अलसी को अंगरेजी में फ्लैक्स सीड्स कहते हैं. छोटेछोटे कत्थई से अलसी के दानों में सेहत का खजाना छिपा होता है. ये ओमेगा 3 फैटी एसिड का अच्छा जरीया हैं, जो सेहत को चमकाने में भरपूर मदद करता है. अलसी में अल्फा लिनोलेयिक एसिड के रूप में 50 फीसदी तक ओमेगा फैटी एसिड पाया जाता है. इस में एंटीआक्सीडेंट्स, विटामिन बी व डाइटरी फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बेहद कारगर हैं.
अलसी का सेवन कैसे करें
- अलसी को साबूत, भून कर या सूखी चटनी बना कर खा सकते हैं.
- अलसी का तेल निकाल कर भी इसे खाने में इस्तेमाल किया जाता है.
- इसे पीस कर सूखे मेवों के साथ मिला कर इस के लड्डू बना कर भी इसे खाया जाता है.
- अलसी के दानों का पाउडर 1 चम्मच रोज सुबह कुनकुने पानी के साथ भी लिया जा सकता है या इसे अपने एनर्जी ड्रिंक में भी मिला कर पी सकते हैं.
- इसे किसी भी पकवान में मिला कर खाया जा सकता है.
- अलसी के पाउडर को कभी भी सीधे गरम तेल में नहीं डालना चाहिए, क्योंकि ज्यादा गरमी में इस की पौष्टिकता खत्म हो जाती है और इस का स्वाद भी कड़वा हो जाता है.
- अलसी का पाउडर रोजाना 2 चम्मच से ज्यादा नहीं खाना चाहिए. शुरुआत हमेशा कम मात्रा से करें और यदि इस से कोई दिक्कत न हो तो मात्रा बढ़ा सकते हैं.
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अलसी के फायदे
कैंसर का खतरा कम करना :
अलसी खाने से कैंसर होने का खतरा कम होता है, यह सूजन को कम करती है. यह दिल की बीमारियों को रोकने में मदद करती है.
उच्च रक्तचाप को कम करना :
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 33 फीसदी शहरी व 25 फीसदी ग्रामीण आबादी उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान है. अलसी को अपने भोजन में शामिल करने से यह रक्तचाप के स्तर को कम करती है. इस के सही मात्रा में इस्तेमाल से यह उच्च रक्तचाप व इस से होने वाले सिरदर्द को भी दूर करती है.
स्किन की देखभाल :
एक शोध के मुताबिक तेज धूप सीधे पड़ने से हमारी स्किन यानी त्वचा झुलस जाती है. अलसी के दानों के नियमित इस्तेमाल से त्वचा को नुकसान से बचाया जा सकता है.
डिप्रेशन ठीक करती है :
एक जापानी अध्ययन के मुताबिक अलसी के इस्तेमाल से डिप्रेशन की समस्या ठीक हो जाती है. जो लोग डिप्रेशन से घिरे होते हैं, उन में एक तरह के एसिड की कमी हो जाती है, जो अलसी के इस्तेमाल से पूरी हो सकती है.
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लीवर कैंसर के खतरे को कम करना :
आधुनिक रहनसहन और दिनचर्या ने स्वस्थ जीवन जीना मुश्किल कर दिया है. दिनचर्या में असंतुलन, जंक फूड और शारीरिक क्रियाकलापों में कमी की वजह से लीवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ गया है. लेकिन हाल ही में किए गए एक शोध के मुताबिक अलसी के नियमित इस्तेमाल से हम लीवर से जुड़ी बीमारियों के खतरे को काफी कम कर सकते हैं.
कोलेस्ट्राल घटाती है :
आजकल लोगों में कोलेस्ट्रोल बढ़ने की समस्या आम है. इस का इलाज न होने पर यह धमनियों को जाम कर सकता है, जिस से दिल का दौरा पड़ सकता है. अलसी के दाने कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करने में मददगार होते हैं.
गठिया में लाभकारी :
अलसी के दानों के रोजाना इस्तेमाल से गठिया से जुड़ी समस्याओं जैसे दर्द, जकड़न से नजात मिलती है.
डायबिटीज काबू करती है :
अलसी के दाने टाइप 2 डायबिटीज में ब्लडशुगर लेवल को सही करते हैं. अपनी खुराक में नियमित रूप से अलसी का इस्तेमाल कर के ब्लडशुगर लेवल को ठीक रखा जा सकता है.
हारमोनों को सही करती है :
मोनोपाज के बाद महिलाओं में होने वाली हारमोन से जुड़ी बीमारियां अलसी के दानों के नियमित इस्तेमाल से दूर हो सकती हैं.
– सरस्वती