च्विंगम खाने के फायदे और नुकसान दोनों होने का दावा कई तरह के शोध कर चुके हैं.

च्विंगम चबाने से होते हैं ये सभी नुकसान

बहुत से लोगों को च्विंगम चबाने की आदत होती है. यह कहा जा सकता है कि लोगों को च्विंगम चबाने की लत लग जाती है और फिर यह जल्दी से छूटती नहीं है. बहुत बार आपके टीचर ने आपको क्लास रूम में च्विंगम चबाने के कारण डांटा होगा. केवल इसके साइड इफैक्ट के लिए नहीं बल्कि कक्षा में असभ्य व्यवहार करने के कारण.

फिर भी हम आपको कुछ कारण बता रहे हैं कि च्विंगम क्यों नहीं खाना चाहिए. आइए देखते हैं च्विंगम के कुछ नुकसान. च्विंगम चबाने के ये बुरे प्रभाव हैं.

जंक फूड खाने पर ज़ोर

एक रिसर्च से पता चला है कि खास तौर पर मिंट वाली च्विंगम चबाने से आप फल और सब्जियों जैसी स्वास्थ्यप्रद चीजों से दूर रहते हैं. सिर्फ ये ही नहीं, यह आपको जंक फूड खाने के लिए मजबूर भी करती है.

जोड़ों के दर्द का कारण बनती है

मुह की मांसपेशियों का ज्यादा इस्तेमाल भी नुकसानकारी है. लगातार च्विंगम चबाने से एक डिसऑर्डर होता है जिसे मेडिकल की भाषा में टेम्पोरोमंडीबुलर डिस ऑर्डर कहते हैं. इसमें जबड़े और खोपड़ी को जोड़ने वाली मांसपेशियों में तेज दर्द होता है.

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्या '

च्विंगम चबाने से बहुत सी हवा पैदा होती है जिससे पेट में सूजन और दर्द हो सकता है. यह अपच और सीने में जलन का कारण भी बन सकता है. यह च्विंगम चबाने का एक दुष्परिणाम है.

सिरदर्द और एलर्जी

सिरदर्द और एलर्जी भी च्विंगम के हानिकारक प्रभाव हैं. ज्यादा च्विंगम चबाने से सिरदर्द और एलर्जी होती है. इसका यह कारण है कि च्विंगम में बहुत से प्रिजर्वेटिव्स, आर्टिफ़िशियल फ्लेवर्स और आर्टिफ़िशियल शुगर मौजूद होती है जो कि विषाक्तता, एलर्जी और सिर दर्द पैदा करती हैं.

इससे दांत भी खराब होते हैं

यह सच है कि कभी-कभार च्विंगम चबाना मसूड़ों और दातों के लिए ठीक है. फिर भी इसका ज्यादा इस्तेमाल आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है और इससे आपके दाँत गिर भी सकते हैं. इसका कारण है कि च्विंगम में माजूद शुगर कोट से दांतों में बैक्टीरिया के प्रवेश के लिए जिम्मेदार है.

डायरिया

च्विंगम चबाने से डायरिया भी होता है. मैन्थोल और सोर्बिटोल जैसे आर्टिफ़िशियल स्वीटनर्स आंतों में जलन पैदा करते हैं. इससे डायरिया होता है और शरीर का तरल निकलने के कारण डिहाईड्रेशन भी होता है.

इससे जहरीला पारा स्त्रावित होता है

 कुछ लोगों के दांतों के बीच कुछ भरावट होती है जो कि पारे, सिल्वर और टिन की होती है. ज्यादा च्विंगम चबाने से यह पारा दांतों के बीच से निकलकर शरीर में चला जाता है. यह पारा मनुष्य के लिए जहर समान है.

यह विकास में बाधित होता है '

एक अध्ययन से पता चला है कि जो बच्चे और टीन एजर्स ज्यादा च्विंगम चबाते हैं युवावस्था में उनके चेहरे का सही विकास नहीं होता है. उनका चेहरा सामान्य से बड़ा होता है क्यों कि ज्यादा च्विंगम से जबड़े और चेहरे की मांसपेशियाँ उत्तेजित होती हैं. यह भी च्विंगम चबाने का एक बड़ा साइड इफैक्ट है.

च्विंगम खाने से फायदा

च्विंगम केवल एक माउथ फ्रेशनर नहीं है बल्कि इसको चबाने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. यह केवल खाना खाने के बाद या फिर जब बोर हो रहे हों, तभी खाने की चीज़ नहीं है. रिसर्च के मुताबिक, च्विंगम खाने से हमारे स्वास्थ्य पर कई तरह के अच्छे असर प़डते हैं. इसको खाने से मोटापा कम होता है और दांतों की समस्प्तया भी हल होती है. चलिए जानते हैं च्विंगम चबाने के और भी लाभ क्या-क्या हैं.

मोटापा कम

इसको चबाने से वजन कम करने में मदद मिलती है. कम कैलोरी वाली फैट फ्री च्विंगम होती है जिसेस कैलोरिज बर्न होती है. इसको चबाने से आपके जब़डे की मासपेशियों पर असर प़डता है. यही नहीं इससे भूख पर भी कंट्रोल रहती है और मीठा खाने की तीव्र इच्प्त;छा भी कम होती है. साथ ही च्विंगम दिन भर में 11 कैलोरी प्रति घंटे कम करने की क्षमता रखती है

पाचन शक्ति में सुधार

च्विंगम आंत गतिशीलता में सुधार करती है. जब आप च्विंगम चबाते हैं तो उस दौरान मुंह से ज्यादा थूक आता है जो डायजेस्टिव एसिड को पेट से मुंह में आने से रोकता है. इसलिए भोजन आराम से पच जाता है और पाचन शक्ति में सुधार होता है.

मौखिक स्वास्थ्य

जब की आप च्विंगम खाते हैं तब मुंह में ज्प्यादा थूक आना प्रारम्प्तभ हो जाता है. थूक, मुंह की बीमारियों जैसे, दांत की स़डन, कैविटी आदि को होने से बचाती है. हां अगर आप सोंच रहे हैं कि आप जो मन करे वह च्विंगम खा सकते हैं तो ऎसा नहीं है. आपके दांत न स़डे इसलिए आपको शुगर फ्री ही च्विंगम खानी चाहिये. कृत्रिम मिठास वाली च्विंगम मोटापेको बढावा देने के अलावा दांत को भी खराब करती है.

सफेद दांत

च्विंगम खाने से आपके दांत सफेद होगें और जब़डे मजबूत होगें. डबल चिन, यानी की अगर आपके गले के पास मोटापा दिखाई देना शुरू हो गया है तो च्विंगम चबाने से अच्प्तछी एक्प्तसर्साइज तो और कोई हो ही नहीं सकती है. इसको चबाने से दांत पर लगे पीले दाग भी साफ हो जाते हैं और चमकने लगते हैं. अगर सांस में बदबू आती है तो च्प्त;विंग गम चबाने से ठीक हो जाएगी.

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