टीवी क्वीन के रूप में मशहूर रही निर्माता एकता कपूर की समझ पर फिल्म ‘‘अजहर’’ की असफलता ने सवाल उठा दिए हैं. अब तक माना जाता रहा है कि एकता कपूर को दर्शकों के साथ साथ बिजनेस की भी अच्छी समझ है और उनकी इस समझ पर कोई सवालिया निशान नहीं लग सकता. लेकिन 2016 में उनकी अपनी प्रोडक्शन कंपनी की दो फिल्में ‘क्या सुपर कूल हैं हम 3’’ तथा ‘‘अजहर’’ की असफलता ने उनकी समझ को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया हैं.
यूं तो ‘‘अजहर’’ के निर्माण में एकता कपूर की प्रोडक्शन कंपनी के ही साथ ‘‘सोनी पिक्चर्स’’ भी जुड़ा हुआ है, मगर सूत्रों का दावा है कि ‘‘अजहर’’ को लेकर सारे निर्णय एकता कपूर ने अकेले ही लिए. एकता कपूर ने ही ‘‘अजहर’’ के निर्देशन की बागडोर टोनी डिसूजा को सौंपी. मजेदार बात यह है कि टोनी डिसूजा ने ‘‘अजहर’’ से पहले एंथनी डिसूजा के नाम से ‘ब्लू’’ तथा ‘‘बॉस’’ जैसी असफल फिल्में निर्देशित की थी. टोनी डिसूजा तो उनका प्यार का नाम है. सूत्रों की माने तो एकता कपूर की सलाह पर ही एंथनी डिसूजा ने ‘अजहर’ मे निर्देशक के तौर पर अपना प्यार का नाम टोनी डिसूजा दिया, पर वह फिल्म को डूबने से नहीं बचा पाए.
एकता कपूर की समझ को लेकर सबसे ज्यादा सवाल ‘अजहर’ की असफलता की वजह से उठ रहे हैं. सूत्रों की माने तो पहले ‘अजहर’ का निर्देशन फिल्मकार कुणाल देशमुख कर रहे थे, (यह एक अलग बात है कि आज तक कुणाल देशमुख या एकता कपूर सहित किसी ने भी इस बात को कबूल नहीं किया है. वैसे इमरान हाशमी के साथ कुणाल देशमुख ‘जन्नत’ जैसी हिट फिल्म दे चुके हैं.) पर फिल्म की शूटिंग शुरू होने से कुछ समय पहले ही अचानक एकता कपूर ने कुणाल देशमुख की बजाय टोनी डिसूजा को निर्देशक बना दिया था. जबकि एकता कपूर ही नहीं पूरी फिल्म इंडस्ट्री इस बात से वाकिफ रही है कि टोनी डिसूजा ने इससे पहले ‘‘ब्लू’’ और ‘बॉस’ जैसी असफल फिल्में निर्देशित कर चुके थे.
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