सॉफ्टवेयर में पाई गई गड़बड़ी की वजह से करोड़ों एंड्रॉएड फोन का डेटा हैकरों के हाथ पड़ने का खतरा पैदा हो गया है.

सॉफ्टवेयर में इन बग्स की खोज चेकप्वाइंट के शोधकर्ताओं ने अमरीकी कंपनी क्वॉलकॉम के बनाए चिपसेट्स पर चल रहे सॉफ्टवेयर की जांच के दौरान इस खतरे का पता लगाया है.

कंपनी के मुताबिक करीब 90 करोड़ फोन में क्वॉलकॉम के प्रोसेसर का इस्तेमाल हो रहा है.

हालांकि अभी तक इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि साइबर चोर इन खामियों का फायदा उठा सके हैं.

चेकप्वाइंट से जुड़े अधिकारी माइकल शाउलव कहते हैं, "मुझे पूरा यकीन है कि आने वाले तीन-चार महीनों में साइबरचोर इन खामियों का फायदा उठाने लगेंगे.''

जो मोबाइल फोन इससे प्रभावित हो सकते हैं वो हैं:

ब्लैकबेरी प्रीव और डीटेक 50

ब्लैकफोन 1 और ब्लैकफोन 2

गूगल नेक्सस 5 एक्स, नेक्सस 6 और नेक्सस 6पी

एचटीसी वन, एचटीसी एम 9 और एचटीसी 10

एलजी जी4, एलजी जी5 और एलजी वी10

मोटोरोला का न्यू मोटो एक्स

वनप्लस वन, वनप्लस 2 और वनप्लस 3

सैमसंग गैलेक्सी एस7 और सैमसंग एस7 ऐज (अमरीकी वर्जन)

सैमसंग एस7ऐज

सोनी एक्सपीरिया जेड अल्ट्रा

ये गड़बड़ियां फोन में ग्राफिक्स से जुड़े सॉफ्टवेयर और फोन के अंदर की प्रक्रियाओं के बीच का कम्यूनिकेशन चलाने वाले कोड में पाई गईं.

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