मुंबई की जेमिमा रोड्रिग्ज ने अंडर-19 एकदिवसीय महिला क्रिकेट टूर्नामेंट में 163 गेंद में 202 रन की तूफानी पारी खेली. दायें हाथ की 16 वर्षीय बल्लेबाज जेमिमा ने यह शानदार प्रदर्शन औरंगाबाद में सौराष्ट्र के खिलाफ 50 ओवर के घरेलू मैच में किया.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ से तीन बल्लेबाजों ने वनडे में दोहरा शतक लगाने का कमाल किया है. दुनिया में सबसे पहले ये उपलब्धि सचिन तेंदुलकर ने अपने नाम की थी जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में 200 रन की पारी खेली थी. इसके बाद वीरेंद्र सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर के होलकर स्टेडियम में वनडे का दूसरा दोहरा शतक जमाया था.

सचिन-सहवाग के बाद रोहित शर्मा तो दो-दो वनडे में दोहरा शतक लगाने का कमाल कर चुके हैं. लेकिन जेमिमा रोड्रिग्ज ने 16 साल की उम्र में इस काम को अंजाम देकर सभी को हैरान कर दिया.

जेमिमा से पहले इस स्तर के टूर्नामेंट में सिर्फ स्मृति मंधाना ही ऐसी महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने दोहरा शतक जड़ा है. स्मृति ने गुजरात टीम के खिलाफ 2013 में दोहरा शतक लगाया था.

जेमिमा अंडर-19 में पहली बार तब चुनी गई थीं जब उनकी उम्र सिर्फ 13 साल की थी. वह इस टूर्नामेंट में अब तक दो शतक लगा चुकी हैं और अंडर-19 सुपर लीग में उनका औसत 300 से ज्यादा है. उन्होंने बेहद कम उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. शीर्ष क्रम की बल्लेबाज बनने से पहले उन्होंने एक गेंदबाज के रूप में अपनी शुरुआत की थी. वह अब पारी की शुरुआत करती हैं या तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरती हैं. इस प्रतिभाशाली लड़की ने अपने चौथे जन्मदिन के बाद ही प्लास्टिक की गेंद को छोड़कर कठोर लाल गेंद से खेलना शुरू कर दिया था.

मुंबई अंडर 19 के कोच जयेश डाडरकर अपनी प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए कहते हैं, ‘आप बस देखते जाएं.. वह टीम इंडिया में खेलने की प्रतिभा रखती है.’ मुंबई के कोच की बात किसी लिहाज से गलत भी नहीं लगती क्योंकि जेमिमा का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है. वेस्ट जोन अंडर 19 टूर्नामेंट में गुजरात के खिलाफ इस तूफानी खिलाड़ी ने 178 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली.

कोच जयेश कहते हैं, ‘पिछले साल भी वह कप्तान थीं और टीम नैशनल अंडर 19 विमिंज टाइटल पर कब्जा जमाया था.’ कोच बार-बार जोर देकर कहते हैं कि जेमिमा में दोहरा शतक लगाने की काबिलियत है. जयेश ने बताया कि जब उसने 178 रनों की पारी खेली तो मैंने उसे यकीन दिलाया कि वह 200 रन भी बना सकती है. मुझे खुशी है कि उसने यह रिकार्ड बनाया.

अपने प्रदर्शन के बारे में जेमिमा कहती हैं, ‘गुजरात के खिलाफ 178 रन बनाने के बाद मुझे लगा कि 200 रन बनाना कोई असंभव रिकार्ड नहीं है. मेरा लक्ष्य था कि बिना कोई गलती किए लगातार खेलते रहना और आखिरकार मैंने 202 रनों की पारी खेली.’ इस पारी में जेमिमा ने 21 चौके भी लगाए.

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