आईटी सेक्टर में भारत की कामयाबियों में एक नया चैप्टर जुड़ गया है. माइक्रोब्लौगिंग साइट ट्विटर ने पराग अग्रवाल को अपना नया चीफ टेक्नीकल औफिसर (सीटीओ) नियुक्त किया है. उन्हें 2016 में कंपनी छोड़ने वाले एडम मेसिंगर के बदले यह जिम्मेदारी दी गई है. पराग ने आईआईटी बौम्बे से इंजीनियरिंग की है. इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की है.
वैसे तो पराग छह महीने से इस पोस्ट पर काम कर रहे थे. लेकिन, ट्विटर ने उनके नाम का औफिशियल एलान अब किया है. ट्विटर की वेबसाइट के मुताबिक, सीटीओ के रूप में पराग कंपनी की तकनीकी रणनीति का नेतृत्व करेंगे. उनके जिम्मे मशीन लर्निंग, ट्विटर के ग्राहक एवं राजस्व उत्पाद और इंफ्रास्ट्रक्चर टीम की देखरेख होगी. बता दें कि ट्विटर ने इस हफ्ते घोषणा की थी कि वह अपने प्लैटफौर्म पर ‘सामूहिक स्वास्थ्य, खुलापन और सार्वजनिक बातचीत में शिष्टाचार बढ़ाने’ के मकसद से समाज विज्ञान का एक निदेशक नियुक्त करना चाहता है.
कब आए ट्विटर में?
– पराग ने साल 2011 में टि्वटर ज्वाइन किया था. उस वक्त वो एड इंजीनियर थे. यहां उन्होंने बेहतरीन परफौर्म किया. ट्विटर में आने से पहले उन्होंने बड़े पैमाने पर डाटा मैनेजमेंट का काम किया है.
ट्विटर में नई शुरुआत
– पराग एडम मेसिंगर की जगह लेंगे जो 2016 में पांच साल काम करने के बाद इस कंपनी को छोड़ गए थे.
– खास बात ये है कि मेसिंगर के ट्विटर छोड़ने के आस-पास ही जौश मैक्फरलैंड (वाइस प्रेसिडेंट-प्रोडक्ट) भी कंपनी छोड़कर ग्रेलौक पार्टनर्स में चले गए थे.
– इसके पहले सीओओ एडन बेन ने भी कंपनी छोड़ी दी थी और उनकी जगह एंटनी नोटो ने ली थी. ट्विटर की 2016 में उस वक्त भी मुश्किलें बढ़ीं थीं जब उसके डायरेक्टर औफ मीडिया पार्टनरशिप्स और न्यूज सेक्शन के चीफ एडम शार्प कंपनी छोड़ गए थे.
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल ट्विटर के लिए ग्रोथ एक बड़ा मुद्दा है. अमेरिका में इसके यूजर्स कम होते जा रहे हैं.
बड़ी कंपनियों में काम करने का अनुभव
– ट्विटर में आने से पहले पराग माइक्रोसौफ्ट रिसर्च, याहू रिसर्च और एटीएंडटी लैब्स में भी काम कर चुके हैं. ट्विटर में पराग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर यूजर्स के ट्वीट्स बढ़ाने का काम किया.
– बता दें कि ट्विटर इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से खुद के गलत इस्तेमाल को भी रोकता है. नए रोल में पराग कंज्यूमर और रेवेन्यू प्रौडक्ट पर भी काम करेंगे.
– ट्विटर जल्द ही एक बार फिर से यूजर्स के लिए वेरिफिकेशन के लिए आवेदन लेना शुरू कर सकता है. कंपनी के सीईओ जैक डार्सी ने पेरिस्कोप के लाइवस्ट्रीम में कहा है कि कंपनी लोगों के लिए वेरिफिकेशन दिलाने के लिए काम कर रही है.