भारत की तेज गेंदबाज 35 वर्षीय झूलन गोस्वामी ने अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कैरियर में एक नया मुकाम हासिल कर लिया. एकदिवसीय मैचों में 200 विकेट पूरे करते ही महिला क्रिकेट के इतिहास में झूलन का नाम जुड़ गया. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला विकेट लेते ही ऐसा रिकौर्ड अपने नाम कर लिया जो आज तक कोई भी महिला क्रिकेटर नहीं बना पाई है. झूलन ने 166वें मैच में 200 विकेट लेने का कारनामा दिखाया.
कोलकाता में जन्मी झूलन ने बड़ी मुश्किल से क्रिकेटर बनने तक का सफर तय किया. झूलन की गेंदबाजी की तारीफ हर कोई करता है. वे कई बार बल्ले से भी टीम के लिए अहम रन बना चुकी हैं.
एक आम बंगाली परिवार की झूलन शुरू से ही लड़कों की तरह रहती थी. बचपन में क्रिकेट मैच देखा तो ठान लिया कि क्रिकेटर ही बनना है, लेकिन क्रिकेटर बनना आसान काम नहीं होता खासकर लड़कियों के लिए तो और भी मुश्किल होता है. झूलन ट्रेनिंग के लिए क्लब जाती थीं जो उन के घर से 80 किलोमीटर दूर था. कभी ट्रेन छूट जाती तो कभी कोई और समस्या सामने खड़ी हो जाती यानी हर रोज 5-6 घंटे यात्रा कर मैदान में पसीना बहाना आसान काम नहीं था, पर मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती. आज झूलन ने जो मुकाम हासिल किया है, वह उस की मेहनत का ही नतीजा है.