निजी जिंदगी में समाज के हर वर्ग को आदर्शवाद, शालीनता व न्याय का पाठ पढ़ा रहे इंदौर के पुलिस अफसर अशोक रंगशाही के बेटे अक्षय रंगशाही अपने अभिनय करियर की शुरुआत अनुज शर्मा निर्देशित ‘थ्रीसम’ पर आधारित पहली अति बोल्ड और अति सेक्सी फिल्म ‘‘इश्क जुनूनःद हीट इज आन’’ से कर रहे हैं. इस फिल्म में अक्षय रंगशाही और राजवीर दो हीरो तथा दिव्या सिंह हीरोईन हैं.

जी हां! फिल्म ‘‘इश्क जुनूनःद हीट इज आन’’ की कहानी दो गहरे दोस्त वीर (अक्षय रंगशाही) और राज (राजवीर) की है, जो कि बचपन से ही एक दूसरे की हर छोटी बड़ी बात के राजदार हैं. दोनों अपनी जिंदगी की हर बात एक दूसरे न सिर्फ बताते हैं, बल्कि खुशी और दुःख के मौके पर भी एक ही रहते हैं. इनकी दोस्ती को कोई तोड़ नहीं पाता. जबकि उत्तर भारत के एक छोटे शहर की मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की पाखी (दिव्या सिंह) अपने आसमानी सपनों को पूरा करने और एकदम स्वतंत्र जिंदगी जीने की चाह के साथ मुंबई शहर में पहुंचती है, उसे लोडेड यानी कि करोड़पति प्रेमी की तलाश है. पाखी की दोस्ती राज से होती है, पर एक दिन राज के कालेज के समारोह में वीर की मुलाकात राज की प्रेमिका पाखी से होती है और वह उसे दिल दे बैठता है. पाखी, राज व वीर दोनों की प्रेमिका बनी रहने का प्रयास करती है, पर एक दिन तूफान आता ही है.

फिल्म ‘‘इश्क जुनूनःद हीट इज आन’’ में अक्षय रंगशाही ने दिव्या सिंह के साथ कई अति सेक्सी व बोल्ड सीन किए हैं. जब हमने अक्षय रंगशाही से पूछा कि आपके पिता पुलिस में डीएसपी हैं. ऐसे में अभिनय करियर की शुरुआत इस तरह की सेक्सी फिल्म से करना कितना सही है?

इस पर अक्षय रंगशाही ने कहा- ‘‘निजी जिंदगी को परदे की जिंदगी के साथ मिलाकर नहीं देखा जाना चाहिए. यदि में निजी जिंदगी में इस तरह की कोई हरकत करता, तो मेरे पिता की वर्दी पर आंच आती. पर मैंने तो एक फिल्म में अभिनय करते समय एक किरदार को पटकथा के अनुरूप निभाने का ही काम किया है. मुझे अनुज शर्मा ने एक सशक्त कथानक वाली फिल्म में अभिनय करने का मौका दिया, तो मैं इंकार न कर सका. वैसे आज कई कलाकार बहुत बड़े नेता व सांसद हैं. उन्होंने अतीत में फिल्मों में जो कुछ किया, क्या उसे गलत कहा जाएगा? ऐसा नही होता. अभिनय को निजी जिंदगी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. निजी जिंदगी में मैं बहुत ही शर्मीले स्वभाव का एक नेकदिल व शरीफ लड़का हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि 11 नवंबर को इस फिल्म के प्रदर्शित होने पर लोग मेरे अभिनय की तारीफ करेंगे.’’

अक्षय रंगशाही कहते हैं-‘‘वास्तव में यह हमारी फिल्म उस कटु सत्य का चित्रण करती है, जो आज समाज में नजर आ रहा है. हमारी युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य सभ्यता, बाजारवाद व संस्कृति इस कदर हावी होती जा रही है कि अब उनके लिए जीवन मूल्य, संस्कार वगैरह कोई मायने नहीं रखते. यह फिल्म इस बारे में बात करती है कि नई आंधी के चलते अब जीवन की सही दिशा क्या होनी चाहिए?’’

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