क्या आप अकेले हैं , तो बाते करें रीना ,गीता ,सीमा से…. इस तरह का सन्देश आपके पास भी आता है . तो आप अपने विवेक से इस तरह का सेवा चुनने के लिए स्वतंत्र है. निजी मोबाईल कंपनी फ्रैंड जोन एवं वाईस चैट के नाम से सर्विस चलती है. जहां मोबाईल ग्राहकों को अपने अकेलेपन दूर करने की बात कही जाती है, लेकिन सर्विस की सेवा लेने के बाद बात ही कुछ और होती है. इस सुविधा के लिए ग्राहकों को चंद रकम अदा करना पड़ता है, फिर वह दोस्ती के नाम पर रची एक अनोखी दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं, जहां दूर- दूर तक अपनत्व का एक ऐसा संसार रचा बसा है कि आप कब शालीनता से अश्लीलता में आ जाएंगे , आपको भी पत्ता नहीं चलेगा एवं अभद्रता का भंडार आपका स्वागत करेगा.
निजी कंपनियों के इस दोस्ती सर्विस की सच्चाई जानने के लिए हमने वोडाफोन, आइडिया एवं एयरटेल के फ्रैंड ज़ोन पर बात करने वाली लड़कियों से बात किया और जो बात सामने आई ,वह कई मोबाईल ग्राहकों कों नही मालूम होगा.
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मोबाईल कम्पनी के फ्रैंड जोन पर काम करने वाली लड़किया आप से बात करते वक्त अपना नौकरी करती है, इन लड़कियों का काम ही है , ग्राहकों से बात करना. एयरटेल में वाईस चैट में काम करने वाली मोनिका (बदला हुआ नाम ) बताती है – मै इस सर्विस में 16 महीने से काम कर रही हूं , जितने लोगों से बात करती हूं , उसी के हिसाब से पैसा बनता है . मोनिका आगे बताती है कि, इस सविर्स में काम करने के लिए आपको अपना टारगेट पूरा करना पड़ता है. जो प्रतिदिन 5 – 7 घंटो का होता है, अर्थात आपको प्रतिदिन 5 – 7 घंटे बात करना पड़ता है. इस क्षेत्र में काम करने वाली रीना (बदला हुआ नाम ) बताती है कि – अश्लीलता में लिप्त ये चैट सर्विस मोबाईल कंपनियों के लिए मोटी कमाई का जरिया बनता जा रही है.
उनसे जब हमने पूछा कि अश्लील होते हुए आप ये कम क्यों करती हो और दोस्ती के लिए चलने वाले इस सर्विस में अश्लीलता कैसे आ जाती है ? तों जबाव थोडा नरम आवाज में आयी, रीना ( बदला हुआ नाम ) बताती है , कि मैंने जब वोडाफोन के वाईस चैट में काम करना शुरू किया था,तों यह सब मेरे सर के ऊपर से जाता था. लेकिन धीरे-धीरे मै सब समझ गई . जहां तक बात है अश्लीलता का तो यह टारगेट के दबाव से आया है. लखनऊ की तृष्णा ( बदला हुआ नाम ) कहती है कि ऐसा नहीं है कि यह पूरी चैट सर्विस गलत है, कई बार मुझे उस तरह के दुखी दिल से गुफ्तगु होता है,जो कहीं न कहीं अपने अकेलेपन और बेवफाई से परेशान है , तभी यहां आते है है हमसे घंटों बाते करते है .
रीना (बदला हुआ नाम ) बताती है कि किसी का मन नही करता अश्लीलतायों से लिप्त इस सर्विस में काम करने का लेकिन नौकरी बचाने और अधिक पैसा कमाने के लिए यह सब करना पड़ता है .
यह बात हैल्लो से शुरू होती है और फिर अगले पल आप जो उस समय चाहते है , उसे के बातों के द्वारा आप तक पहुंचा कर के ही ख़त्म होती है. यह सिलसिला तब तक चलता है जब तक आप अकेलेपन के शिकार में फोन पर दोस्त खोजते हो और आपका मोबाईल में पैसों हो , जहां ही किसी एक में कमी आती है यह सिलसिला थम जाता है.
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इस सर्विस में बात करने वाले ग्राहक प्रति मिनट 3 से 4 रूपया प्रति मिनट के दर से बात करते है , तों जरा सोचिये अकेलापन के गम और वाईस चैट की मस्ती उनके लिए कितना महँगी पड़ती होगी और मोबाईल कंपनियों के लिए कितनी फायदेमंद.
आपके कुछ पल की वार्तालाप वाली खुशी के लिए आपका मोबाईल का रिचार्ज उड़ा देगी या आपका मोबाईल बिल बढ़ जाएगा. तो सावधान रहिए.