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आज की बचत देगी कल की सुरक्षा, आजमाएं ये आसान तरीके

अर्थशास्त्रियों का मत है कि जितना कमाएं उस में से 20 फीसदी पैसा भविष्य के लिए जमा करें. जो ऐसा नहीं करता वह अंत समय में आई परेशानी या अकस्मात आई मुसीबत के समय दूसरों का मुंह देखता है. ऐसे समय में सुनाने वाले या मदद देने वाले भी यही कहते हैं कि सारी जिंदगी कमाते रहे और खाते रहे. ऐश में सब उड़ाया लेकिन इस वक्त के लिए कुछ न बचाया.

जरूरी है कि शुरू से ही बचत की आदत डाली जाए, हाथ खींच कर पैसा खर्च किया जाए, अपनी कमाई में से जितना अधिक बचा सकें, बचाया जाए ताकि रिटायरमैंट के बाद जेब खाली न रहे. और कल सुरक्षित रहे.

बच्चों पर अंधाधुंध खर्च न करें :  अकसर पेरैंट्स अपने बच्चों के चेहरों पर मुसकान देखने के लिए उन की हर मांग पूरी करने की कोशिश करते हैं. चाहे उन के लिए उन्हें अपनी जमापूंजी खर्च करनी पड़े या फिर किसी से उधार लेना पड़े. ऐसा करने से बच्चे भले ही खुश हो जाएं लेकिन इस से नुकसान आप का ही होता है. एक बार अगर आप ने उन की जिद पूरी की तो अगली बार से वे आप के सामने फरमाइशों की लिस्ट रखनी शुरू कर देते हैं. तब, आप को, न चाहते हुए भी, उन्हें पूरा करना पड़ता है.

शुरू से ही कंट्रोल रखें यानी जब जरूरत हो, चीज तभी दिलवाएं. जैसे, अगर आप ने अपने बच्चे को 2 महीने पहले ही मोबाइल दिलवाया है और

4 महीने बाद बच्चा फिर कोई दूसरे मोबाइल की डिमांड करने लग जाए तो आप उस की इस मांग को पूरा न करें बल्कि शुरू से समझा कर चलें कि अगर हम आज बचा कर नहीं चलेंगे तो कल तुम्हें उच्च शिक्षा कैसे दिलवा पाएंगे. इस से वे आप को समझेंगे. लेकिन ऐसे प्रयास शुरूआत से करने जरूरी हैं.

बाहर के महंगे खाने से बचें :  आप की न्यूक्लियर फैमिली है और आप दोनों पतिपत्नी वर्किंग हैं. ऐसे में लेटनाइट घर आ कर खाना बनाना मुश्किल होता है और आप आएदिन बच्चों के  साथ रात का डिनर करने बाहर पहुंच जाते हैं. इतना ही नहीं, जब कभी भूख लगे तो घर से भी और्डर कर देते हैं. भले ही आप की सैलरी अच्छी है लेकिन आप की यह आदत न तो सेहत के लिहाज से सही है और न ही पौकेट के हिसाब से.

घूमने का साल में बनाएं एकाध प्रोग्राम :  बच्चों की छुट्टियां पड़ते ही तुरंत कहीं बाहर जाने का प्रोग्राम बना लें या फिर बच्चों की फरमाइश पर ट्रेन का टिकट नहीं मिलने पर फ्लाइट का टिकट बुक करवा लें. बच्चों को यह न लगे कि उन के बाकी फ्रैंड्स घूमने जा रहे हैं और उन्हें घर पर बोर होना पड़ेगा. लेकिन घूमने पर पानी की तरह पैसा बहाने न लग जाएं, भले ही इस पर आप की सेविंग ही क्यों न लग रही हो. इस में कोई समझदारी नहीं है.

निजी वाहन का इस्तेमाल कम करें :  आज हर कोई अपने स्टेटस के लिए घर में गाड़ी रखना पसंद करता है. लेकिन घर में गाड़ी होने का यह मतलब नहीं है कि थोड़ीथोड़ी दूरी पर जाने के लिए भी गाड़ी ही ले जाएं. इस से एक तो आदत बिगड़ती है, दूसरे जो काम सस्ते में हो सकता है वह डबल खर्च में होता है. इसलिए अगर आप अपने खर्चों पर लगाम लगाना चाहते हैं तो थोड़ी दूरी के लिए गाड़ी के इस्तेमाल को अवौइड करें.

दोनों हाथों से कमाएं  :  आज महंगाई व खर्च बढ़ने के कारण परिवार के एक सदस्य का कमाना काफी नहीं होता. जरूरी है कि पति के साथ पत्नी भी कमाए. इस के लिए बाहर जा कर ही कमाना जरूरी नहीं, बल्कि आज महिलाओं के लिए अनेक ऐसे फ्रीलांस वर्क हैं जिन्हें वे घर पर कर के अच्छाखासा पैसा कमाने के साथसाथ अपना आत्मविश्वास भी बढ़ा सकती हैं.

इस से फायदा यह होगा कि एक की सैलरी से जहां जरूरतें पूरी होंगी वहीं दूसरे की सेविंग करने में काम आएगी. लेकिन यह सब निर्भर करेगा आप की स्मार्ट प्लानिंग पर.

मौल से ज्यादा लोकल मार्केट से करें शौपिंग  :  आज यह कहना गलत नहीं होगा कि मौल से शौपिंग करना स्टेटस सिंबल बन गया है. इसी कारण हर पेरैंट्स अपने बच्चों को मौल से ही शौपिंग कराना पसंद करते हैं. हालांकि यह पौकेट पर बोझ पड़ता है. मौल में हमें हर चीज दोगुने दामों पर मिलती है. इस बात से हम वाकिफ भी होते हैं लेकिन फिर भी स्टेटस के चक्कर में ही फंसे रहते हैं. इसलिए जरूरत है समझदार बनने की और इस के लिए आप को चाहिए कि आप ज्यादा से ज्यादा चीजें लोकल मार्केट से ही खरीदें. आप को देखदेख कर आप के बच्चे भी समझदार बनेंगे और बचत भी हो जाएगी.

पैंशन प्लान से करें टैंशन दूर : आप सरकारी नौकरी में हैं तब तो आप को रिटायरमैंट के बाद पैंशन की टैंशन नहीं होगी लेकिन अगर आप प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं तो आप को अभी से पैंशन प्लान लेना होगा. इस के लिए अभी से आप को निश्चित अवधि तक रैगुलर किस्त भरनी होगी. इस से फायदा यह होगा कि जब आप की रिटायरमैंट की उम्र होगी तब आप को हर माह पैंशन मिलनी शुरू हो जाएगी. इस से रिटायर्ड होने के बाद भी आप टैंशन फ्री रह पाएंगे.

पीपीएफ है फायदेमंद  :  आजकल कई कंपनियों में पीएफ नहीं कटता. ऐसे में आप बैंक वगैरा में अपना पीपीएफ अकाउंट (पब्लिक प्रौविडैंट फंड खाता) खोल कर सेविंग कर सकते हैं. इस में आप को अपने अकाउंट को ऐक्टिव रखने के लिए साल में कम से कम 500 रुपए जमा करवाने जरूरी हैं. आप ज्यादा भी जमा करवा सकते हैं.

इस की परिपक्वता अवधि 15 साल है. लेकिन अगर आप अपना पैसा वापस निकालना चाहते हैं तो इस में 5 साल से पहले आप नहीं निकाल सकते.

और भी फायदेमंद स्कीम्स

किसान विकास पत्र  : यह भी सेविंग का एक बहुत अच्छा माध्यम है. इस में मैच्योरिटी पर पैसा डबल हो कर मिल सकता है.

फिक्स्ड डिपौजिट : जब बैंक में किसी खास अवधि के लिए आप अपना पैसा निवेश करते हैं तो उसे फिक्स्ड डिपौजिट कहते हैं. इस में आप को ब्याज ज्यादा मिलता है.

डाकघर रेकरिंग जमा खाता योजना  :  कोई भी व्यक्ति देश के किसी भी डाकघर में आरडी खाता खोल सकता है. यह सिंगल और जौइंट दोनों तरह का हो सकता है. हर महीने इस में निवेश करना होता है. आप को इस में ब्याज मिलता है. इस में एक यह फायदा होता है कि एक साल के बाद आप को 50 फीसदी तक रकम निकालने की अनुमति होती है. इस में आप कितना भी पैसा निवेश कर सकते हैं.

इस के अलावा भी बाजार में कई ऐसे प्लान हैं जो आप के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. इस के लिए आप को बैंकों या विशेषज्ञों से बात करनी होगी. इस तरह, आप आज बचत कर के अपना कल सुरक्षित बना सकते हैं.

बच्चों को दादी-नानी की कहानियां सुनाएगा ये ऐप

बच्चे 1980-90 के दशक में माता-पिता, दादा-दादी या नाना-नानी से कहानियां सुना करते थे. बड़ों के जीवन की आपाधापी में और सिकुड़ते परिवारों के बीच आज के बच्चे उस सुख से दूर होने लगे हैं.

डिजिटल युग में इसका समाधान करने के लिए कहानी सुनाने वाला खिलौना ‘नियो’ पेश किया गया है जो ऐप आधारित है. अभिभावकों के लिए बनाया गया नियो बच्चों को अपने पैरेंट्स की आवाज में भी पुराने समय की कहानियां सुना सकता है. इसके लिए जरूरी नहीं कि वे अपने बच्चों के पास बैठे ही हों.

इस ऐप का इस्तेमाल कर पैरेंट्स कहानियों को रिकार्ड कर सकते हैं और उसे इंटरनेट के जरिए नियो पर भेज सकते हैं और बच्चे अपनी इच्छा के अनुसार जब चाहे उन्हें सुन सकते हैं. दरअसल नियो राक्षस की शक्ल का खिलौना है. इसमें एक GB तक डेटा स्टोरेज की क्षमता है.

इसमें 100 से ज्यादा कहानियां भरी जा सकती है. सोशल टौयज के सह-संस्थापक अमित देशपांडे ने कहा, ‘नियो, माता-पिता का विकल्प नहीं बन सकता है, लेकिन यह माता-पिता को छोटे बच्चों को अपनी आवाज में कहानियां सुनने की अनुमति देता है’.

वर्तमान में एकल परिवारों के दौर में यह दादा-दादी को बच्चों से जोड़ने का अच्छा माध्यम है. उन्होंने कहा, नियो एक खिलौना है, जिसे बच्चे अपने साथ रख सकते हैं. कंपनी ने इस खिलौने की बिक्री अगले साल जनवरी तक शुरू करने की योजना बनाई है. जब इसे जनता के उपलब्ध कराया जाएगा तो इसकी कीमत 3500 रुपये होगी.

मुझे अपने पति से सहवास के दौरान वह सुख नहीं मिल रहा जो मैं चाहती हूं. मैं यह बात उन से कह नहीं पा रही. क्या करूं.

सवाल
मेरे विवाह को 1 वर्ष हो चुका है. लेकिन मुझे अपने पति से सहवास के दौरान वह सुख नहीं मिल रहा जो मैं चाहती हूं. मैं किसी और के बारे में सोचना भी नहीं चाहती, क्योंकि मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं. दिक्कत यह है कि मेरे पति का यौनांग बहुत छोटा है और मैं यह बात उन से कह नहीं पा रही. कोई ऐसी दवा बताएं जिस से उन के लिंग की लंबाई बढ़ सके?

जवाब
यौनांग की लंबाई को बढ़ाने के लिए न तो कोई दवा है और न ही इस की आवश्यकता है, क्योंकि लिंग के आकार का सहवास के आनंद से कोई लेनादेना नहीं है. इसलिए सब से पहले अपने दिमाग से यह पूर्वाग्रह निकाल दें. सहवास में प्रवृत्त होने से पहले रतिक्रीड़ा यानी आलिंगन, चुंबन आदि करें. कामोत्तेजित होने के बाद संबंध बनाएंगे तो कोई कारण नहीं कि आप को आनंद प्राप्त न हो.

जीत के जश्न में धोनी बने ड्राइवर, मैदान पर दौड़ाई गाड़ी

टीम इंडिया ने श्रीलंका को कोलंबो में खेले गए पांचवें और आखिरी वनडे में 6 विकेट से मात देकर पांच मैचों की वनडे सीरीज में 5-0 से श्रीलंका का सूपड़ा साफ कर दिया है. इसी के साथ ही भारत, श्रीलंका का उन्हीं की धरती पर वनडे सीरीज में 5-0 से सफाया करने वाली पहली टीम बन गई है.

आपको बता दें कि इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने टीम इंडिया को वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप के लिए 239 रनों का लक्ष्य दिया.

जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने विराट कोहली के 30वें वनडे शतक (नाबाद 110) और केदार जाधव (63) के अर्धशतक की बदौलत 46.3 ओवर में ही 239 रन बना लिए और ये मैच 6 विकेट से अपने नाम कर लिया.

भुवनेश्वर कुमार को उनके शानदार बौलिंग प्रदर्शन के लिए ‘मैन औफ द मैच’ का अवार्ड मिला. जबकि जसप्रीत बुमराह को सीरीज में सबसे ज्यादा 15 विकेट लेने के लिए ‘मैन औफ द सीरीज’ का अवार्ड दिया गया.

मैच के बाद मैदान पर टीम इंडिया की मस्ती देखने को मिली. जसप्रीत बुमराह को मैन औफ द सीरीज के रूप में गाड़ी तोहफे में मिली. जिसके बाद पूरी टीम ही उस गाड़ी पर सवार हो गई और मैदान के चक्कर लगाने लगी.

पूरी टीम गाड़ी पर थी, ट्राफी गाड़ी की छत पर और ड्राइवर बने थे पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी. पूरी टीम ने इस दौरान जमकर मस्ती की.

पाचवें वनडे के दौरान भी कई रिकार्ड्स बनें और टूटे. आईए नजर डालते हैं उन रिकार्ड्स पर.

कोहली की कप्तानी में तीसरी बार क्लिन स्विप

चार सालों में यह तीसरा ऐसा वनडे सीरीज था जिसमें कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने 5-0 से क्लीन स्विप के साथ सीरीज पर अपना कब्जा जमाया है.

विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय खिलाड़ियों ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया. यह भारतीय टीम का छठा क्लीन स्विप था. इसमें विराट कोहली तीन क्लीन स्विप के साथ पहले नंबर पर हैं, 2 क्लीन स्विप महेंद्र सिंह धोनी और एक गौतम गंभीर के नाम दर्ज है. विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने सभी मैचों में मेजबान टीम के छक्के छुड़ा दिए थे.

वनडे करियर का 30वां शतक

श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के पांचवे और अंतिम वनडे मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का 30वां शतक जड़कर आस्ट्रेलिया के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन कप्तान रिकी पोंटिंग की बराबरी कर ली है. इसी के साथ ही विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में रिकी पोंटिंग के साथ सयुंक्त रूप से दूसरे नंबर पर आ गए हैं.

आपको बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ चौथे वनडे में विराट कोहली ने श्रीलंका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सनथ जयसूर्या का रिकार्ड तोड़ा था. आस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप जिताने वाले रिकी पोंटिग ने 375 वनडे की 365 पारियों में 30 शतक लगाए हैं, वही अगर विराट कोहली की बात की जाए तो उन्होंने पोंटिंग से लगभग आधी पारियों में ही 30 शतक जड़ने का कारनामा कर दिया.

अब वनडे में विराट कोहली से ज्यादा शतक सिर्फ सचिन तेंदुलकर (49) के नाम है. विराट कोहली ने सिर्फ 194 वनडे की 186 पारियों में 30 शतक लगाए हैं. अगर इसी तरह विराट कोहली शतक लगाते रहे तो वे वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड को भी तोड़ सकते हैं.

धोनी ने बनाया अनोखा शतक

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तेज-तर्रार विकेटकीपिंग की दुनिया कायल है. धोनी वनडे में 100 स्टंप करने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बन गए. श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के पांचवें और आखिरी वनडे में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. धोनी ने अपने करियर के 301वें वनडे में इस जादुई आंकड़े को छुआ. श्रीलंका के बल्लेबाज अकिला धनंजय धोनी के 100वें शिकार बने. गेंदबाज यजुवेंद्र चहल रहे.

भारत-श्रीलंका सीरीज में 300 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बनें रोहित

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में रोहित शर्मा ने एक ऐसा रिकार्ड अपने नाम कर लिया जो अबतक भारत का कोई बल्लेबाज नहीं बना पाया था. रोहित शर्मा श्रीलंका में खेली गई बाइलैट्रल सीरीज में 300 रन बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं. आज तक कोई भारतीय बल्लेबाज श्रीलंका में एक सीरीज के दौरान 300 रन नहीं बना सका था लेकिन रोहित ने ये कर दिखाया.

रोहित ने सीरीज के 5 मैचों में 75.50 के औसत से 302 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने दो शतक और एक अर्धशतक भी लगाया. दुनियाभर की बात करें तो सिर्फ इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट ही 300 रन का आंकड़ा छू सके हैं, मतलब रोहित ये कारनामा करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं.

मैं एक अध्यापिका हूं. एक विवाहित अध्यापक के साथ शारीरिक संबंध हैं. क्या शादी होने तक मैं इसे जारी रख सकती हूं.

सवाल
मैं 25 वर्षीय अविवाहित लड़की हूं. एक स्कूल में अध्यापिका हूं. स्कूल के ही एक विवाहित अध्यापक के साथ शारीरिक संबंध हैं. हर हफ्ते हम संबंध बनाते हैं. मैं जानना चाहती हूं कि क्या अपनी शादी होने तक मैं इस सिलसिले को जारी रख सकती हूं? इस से कोई परेशानी तो नहीं होगी?

जवाब
आप की उम्र विवाह योग्य है, इसलिए आप को उपयुक्त व्यक्ति से विवाह कर लेना चाहिए. किसी विवाहित पुरुष से अवैध संबंधों की बात ज्यादा दिनों तक छिपी नहीं रह सकती. कभी न कभी अवैध संबंधों की भनक उक्त अध्यापक के परिवार को लग जाएगी. इस से उस का दांपत्य तो प्रभावित होगा ही, आप की भी समाज में बदनामी होगी. तब हो सकता है आप को अपने लिए उपयुक्त वर न मिले.
इस के अलावा आप अध्यापिका हैं और अध्यापक अपने विद्यार्थियों के लिए रोल मौडल होता है. आप के अनैतिक आचरण का उन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, आप सोच सकती हैं. अत: तुरंत इस सिलसिले को बंद कर दें.

अगर वाई-फाई ने अचानक काम करना कर दिया है बंद, तो अपनाएं ये तरीके

कभी-कभार ऐसा होता है जब आप कहीं बैठ कर अपने लैपटाप में कुछ जरूरी काम कर रहीं होती हैं और वाई-फाई कनेक्शन एक दम से चलना बंद हो जाता है या एक दम से उसकी स्पीड धीमी हो जाती है. ऐसे में क्या आप भी काफी परेशान होने लगती हैं. तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको वो खास तरीके बताने जा रहा है जिसकी मदद से आप अपने वाई-वाई कनेक्शन का ठीक से इस्तेमाल कर सकेंगी.

डिफाल्ट सेटिंग को रीसेट करें

आप अपने राउटर के पीछे लगे रीसेट बटन को लौन्ग प्रेस कर राउटर की पूरी सेटिंग रीसेट कर सकते हैं. ध्यान रखें राउटर को फिर से कन्फिगर करें जिसमें नेटवर्क का नाम और पासवर्ड को दोबारा डाल कर रीसेट करें.

राउटर को रीबूट करें

कई बार कनेक्शन भी बार-बार चला जाता है. फिर नेटवर्क भी धीमा चलने लगता है और वेबसाइट लोड होने में फेल हो जाती है. ऐसे में आप अपने राउटर को एक बार रीबूट कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने राउटर को अनप्लग करें. कुछ सेकंड़ इंतजार करने के बाद आप फिर से उसका प्लग लगाएं. इसके बाद स्विच आन करें और यह रीबूट हो जाएगा.

राउटर को रिपौजिशन करें या वायरलेस चैनल को चेंज करें

अगर राउटर में वाई-फाई सिग्नल्स केच नहीं कर रहे हैं तो आपको राउटर को फिर से पौजिशन करना होगा. यानी आपको अपने राउटर की जगह बदलनी होगी. सुनिश्चित करें कि राउटर का एंटीना खड़ा हो.

कुछ अपार्टमेंट्स या सोसाइटी की बिल्डिंगे ऊची होने या फिर कनेक्शन की फेसिंग ठीक न होने से सिग्नल चला जाता है. अगर राउटर की लोकेशन भी कई बार बदल ली और इसके बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा तो आपको अपने वायरलेस राउटर को चेंज कर लेना चाहिए ताकि वह वायरेस चैनल पर काम कर सके जहां वह दिक्कत कर रहा है.

अपने पीसी को क्लीन करें

हो सकता है आपके पीसी में स्पाइवेयर, वायरस या मालवेयर आ गया हो. इंटरनेट सर्फिंग के दौरान यह आपके सिस्टम पर बिना किसी जानकारी के डाउनलोड और इंस्टाल हो जाता है. जिसके बाद नेट स्पीड में दिक्कत और पूरे सिस्टम का परफार्मेंस खराब हो जाती है. इसके लिए आपको पहले अपने कंप्यूटर को एंटीवायरस साफ्टवेयर से क्लीन करना होगा.

केबल को चेक करें

कई बार मौसम या किसी गलती की वजह से केबल के कनेक्शन में दिक्कत आ जाती है. जिसका आपको पता नहीं होता. ऐसे में आपको केबल कनेक्शन को चेक कर लेना चाहिए.

फर्मवेयर को अपडेट करें

आपको अपने फर्मवेयर को चेक और अपडेट कर लेना चाहिए. इसके लिए राउटर्स मैनेजमेंट कंसोल सिस्टम सेक्शन के अपडेट टूल में जाकर वहां मौजूद लेटेस्ट फर्मवेयर को इंस्टाल करें. हमेशा ध्यान रखे कि फर्मवेयर को कभी भी किसी थर्ड-पार्टी की साइट से इंस्टाल न करें. फर्मवेयर एक एम्बेडेड सौफ्टवेयर होता है, जो पहले से ही इंस्टाल होता है. यह मौडन हार्डवेयर को सिग्नल देने में मदद करता है. काफी लोग फर्मवेयर को इनकी आफिशियल वेबसाइट से डाउलोड करते हैं.

राउटर को अपग्रेड करें

कभी-कभार सब कुछ सही होने के बाद भी वाई-फाई कनेक्शन में दिक्कतें आती हैं. राउटर काफी समय से लगातार इस्तेमाल करने पर कमजोर हो जाता है और इसका असर सीधा वाई-फाई कनेक्शन पर पड़ता है जिसकी वजह से स्ट्रीमिंग और डाउनलोडिंग में दिक्कते आने लगती हैं. ऐसे में आपको और ज्यादा पावरफुल राउटर की जरूरत है. इसलिए आपको अपने राउटर को अपग्रेड करना होगा.

सरकारी सेवाओं के लिए डिजिटल भुगतान होगा अनिवार्य

कैशलेस इंडिया के तहत सरकार जल्द ही भीम (BHIM) और भारत क्यूआर कोड जैसी पेमेंट सर्विसेस के जरिए सरकारी सेवाओं के लिए डिजिटल पेमेंट को अनिवार्य कर सकती है. यही नहीं, इस अभियान के तहत सरकार डिजिटल पेमेंट करने वाले ग्राहकों को इंसेंटिव भी देगी. इसमें रेलवे और सरकारी परिवहन निगम की बसों समेत अन्य सेवा के लिए डिजिटल भुगतान किया जा सकेगा.

वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है कि डिजिटल भुगतान सेवा को अनिवार्य करने के लिए सरकार कई नए तरीकों पर विचार कर रही है, उन्होंने बताया कि BHIM और भारत क्यूआर कोड जैसी पेमेंट सर्विसेस के साथ आनलाइन पेमेंट गेटवे के लिए ज्यादा इंटीग्रेशन की योजना भी बनाई जा रही है. इस काम का पूरा जिम्मा इलेक्ट्रानिकी व आईटी मिनिस्ट्री को दिया गया है.

टिकट काउंटर्स पर डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था

रेल बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होने अपने सभी टिकट और रिजर्वेशन काउंटर्स को डिजिटल पेमेंट को लेने लायक बनाने का निर्णय लिया है. हम अपने टिकट काउंटरों पर आधे ट्रांजैक्शन्स को डिजिटल मोड में लाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. नई गाइडलाइंस के तहत देश में सभी 14 लाख काउंटर्स पर भारत क्यूआर कोड दिखेगा.

आपको बता दें कि भारतीय रेलवे 52000 करोड़ रुपये के टिकट हर वर्ष बेचती है. इसमें आनलाइन बुकिंग पोर्टल की हिस्सेदारी 60 फीसद है.

बिजली और पानी के बिल्स पर क्यूआर कोड प्रिंट किया जाएगा

माना जा रहा है कि जल्द ही रेल, पासपोर्ट आफिस, बस और मेट्रो टिकट काउंटर्स को भारत क्यूआर कोड के जरिए डिजिटल भुगतान लेने के लिए कहा जाएगा. यही नहीं, बिजली और पानी जैसे यूटीलिटी के बिल्स पर भी क्यूआर कोड प्रिंट किया जाएगा जिससे भुगतान आसानी से किया जा सके.

गांधी जयंती के दिन हो सकती है इसकी घोषणा

अधिकारी ने बताया, “देश में कुल ट्रांजैक्शन्स का बहुत बड़ा हिस्सा सरकारी भुगतानों का होता है. अगर ये भुगतान डिजिटल तरीके से किए जाएं तो इलेक्ट्रानिक पेमेंट्स की संख्या में बड़ा उछाल आएगा.” खबरों के मुताबिक, इस अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर यानि गांधी जयंती के दिन हो सकती है.

अगर आप हैं उबर ड्राइवर, तो जान लें आपके फायदे की ये बातें

अमेरिकी कैब कंपनी उबर अपने भारतीय ड्राइवर्स के लिए एक नई स्कीम लेकर आने की तैयारी में है. बता दें कि उबर ने भारत में 4.5 लाख से अधिक अपने चालकों को नि:शुल्क बीमा देने की घोषणा की है. जिसके लिए ICICI लोम्बार्ड के साथ साझेदारी भी कर ली है. बता दें कि कंपनी यह कार्यक्रम 1 सितंबर से शुरू करेगी, जिससे कंपनी के भारत में 18 साल से 65 वर्ष के ड्राइवर्स को फायदा होगा. उबर ने हाल ही में ऐसी ही योजना म्यांमार और इंडोनेशिया में भी शुरू की है.

उबर का दावा है कि भारत में इस साल जुलाई में सालाना आधार पर कंपनी की कैब के फेरों में 115 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है. यह बीमा उबर ऐप के जरिए बुकिंग पर दुर्घटना के केस में एक्सीडेंटल डेथ और डिसएबलमेंट (अक्षमता), अस्पताल में भर्ती संबंधी और आउट पेशेंट मेडिकल ट्रीटमेंट को सुनिश्चित करेगा.

इस कवरेज में मृत्यु की स्थिति में 5 लाख रुपये, स्थायी अक्षमता  5 लाख रुपये तक और अस्पताल भर्ती मामले में 2 लाख रुपये तक जबकि आउट पेशेंट ट्रीटमेंट में 50,000 रुपये तक का प्रावधान है.

इंश्योरेंस के अलावा, उबर ने ड्राइवरों की भागीदारी और अनुभव बढ़ाने के लिए पौज रिकौर्ड्स और इन-ऐप चैट जैसी सुविधाएं भी शुरू की हैं. उबर इंडिया के हेड औफ सेंट्रल औपरेशन्स प्रदीप परमेश्वरन ने बताया, ‘यह इनोवेशन्स और पार्टनरशिप्स हमारे ड्राइव-पार्टनर्स के साथ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, और दिखाता है, कि उबर सिर्फ सबसे ज़्यादा आकर्षक मौके ही नहीं बल्कि सबसे पहली पंसद है. उन्होंने कहा कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के साथ पार्टनरशिप के जरिए ड्राइवर-पार्टनर्स को सुरक्षा मिलेगी जो कि उबर की ग्रोथ के सफर के लिए बहुत जरुरी है.

एक दो नहीं 6 बच्चों को अक्षय ने दिया जन्म, देखें वीडियो

बौलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने एक दो नहीं बल्कि 6 बच्चों को जन्म दिया है. कमाल की बात यह भी है कि ये सारे स्वस्थ हैं और जन्म के बाद रोने की बजाए हंस रहे हैं. कुछ समझ नहीं आ रहा है ना. चलिए तो हम बताते हैं आपको पूरी कहानी.

दरअसल अक्षय कुमार के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अक्षय कुमार को प्रेग्नेंट दिखाया गया है और फिर जब उनकी डिलीवरी होती है तो वह एक दो नहीं बल्कि 6 बच्चों को जन्म देते हैं. वीडियो में दिखाया गया है कि अक्षय के ये बच्चे दुनिया में आने के बाद रो नहीं रहे बल्कि हंस रहे हैं. वीडियो के अंत में आपको पता चलता है कि यह असल में एक अपकमिंग टीवी शो का प्रोमो वीडियो है.

यह शो कोई और नहीं बल्कि एक वक्त खूब सुर्खियां बटोर चुका ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ है. उस वक्त शो में नवजोत सिंह सिद्धू और शेखर सुमन जज हुआ करते थे.

अक्की ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ का 5वां सीजन होस्ट करेंगे. यह शो पूरे 9 साल के बाद छोटे पर्दे पर वापसी कर रहा है. चौथा सीजन 2008 में प्रसारित किया गया था. जो लोग इस शो को नहीं पहचानते हैं उन्हें बता दें कि कपिल शर्मा, राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल और भारती सिंह जैसे कामेडियन इसी शो की देन हैं.

शो की सबसे दिलचस्प बात जो कि आपको और ज्यादा एक्साइटेड कर सकती है वह यह है कि इस शो में अक्षय कुमार के अलावा मशहूर कामेडियन जाकिर खान भी बतौर जज नजर आएंगे. शो को स्टार प्लस टीवी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा.

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