उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पर्यटन, शिक्षा, स्थापत्य, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए खासा जानी जाती है जो दिल्ली से 230 किलोमीटर दूर स्थित है. यहां की सुंदरता का तो वैसे ही जवाब नहीं लेकिन इस की सुंदरता में चारचांद लगाते हैं लीची, आम वगैरा के पेड़, जिन्हें देख पर्यटक न सिर्फ देखते ही रह जाते हैं बल्कि इन फलों को चखे बिना आगे बढ़ना पसंद भी नहीं करते. इतना ही नहीं, यहां का पलटन बाजार लोगों की पसंद को हमेशा से ध्यान में रखने के कारण बरबस ही अपनी ओर खींचता है. सिर्फ बाजार ही नहीं बल्कि आधुनिक मौल्स भी शहर को मौडर्न लुक देते हुए प्रतीत होते हैं. इसी शहर में अपार प्राकृतिक सौंदर्य समेटे बसा है गुच्चुपानी.
अगर हम यह कहें कि आप देहरादून घूमने गए और गुच्चुपानी के दीदार नहीं किए तो क्या देखा, कहना गलत नहीं होगा क्योंकि यहां का नजारा मन को रोमांचित जो कर देता है. गुच्चुपानी गुफा जैसी है. ऊंचेऊंचे पहाड़ों के बीच में बहती जलधारा के बीच से जाना काफी रोमांचक लगने के साथसाथ मन में रोमांस भी पैदा करता है. इस में से जाते हुए गुफानुमा एहसास होता है. बहते पानी के दोनों ओर पहाडि़यां हैं जिन्हें पानी में चलते हुए या दूर से देख कर आप को ऐसा एहसास होगा जैसे दोनों पहाडि़यां जुड़ी हुई हैं लेकिन असल में ऐसा नहीं है. ये पहाडि़यां आपस में मिलती नहीं हैं, लेकिन ऐसा पास जाने पर ही पता चलता है. पर्यटक जब उन दोनों पहाडि़यों के बीच में से निकल कर दूसरी ओर जाते हैं तो उन के मन में खुशी की जो लहर दौड़ती है, शायद उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल होगा.