सिंगल पेरैंट डेटिंग टिप्स  पिछले रिश्ते से निकलने के बाद कुछ समय इंतजार करें. आप को अकेलापन महसूस हो सकता है, पर नए रिश्ते में जल्दबाजी न करें. आप एक असफल रिश्ते से बाहर आए हैं. सो, यह मनन जरूर करें कि कहां क्या गलत हुआ, आप का इस में कितना योगदान था. वरना आप ये इश्यूज नए रिश्ते में भी ले कर चल सकते हैं. और आप के सामने फिर वही स्थिति आ सकती है और फिर तनाव ?झेलना पड़ सकता है

यदि आप में आत्मविश्वास की कमी हो तो किसी थेरैपिस्ट से मिलने में कोई बुराई नहीं. द्य यह स्वीकार कर लें कि आप की फैमिली लाइफ पर डेटिंग के बाद असर पड़ेगा. कोई अपराधबोध न पालें. आप के जीवन में इस से खुशी आ सकती है, तो जरूर आगे बढ़ें. द्य अच्छी तरह सोच लें कि आप को नए पार्टनर से क्या चाहिए. देख लें कि उस में कितना पेशंस है, क्योंकि आप सिंगल पेरैंट हैं. आप को अपने बच्चे के साथ उस का व्यवहार कैसा है, यह भी देखना होगा.  बच्चा आप की डेटिंग पर क्या रिऐक्शन देगा,

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यह चिंता स्वाभाविक है. पर यह डर अपने ऊपर हावी न होने दें. बच्चों से बात करते रहिए, इसे राज बना कर न रखें. उन्हें उन के मन की बात कहने दें. आप के बच्चे यंग हैं, तो उन्हें आराम से सम?ाइए कि डेटिंग है क्या. उन्हें बताएं कि एडल्ट्स के लिए आपस में मिलना, दोस्त बनना नैचुरल है.

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फर्स्ट डेट पर आप को अपने जीवन की पूरी स्टोरी सुनाने की जरूरत नहीं है. पर यदि आप मां या पिता हैं, तो जल्दी से जल्दी बता दें. आप का पार्टनर सही होगा, तो वह आप की हर भावना का सम्मान करेगा. द्य हो सकता है बच्चा आप के नए पार्टनर को तुरंत स्वीकार न करे. उसे कुछ समय दें. पार्टनर को भी बच्चे का व्यवहार बताएं कि उसे क्या पसंद है, क्या नहीं.

 

 

 

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