'पोकेमॉन गो' गेम की लोकप्रियता को देखते हुए गूगल प्ले स्टोर पर कुछ लोगों ने फर्जी और खतरनाक ऐप्स डाल दिए हैं. सॉफ्टवेयर सिक्यॉरिटी कंपनी ESET ने कहा है कि ये ऐप्स फोन के लिए खतरनाक हैं. कंपनी ने बताया कि किसी ने गूगल प्ले स्टोर पर 'पोकेमॉन गो अल्टिमेट' नाम का संदिग्ध ऐप डाल दिया था. इस ऐप को बहुत से लोग डाउनलोड कर चुके हैं.
ESET के मुताबिक यह पहला ऐसा मैलवेयर वाला ऐप है, जो कि फोन की स्क्रीन को लॉक कर देता है. फॉर्च्यून पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऐप को डाउलोड करने के बाद जब रन करके इंस्टॉल किया जाता है, 'पोकेमॉन गो' के बजाय 'PI Network' नाम का ऐप इंस्टॉल हो जाता है. जो भी इस ऐप को रन करता है, उसका फोन फ्रीज हो जाता है.
फोन को ठीक करने के लिए बैटरी निकालकर रीबूट करना पड़ता है. रीबूट करने के बाद आपको ऐप्स में 'PI Network' कहीं नहीं मिलेगा. लगेगा कि वह ऐप गायब हो गया, मगर यह बैकग्राउंड में रन करते हुए फेक ऐड क्लिक जेनरेट करता रहता है. अगर आपने भी ऐसा कोई ऐप इंस्टॉल कर लिया है तो उसे तुरंत हटा दें. इसे हटाने के लिए फोन के ऐप्लिकेशन मैनेजर में जाना होगा.
पोकेमॉन गो दरअसल ऑगुमेंटेट रिऐलिटी ऐप है, जो कैमरे और जीपीएस के जरिए काम करता है. इसमें पोकेमॉन नाम के वर्चुअल क्रीचर को पकड़ना होता है, जो डिवाइस के कैमरे पर नजर आता है. यह गेम पूरी दुनिया बहुत पॉप्युलर हो चुका है. यह अभी कुछ ही देशों में रीलीज किया गया है, इसलिए अन्य जगहों के लोग संदिग्ध और फेक ऐप्स इंस्टॉल कर रहे हैं.
ESET ने 'पोकेमनॉ गो' और 'पोकेमॉन गो गाइड ऐंड चीट्स' जैसे नामों वाले कई अन्य खराब ऐप्स भी पाए हैं. अभी तो इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है, मगर अभी मिलते-जुलते नामों वाले ऐप्स मौजूद हैं.
'पोकेमॉन गो' गूगल प्ले स्टोर और ऐपल के ऐप स्टोर पर अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फिलिपीन्स, न्यू जीलैंड, ब्रिटेन और जर्मनी में उपलब्ध है. जल्द ही यह भारत, सिंगापुर, ताइवान और इंडोनेशिया में भी लॉन्च होगा.