आजकल कुछ कंपनियां वर्क फ्रौम होम यानी घर से काम करने की सुविधा प्रदान करती हैं. इस के अतिरिक्त कुछ लोग अपनी निजी कंपनियां भी घर से चलाते हैं या घर से पार्टटाइम काम करते हैं या कोई विद्यार्थी जो पढ़ाई के साथ कुछ कमाना चाहता हो. ऐसे में अपने घर में ही एक जगह औफिस बनाना होता है जहां शांति से बैठ कर सुविधा के साथ काम कर सकें. खासकर महिलाओं के लिए वर्क फ्रौम होम एक सुनहरा मौका देता है. न दफ्तर के लिए ट्रैफिक का सामना करना है और न ही कौन सी ड्रैस आज पहननी है कि टैंशन. मेकअप की भी कोई चिंता नहीं होती. आइए, घर में ही अपना औफिस बनाने के कुछ विकल्प पर गौर करते हैं.

औफिस किसे और किसलिए : सब से पहले यह सुनिश्चित करना है कि औफिस किसे और किसलिए चाहिए. अगर किसी विद्यार्थी के लिए हो तो उसे कुछ ज्यादा जगह और बड़ी डैस्क चाहिए ताकि वह अपनी किताबें आदि रख सकें. यदि आर्किटैक्ट या ड्राइंग से संबंधित काम करना हो तो ड्राइंगबोर्ड रखने के लिए और वहां बैठ कर या खड़े हो कर काम करने की जगह होनी चाहिए. इस के अतिरिक्त फोन और कंप्यूटर के लिए डैस्क और कुरसी की जगह होनी चाहिए. अगर वीडियो कौन्फ्रैंसिंग करनी हो तो आप के औफिस का कुछ प्रोफैशनल लुक भी होना चाहिए. आजकल वर्क फ्रौम होम का मतलब कंप्यूटर होना जरूरी है, तो आप को डैस्कटौप कंप्यूटर चाहिए या लैपटौप या क्रोमबुक. आप का औफिस कहां और कितना बड़ा हो, इन सब बातों पर निर्भर करता है.

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अगर आप को बिलकुल शांत वातावरण चाहिए तो आप को एक अलग कमरा चाहिए जिस में दरवाजा हो.

क्लोजेट में औफिस : अगर आप को बड़े औफिस की जरूरत नहीं हो तो किसी स्पेयर स्पेस में – गैस्टरूम की क्लोजेट या किसी बड़े क्लोजेट के एक हिस्से में औफिस बना सकते हैं. क्लोजेट के गैरजरूरी शेल्व्ज या रैक्स, उन के रौड्स, हैंगर्स और दरवाजे निकाल कर सफेद या हलके रंग से रंग दें. डार्क कलर से जगह छोटी दिखती है और रोशनी भी कम लगती है.

गैराज में औफिस : अपने गैराज के एक हिस्से में कुछ मामूली बदलाव ला कर उसे रीमौडल कर अपना प्राइवेट औफिस बनाया जा सकता है, जहां आप को शांति भी मिलेगी.

एंट्री वे पर औफिस : एक स्लिम या अर्द्धचंद्राकार आकार का साइडटेबल और एक छोटी वर्किंग चेयर एंट्री वे में रख कर छोटा और साफसुथरा औफिस बनाया जा सकता है. चेयर बैकलैस हो तो उसे डैस्क के अंदर रख सकते हैं. साइड में वर्किंग डैस्क के नीचे छोटामोटा सामान भी रख सकते हैं.

फैमिली या लिविंगरूम औफिस : लिविंगरूम के किसी कोने में एक एल शेप की डैस्क और उस के कुछ ऊपर तक दीवारों में कैबिनेट बना कर आप अपना औफिस बना सकते हैं. यहां डैस्क के नीचे में ताले वाले ड्रौअर बनवा सकते हैं. जब आप को थकान महसूस हो, यहां आप के आराम के लिए सोफे या काउच भी होंगे. अगर लिविंगरूम बड़ा हो तो एक फोल्डेबल डिवाइडिंग डोर या स्क्रीन भी लगा सकते हैं.

किसी भी कोने में आरामदायक औफिस : कुछ घरों के अंदर कोने में नुक्कड़नुमा पौपआउट होते हैं. किचन के ब्रेकफास्ट नुक्कड़ में आप छोटा औफिस बना सकते हैं. यहां से महिलाएं किचन के कुछ काम भी देख सकती हैं. दीवार के कोने में फोल्डेबल बिल्ट इन डैस्क लगा कर औफिस बनाया जा सकता है.

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पोर्टेबल औफिस : अगर आप के क्लोजेट, गैराज या लिविंगरूम में कोई स्पेयर जगह नहीं है तो चिंता न करें. आप एक छोटा पोर्टेबल औफिस बना सकते हैं. अपने किसी स्पेयर कौकटेल टेबल या अन्य किसी छोटे टेबल, जिन में रौलर्स लगे हों, पर अपना वर्किंग स्पेस बना सकते हैं. इस में ग्लासहोल्डर ग्रूव बनें हों तो और भी अच्छा है. इस पर पेन स्टैंड, एक कौपी, और लैपटौप रख कर कहीं से भी आसानी से काम कर सकते हैं.

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