस ने मौकामुआयना किया. लाश को उलटपुलट कर देखा. लाश करीब 10-11 साल की लड़की की थी. उस के बदन पर नीले सफेद रंग की टीशर्ट और नीला पायजामा था. उस के गले के अलावा शरीर पर कई जगह मारपीट के निशान साफ नजर आ रहे थे. पुलिस ने वहां एकत्र लोगों से मृत लड़की की शिनाख्त कराने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उसे नहीं पहचाना.