कोरोना महामारी ने बीते छह माह से दुनिया की गतिशीलता पर विराम लगा रखा है. भागदौड़ बंद है. सारे काम घर बैठे हो रहे हैं. वर्क फ्रॉम होम करने वाली ज़्यादातर महिलाओं को शिकायत है कि इन छह महीनों में उनका वज़न छह से दस किलो तक बढ़ गया है. दरअसल घर में रहने के दौरान वे उस तरह भागदौड़ नहीं कर रही हैं जैसा ऑफिस जाने के दौरान किया करती थीं.

कोरोना काल से पहले तक उनकी दिनचर्या में सुबह जल्दी उठ कर घर भर का नाश्ता तैयार करना, लंच बनाना, बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना, पति को ऑफिस के लिए रेडी होने में सहयोग देना, फिर खुद तैयार होकर मेट्रो स्टेशन पहुंचना, मेट्रो में भी खड़े – खड़े जाना और ऑफिस पहुंच कर भी चकरघिन्नी बने रहना, जैसी बातें शामिल थीं. ये सारे दिन की ज़बरदस्त एक्सरसाइज़ बॉडी पर चर्बी चढ़ने ही नहीं देती थी, मगर कोरोना की वजह से हुए लॉकडाऊन में पूरी तरह बंद हो गयी. नतीज़ा महिलायें बढ़ते वज़न से परेशान हो रही हैं.  औरतों के शरीर में चर्बी का जमाव सबसे ज़्यादा पेट, कूल्हे और जाँघों पर होता है. मोटापा बढ़ने का पता इन्ही जगहों से चलता है. कोरोना में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद सोसाइटीज के पार्कों में अब सुबह सुबह व्यायाम करने और वॉक करने वाली महिलाओं की तादात पहले के मुकाबले कहीं ज़्यादा नज़र आ रही है.

ये भी पढ़ें- अब प्लेटलेट्स पर कोरोना की मार

पहले जो कामकाजी महिलायें कभी मॉर्निंग वॉक या व्यायाम के लिए पार्कों में नहीं आती थीं, वे भी अपने बढ़ते वज़न से चिंतित होकर सुबह सुबह सड़कों पर जॉगिंग करते या पार्कों में व्यायाम करती दिखाई दे रही हैं. अर्चना मधुसूदन के कूल्हों पर इन छह महीनों में काफी भारीपन दिख रहा है. वहीँ निशा मेहता के सारे सूट उनकी कमर और पेट पर तंग हो गए हैं. दोनों महिलायें सुबह एक से डेढ़ घंटे तक पार्क में वाकिंग और एक्सरसाइज़ करती हैं. अर्चना का कहना है कि कूल्हों और थाई पर फैट जमा होने से उनके पैरों में बहुत दर्द रहने लगा है. कभी कभी टखने भी सूज जाते हैं. कूल्हों के भारीपन ने घर की सीढ़ियां चढ़ना भी मुश्किल कर दिया है. अर्चना मधुसूदन जो छह महीने पहले तक ऑफिस जाने के दौरान मेट्रो स्टेशन और ऑफिस की सीढिया खटाखट चढ़ जाती थीं, अब अपने घर की सीढिया चढ़ने में हांफ जाती हैं.

ये भी पढ़ें- Nutrition Special: बढ़ते बच्चों की सही ग्रोथ के लिए जरुरी हैं ये 15

पांच छह सीढ़ियों के बाद ही पैर ऐसे भारी हो जाते हैं मानों सैकड़ों सीढ़ियां चढ़ आयी हों. घुटनों और टखनों में लगातार दर्द बना रहता है. ज़ाहिर है शरीर का पूरा वज़न पैर ही उठाते हैं. जब वज़न बढ़ेगा तो पैरों को सबसे पहले तकलीफ सहनी होगी. वहीँ निशा मेहता का कहना है कि रात में बिस्तर पर लेटते समय उनको शरीर के किसी खास हिस्‍से में खिंचाव और तनाव महसूस होता है. खासकर ज्‍वाइंट्स और हिप बोन में. असल में यह हिप एरिया की मांसपेि‍शियों और बोन्‍स पर जरूरत से ज्‍यादा दबाव डाल देने के कारण होता है. इनमें लॉन्‍ग वर्किंग आवर और एक ही पोजीशन में ज्‍यादा देर तक बैठे रहना सबसे बड़ी वजह है.   कूल्हे या हिप्स में दर्द महिलाओं और पुरुष दोनों को हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह समस्या महिलाओं को अधिक होती है. लगातार ज्‍यादा देर तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने का यह दुष्प्रभाव शरीर पर पड़ता है. अकसर गलत तरीके से उठने-बैठने या असंतुलित जीवन शैली की वजह से जोडों में दर्द हो सकता है. पर अगर यह दर्द हिप्‍स में है तो इसे हल्‍के में न लें. हमारे आधे से ज्‍यादा शरीर का भार हिप्‍स पर ही होता है. एक्टिव लाइफ के लिए इनका भी हेल्‍दी होना जरूरी है. हिप्‍स पेन कई गंभीर बीमारियों की दस्‍तक हो सकता है. दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में क्यों ने लेकिन रुटिन की जिदंगी को काफी प्रभावित कर देती हैं. जब हमारे कमर, गर्दन, कलाई , पैर में दर्द हो तो हम दवाई लगा कर काम पर लग जाते है,

ये भी पढ़ें- Nutrition Special: न्यूट्रिशन से भरपूर है दही, जानें इसके फायदे

उन्हें अपनी तेजी से चलती हुई जिदंगी का हिस्सा मान लेते है. लेकिन कूल्हे के दर्द को कभी जिदंगी का हिस्सा नही बनाना चाहिए. यह हमारे रोज के काम के साथ साथ हमारे शरीर को भी काफी प्रभावित कर सकता हैं.  हिप बोन की हेल्‍थ के लिए व्यायाम बहुत ज़रूरी है. इसके अलावा तीस मिनट तेज़ रफ़्तार में चलना और अपनी डाइट में कुछ चीज़ों की मात्रा बढ़ा देने से भी कूल्हे के दर्द से राहत मिल सकती है. अगर आपके भी कूल्हे और पैरों में भारीपन है और लगातार दर्द बना हुआ है तो खाने में शामिल करें ये खास फूड

1.एप्‍पल साइडर विनेगर 

एक गिलास पानी में एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पीने से कूल्हे के दर्द में काफी आराम मिलता है. इसके अलावा ब्रोकली खाने से भी न सिर्फ कूल्हे का दर्द सही होता है, बल्कि पूरे शरीर के दर्द में भी आराम मिलता है. ब्रोकली में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों की सेहत लंबे समय तक बरकरार रखते हैं. पपीता खाएं  पपीते में बड़ी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. विटामिन सी न केवल इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है, बल्कि ये कूल्हे के दर्द के लिए भी काफी फायदेमंद है. इसके अलावा सही साइज के जूते पहनकर, एक्सरसाइज करके और मोटापे को नियंत्रित रखकर भी आप हिप पेन से राहत पा सकते हैं.

ये भी पढ़ें- Nutrition Special: ऐसी होनी चाहिए टीनएजर्स की डाइट

2.विटामिन ई

हिप्स के दर्द से छुटकारा दिलाने के लिए विटामिन ई युक्त चीजें बहुत फायदेमंद होती हैं. खासतौर पर बादाम में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड सूजन और गठिया के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है. बादाम के अलावा मछली और मूंगफली में भी पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है.

3.लहसुन खाएं

कूल्हे के दर्द में लहसुन का सेवन अधिक से अधिक करें इससे काफी आराम मिलता है. विशेषज्ञ भी मानते हैं कि प्याज और लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कूल्हे के दर्द में तुरंत आराम पहुंचाते हैं. इनके नियमित सेवन से कूल्हे के दर्द की शिकायत होने का खतरा काफी कम हो जाता है. दर्द महसूस हो तो अपनाएं ये उपाय  बर्फ का सेक  कूल्हों में यदि बहुत ज्‍यादा दर्द हो तो, तुरंत रिलीफ के लिए बर्फ रगड़ी जा सकती है. पर ध्‍यान रहे बर्फ को सीधे अप्‍लाई करने की बजाए, इसे कपड़े में लपेट कर दर्द वाले स्‍थान पर लगाएं. 10 से 15 मिनट तक 4 से 5 बर्फ के टुकड़ों का प्रयोग किया जा सकता है. इसके अलावा बर्फ को प्लॉस्टिक के बैग में रखकर भी आप हिप्‍स की मसाज कर सकते हैं. एक्‍सरसाइज करें  एक्‍सरसाइज से भी हिप पेन में राहत मिलती है. स्ट्रैचिंग या हल्‍के-फुल्‍के व्यायाम इस में मदद कर सकते हैं. स्विमिंग बहुत अच्छी कसरत है. यह हड्डियों पर ज्यादा दबाव नहीं डालती.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...