पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने जम्मू-कश्मीर में रविवार को सेना के आतंकरोधी अभियान के तहत मारे गए 12 आतंकियों से हमदर्दी जताई तो भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने उऩ्हें लताड़ लगाई, लेकिन गंभीर की फटकार के बाद भी अफरीदी ने एक और ट्वीट किया.
अफरीदी ने इस बार जो ट्वीट किया है उसमे उन्होंने भारतीय तिरंगे का फोटो डालते हुए लोगों से मानवता दिखाने की अपील की है. अफरीदी ने इस ट्वीट में लिखा है कि, हम सभी का आदर करते हैं, और ये उसका उदाहरण है (तिरंगे के साथ फोटो पर) लेकिन जब बात मानवाधिकार की आती है तो हम सभी अपने मासूम कश्मीरियों के लिए एक ही उम्मीद रखते हैं.
ये है इस फोटो के पीछे की कहानी
ये फोटो सेंट मोरित्ज में हुए आइस क्रिकेट मैचों के आयोजन के दौरान का है. स्विट्जरलैंड के सेंट मोरित्ज में जब दूसरा मैच खत्म हुआ तब अफरीदी तिरंगे का सम्मान करते नजर आए थे. दूसरे मैच में जीत के बाद अफरीदी अपने प्रसंशकों से फोटो खिंचवा रहे हैं. उनके साथ फोटो और सेल्फी के लिए प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई. एक भारतीय लड़की तिरंगा लेकर खड़ी थी और वह अफरीदी के साथ भी फोटो खिंचवाना चाहती थी. जैसे ही अफरीदी उसके साथ फोटो खिंचवाने आए, उनकी नजर तिरंगे पर पड़ी जो कि पूरा खुला हुआ नहीं था. अफरीदी ने उस लड़की से कहा, ‘फ्लैग सीधा करो’ और फिर फोटो खिंचवाई. मंगलवार को कश्मीर के मुद्दे पर किए गए अफरीदी के ट्वीट की बाद जब उन्हें गंभीर ने लताड़ लगाई, तो फिर अब अफरीदी इस तिरंगे वाली तस्वीर का सहारा लेकर ये कहने की कोशिश कर रहे हैं कि हम सभी का आदर करते हैं.
We respect all. And this is an example as sportsman. But when it comes to human rights we expect the same for our innocent Kashmiris. pic.twitter.com/DT5aF1wX8P
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) April 3, 2018
इस वजह से हुई अफरीदी की आलोचना
अफरीदी ने ट्वीट कर कश्मीर की स्थिति को बेचैन करने वाला बताया और संयुक्त राष्ट्र के साथ ही दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर भी सवाल खड़े किए थे. इसके जवाब में भारतीय बल्लेबाज और दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान गंभीर ने उन्हें जमकर लताड़ा था. अफरीदी ने ट्वीट में लिखा था कि कश्मीर की स्थिति बेचैन करने वाली और चिंताजनक है. यहां आत्मनिर्णय और आजादी की आवाज को दबाने के लिए दमनकारी शासन द्वारा निर्देशों को मार दिया जाता है. हैरान हूं कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन कहां हैं? वे इस खूनी संघर्ष को रोकने के लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे?
Appalling and worrisome situation ongoing in the Indian Occupied Kashmir.Innocents being shot down by oppressive regime to clamp voice of self determination & independence. Wonder where is the @UN & other int bodies & why aren’t they making efforts to stop this bloodshed?
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) April 3, 2018
गंभीर ने लगाई थी लताड़
इसके जवाब में गंभीर ने लिखा था कि मीडिया मुझ से अफरीदी के बयान पर राय देने के लिए कह रही है. इस पर क्या कहा जाए, अफरीदी सिर्फ यूएन को देख रहे हैं. अफरीदी के लिए यूएन अंडर-19 की तरह है. मीडिया को शांत रहने की जरूरत है, क्योंकि अफरीदी नो बौल पर आउट करने का जश्न मना रहे हैं. गौतम ने अंडर-19 को उनकी उम्र से जोड़ा है. यानि गौतम का कहना था कि अफरीदी की उम्र तो बढ़ गई है, लेकिन मानसिक रूप से वह अभी भी अपरिपक्व हैं.
Media called me for reaction on @SAfridiOfficial tweet on OUR Kashmir & @UN. What’s there to say? Afridi is only looking for @UN which in his retarded dictionary means “UNDER NINTEEN” his age bracket. Media can relax, @SAfridiOfficial is celebrating a dismissal off a no- ball!!!
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) April 3, 2018
यह पहली बार नहीं है जब अफरीदी ने कश्मीर का मुद्दा उठाया हो. पिछले साल भी उन्होंने ऐसा ही ट्वीट किया था. तब अफरीदी ने लिखा था कि कश्मीर पिछले कई दशकों से क्रूरता का शिकार हो रहा है, अब वक्त आ गया है कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाए, जिसने कई लोगों की जान ली.
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि कश्मीर धरती पर स्वर्ग है और हम मासूमों की पुकार को अनदेखा नहीं कर सकते. वहीं गंभीर हमेशा से भारत और भारतीय सेना के लिए खड़े रहते हैं. उन्होंने सुकमा हमले में शहीदों को अपनी आइपीएल की विजेता राशि भेंट कर दी थी. वह ऐसा कई बार कह चुके हैं कि अगर वह क्रिकेटर नहीं होते तो भारतीय सेना का हिस्सा होते. उन्होंने देशवासियों से यह भी अपील की थी कि अपनी झिझक तोड़कर सैनिकों का सम्मान करें.
VIDEO : कार्टून लिटिल टेडी बियर नेल आर्ट
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