पर्यटन के लिए विश्व के 212 देशों में यदि आप सर्वोत्तम देश की तलाश में हैं तो मैं कहूंगी कि संयुक्त राज्य अमेरिका देखिए. 50 सुंदर राज्यों से गठित, 30 करोड़ की आबादी वाले और भारत के मुकाबले तीनगुना क्षेत्रीय विस्तार वाले इस अनोखे जनतंत्र की सैर से आप वाकई चमत्कृत हो जाएंगे. फिर भी आप अगर पूछें कि अमेरिका ही क्यों, तो मेरा जवाब इस प्रकार है :यह देश न केवल बेहद खूबसूरत और साफसुथरा है बल्कि आज के दहशत भरे आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त भी है. हम भारतीयों के लिए तो यह और खास है क्योंकि अमेरिका में अंगरेजी बोली जाती है. अत: घूमनेफिरने और संवाद के लिए हमारा अंगरेजी ज्ञान उपयोगी है. बड़े शहरों में सड़कों पर आप को भारतीय भी दिखेंगे जिन से यदि जरूरत हो तो मार्गदर्शन सहज मिल जाता है. और हां, यूरोपीय देशों के मुकाबले अमेरिका कम महंगा है. अमेरिका में हर जगह लोग इज्जत से पेश आते हैं.

अमेरिका में कुदरत के खुले नजारों का साक्षात अनुभव सच में एक अलग एहसास करने की चीज है. मैं तो कहूंगी कि अमेरिका के कई स्थल तो कश्मीर से भी ज्यादा हसीन हैं. वर्षा यहां नियमित नहीं होती. अत: मौसम के अनुसार कपड़ों के साथ छाता रख लेना भी समझदारी होगी. और हां, विमान में घर से खाना ले जाने की जरूरत नहीं, क्योंकि इंटरनेशनल एअरलाइंस से टिकट लेते समय यह साफ लिखवा दीजिए कि आप को वेज, नानवेज, कम कैलोरी, कम कोलेस्टराल या कम फैट वाला कैसा भोजन चाहिए. हां, यात्रा में नियमित व जरूरत पड़ने पर काम आने वाली दवाएं रखना अक्लमंदी होगा. पर याद रखें, सिर्फ पैकिंग सहित दवाएं ही ले जाएं. वह भी कैशमीमो के साथ. अमेरिकी इमिग्रेशन पार करते ही आप इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं.

यह मुमकिन नहीं कि आप एक ही बार में इतने बड़े अमेरिका की सैर कर लें. इसलिए आप को अपनी यात्रा की सही रूपरेखा पहले ही बना लेनी होगी. आप को स्वयं तय करना होगा कि आप क्याक्या देखना पसंद करेंगे. अमेरिका में देखने योग्य अनेक स्थल हैं जिन में विश्व के कई मौजूदा आश्चर्य भी शामिल हैं. चौंकिए मत, हमारी बात सही है. हैंपशायर की ए.ए. पब्लिशिंग कंपनी द्वारा प्रकाशित ‘100 ग्रेट वंडर्स आफ द वर्ल्ड’ में बताया गया है कि भारत के 2 आश्चर्यों (ताजमहल तथा लालकिला) के मुकाबले अमेरिका में पूरे 15 आश्चर्य हैं. पुस्तक में क्रम से इन के नाम हैं : न्याग्रा प्रपात, स्टैच्यू आफ लिबर्टी, लिंकन मेमोरियल, माउंट रशमोर, एंपायर स्टेट बिल्डिंग, जायोन नेशनल पार्क, हूवर डैम, गोल्डन गेट ब्रिज, सैनफ्रांसिस्को, डैविल्स टावर, योसमाइट नेशनल पार्क, द ग्रैंड कैन्यन, रेडवुड्स एंड जाइंट सेक्वाय, मीटियोर क्रेटर, द एवरग्लेड्स, हवाई आइलैंड्स.

मैं बता दूं कि इन आश्चर्यों में 7 हम ने देखे तो दांतों तले उंगली दबाई. मजे की बात तो यह कि इन में कुदरती तथा मानव निर्मित दोनों स्थल ऐसे संवारे गए हैं कि इन का नजारा देखते ही बनता है. अमेरिका में सैकड़ों स्थल अथवा वस्तुएं ऐसी हैं जो आश्चर्यों में भले शामिल न हों पर ये भी कम नहीं. मसलन, मयामी बीचेज, डिजनीवर्ल्ड, डिजनीलैंड, लास वेगास (गेमिंग सिटी), टाइम्स स्क्वायर, आर्लिंगटन सिमेट्री, हालीवुड आदि भी खूब चित्ताकर्षक हैं. तो मित्रो, अब आप ने अगर अमेरिका की सैर का मन बना लिया है तो निश्चय कर लीजिए कि कहां से यह सैर शुरू करेंगे. जी हां, भारत से आप न्यूयार्क, वाशिंगटन, लास एंजिल्स अथवा शिकागो सीधे जा सकते हैं.

विश्व की राजधानी से कीजिए शुरुआत : आप न्यूयार्क से पर्यटन शुरू करें जो मुंबई की तरह अमेरिका की आर्थिक रीढ़ है. न्यूयार्क की ऐतिहासिक महानता के पीछे इस की जबर्दस्त विविधता है. 100 से ज्यादा देशों की 300 भाषाएं बोलने वाले सभी लोग यहां सद्भाव से रहते हैं जिन में 10 प्रतिशत एशियन हैं. यहां शान से खड़ी ‘स्टैच्यू आफ लिबर्टी’ और सब से ऊंची ‘एंपायर स्टेट बिल्डिंग’ तो देखिए ही, ब्राडवे सड़क की सैर करते न्यूयार्क स्टाक एक्सचेंज, टाइम्स स्क्वायर, राकफेलर सेंटर, सेंट पैट्रिक्स कैथीड्रल, राष्ट्रसंघ मुख्यालय, इंट्रेपिड म्यूजियम तथा सेंट्रल पार्क का लुत्फ लेना भी न भूलिए. और हां, न्यूयार्क का ब्रुकलिन ब्रिज, सीपोर्ट म्यूजियम, म्यूजियम आफ नैचुरल हिस्ट्री तथा म्यूजियम आफ माडर्न आर्ट देखना भी जरूरी समझिए.

समय कम होने के चलते आप गेम्स सिटी लास वेगास नहीं जा पा रहे हैं तो कोई बात नहीं. न्यूयार्क से 150 मील दूर ‘अटलांटिक सिटी’ चले जाइए. वहां भी खेलने वाली मशीनों का आनंद बखूबी लिया जा सकता है. न्यूयार्क के उत्तर में 6-7 घंटे की बस यात्रा द्वारा विश्व का एक बड़ा आश्चर्य न्याग्रा प्रपात को देखना भी मत भूलिएगा. न्यूयार्क राज्य में ही मौजूद 10 हजार साल पुराने ये फाल्स बहुत ही खूबसूरत हैं. और हां, न्यूयार्क शहर की हड्सन नदी के उस किनारे न्यू जर्सी है जहां का लिबर्टी साइंस सेंटर भी मशहूर है. यह स्थान दूर नहीं, समय हो तो जरूर देख आइए.

अत्यंत सुंदर वाशिंगटन : आइए, अब न्यूयार्क से आप को लग्जरी बस में बैठा कर हम लगभग 40 किलोमीटर दूर 2 सदियों के इतिहास वाली अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन ले चलते हैं.

दिल्ली से बहुत कुछ मिलताजुलता है वाशिंगटन. कम ऊंची बिल्डिंगें, खुलापन, संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति भवन (वाइट हाउस) आदि यहां के दर्शनीय स्थल हैं. वाशिंगटन की एक खास विशेषता है यहां का इतिहास बखान करते भव्य मेमोरियल (स्मारक), जिन में प्राचीन यूनानी तर्ज पर निर्मित लिंकन मेमोरियल तो अत्यंत विस्मयकारी है. पोटोमैक नदी पर बसी इस राजधानी में कई  दर्शनीय म्यूजियम भी हैं जिन में स्मिथसोनियन संस्था के 30 वर्ष पुराने नेशनल स्पेस एंड एअर म्यूजियम ने हमें सब से ज्यादा प्रभावित किया. इस में प्रवेश करते ही हम ने पहले साक्षात चंद्रमा को छुआ. जी हां, अमेरिकी चंद्रयात्रियों द्वारा लाई गई चंद्र चट्टानों का एक गोल टुकड़ा प्रवेश कक्ष के बीचोंबीच रखा हुआ है.

आकाश और अंतरिक्ष की भव्यता के रोमांच का एहसास कराता यह म्यूजियम हमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के इन शब्दों से कायल कर देता है कि सचमुच पृथ्वी का भविष्य अंतरिक्ष में है. लिंकन मेमोरियल के सामने बने आर्लिंगटन मेमोरियल ब्रिज द्वारा पोटोमैक नदी को पार कर कुछ ही दूर आप वर्जीनिया राज्य में पाएंगे एक सर्वथा अविश्वसनीय मगर भावुक दृश्य, जिस का नाम है आर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री. वर्जीनिया राज्य में स्थित विश्व की विशालतम कब्रगाह में देश पर शहीद हर अमेरिकन की समाधि स्थापित है. इन में राष्ट्रपति कैनेडी की कब्र है तो कल्पना चावला के नाम का अनूठा पत्थर भी है जिस में कल्पना व कोलंबिया शटल के सभी बहादुर साथियों को भावपूर्ण शब्दों में याद किया गया है.

हालीवुड और डिजनीलैंड : अमेरिका के पूर्वी भाग से अब हम आप को ले कर चलते हैं पश्चिम की ओर. करीब 6 घंटे की उड़ान के बाद जब आप हालीवुड शहर लास एंजिल्स पहुंचेंगे तो वाकई खुश हो जाएंगे.

यहां आप देखिए, हालीवुड जहां सड़क के किनारे पेवमेंट पर आप के चहेते अभिनेता- अभिनेत्रियों के बचपन के चित्र गोदे गए हैं. इस क्षेत्र का एक मशहूर कोडिक आडिटोरियम भी बेहद दर्शनीय है जहां फिल्मी आस्कर आदि पुरस्कार वितरित किए जाते हैं. हां, लास एंजिल्स में आप ने अगर डिजनीलैंड नहीं देखा तो सच में पछताएंगे. यह तो ऐसा परीलोक है जहां बच्चे तो क्या, बड़े भी यहां के नजारे देख कर नहीं थकते. हमें यहां का मिकी माउस, डोनाल्ड डक, टौम एंड जैरी आदि पात्रों की परेड एक अद्भुत शोभायात्रा लगी. पश्चिमी क्षेत्र में ही आप को जायोन नेशनल पार्क, हूवर डैम, गोल्डन गेट ब्रिज, योसमाइट नेशनल पार्क, गै्रंड कैन्यन, रेड वुड्स तथा मीर्टियोर क्रेटर जैसे आश्चर्य दिखेंगे. धूपछांव बादलों के साए गैंड कैन्यन का प्राकृतिक नजारा इतना मोहक था कि बस, देखते ही रह गए. पहाडि़यों को काटती हुई जब नदी बहती है तो कैन्यन बनता है. ग्रैंड कैन्यन के कई शिखरों को भारतीय नाम दिए गए हैं. इसी ट्रिप में हम लास वेगास तक भी हो आए.

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