भारतीय क्रिकेट टीम ने कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स पर आस्ट्रेलिया को चारों खाने चित करते हुए 50 रन से मात दी. टीम इंडिया ने टौस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवर में 252 रन बनाए. मेजबान टीम पारी की आखिरी गेंद पर औलआउट हुई. जवाब में कंगारू बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दिए और पूरी टीम 43.1 ओवर में 202 रन पर ढेर हो गई. भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने दूसरे वनडे में दमदार प्रदर्शन किया. आइए नजर डालते हैं भारतीय खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए अनोखे रिकार्ड्स पर.

चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की हैट्रिक

टीम इंडिया की नई स्पिन सनसनी कुलदीप यादव ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में हैट्रिक लेने की उपलब्धि हासिल की. वनडे में यह कीर्तिमान रचने वाले वह पहले भारतीय स्पिनर हैं.

कुलदीप यादव ने अपने कोटे के 8वें और आस्ट्रेलियाई पारी के 33वें ओवर की दूसरी, तीसरी व चौथी गेंद पर क्रमशः मैथ्यू वेड (2), एशटन आगर और पैट कमिंस को अपना शिकार बनाया.

भारत की ओर से कुलदीप से पहले वनडे क्रिकेट में सिर्फ दो तेज गेंदबाज कपिल देव और चेतन शर्मा के नाम ही यह उपलब्धि दर्ज थी. उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्मे 22 साल के कुलदीप दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं, जिसने ईडन में वनडे में यह मुकाम हासिल किया है. चार जनवरी, 1991 को कपिल देव ने इसी ऐतिहासिक ग्राउंड में श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में हैट्रिक ली थी.

वहीं, चेतन शर्मा ने 1987 के विश्वकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में यह कारनामा किया था. कुलदीप हालांकि एक मामले में दोनों से आगे हैं. ईडन में औफ स्पिनर हरभजन सिंह के नाम भी हैट्रिक दर्ज है, हालांकि भज्जी ने 2000-01 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में लगातार तीन गेंदों में विकेट लिए थे.

हैट्रिक के मामले में एशियाई खिलाड़ियों का दबदबा

हैट्रिक लेने के मामले में एशियाई गेंदबाज सबसे आगे हैं. अभी तक वनडे मैचों में 43 हैट्रिक हो चुकी हैं, जिसमें से 24 बार एशियाई खिलाड़ियों ने हैट्रिक पूरी की है. पाकिस्तान और श्रीलंका के गेंदबाजों ने आठ-आठ हैट्रिक ली है, जबकि बांग्लादेश के गेंदबाज कुल मिलाकर पांच बार हैट्रिक लिए हैं. भारतीय गेंदबाजों ने तीन बार हैट्रिक ली है. श्रीलंका के लसिथ मलिंगा ने सबसे ज्यादा तीन बार हैट्रिक ली है, जबकि चामिंडा वास के नाम दो हैट्रिक हैं. पाकिस्तान के वसीम अकरम और सकलैन मुश्ताक के नाम दो-दो हैट्रिक हैं. 2017 में हैट्रिक लेने वाले सभी खिलाड़ी एशियाई हैं. 2017 में अभी तक तीन हैट्रिक हो चुके हैं और ये तीनों एशियाई खिलाड़ी हैं.

कैच आउट, रन आउट फिर भी नौट आउट रहे पांड्या

ईडन गार्डेस में भारतीय पारी के दौरान एक बेहद नाटकीय घटना घटी. 48वें ओवर में आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन की हाई फुलटास गेंद पर मेहमान टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने हार्दिक पांड्या का कैच लपक लिया, हालांकि स्मिथ भांप गए कि ऊंचाई के कारण इसे ‘नो बौल’ करार दिया जा सकता है, इसलिए उन्हें गेंद वापस केन रिचर्डसन की ओर फेंककर उन्हें क्रीज से निकल चुके पांड्या को रन आउट करने को आवाज लगाई. तब तक पांड्या खुद को कैच आउट मानकर पवेलियन की तरफ बढ़ चुके थे.

इसी बीच बारिश शुरू हो गई और मैच रोकना पड़ा. बाद में फील्ड अंपायर अनिल चौधरी और रिचर्ड इलिंगवर्थ ने आपस में विचार विमर्श कर इसे ‘नो बौल’ करार दिया. इसके बाद स्मिथ और रिचर्डसन ने पांड्या के रन आउट होने की अपील की. हालांकि, अंपायरों ने उनकी इस अपील को भी ठुकरा दिया. आपको बता दें कि इसके पीछे आईसीसी का एक नियम है.

चूंकि, पांड्या खुद को कैच आउट मानकर पवेलियन की तरफ बढ़ चुके थे, इसलिए उन्हें आईसीसी हैंडबुक के नियम 27.7 के मुताबिक रन आउट नहीं माना गया और कैच व रनआउट दोनों होने के बावजूद वह नौट आउट रहे. हालांकि, वह बाद में केन रिचर्डसन का शिकार बने.

धोनी की शानदार स्टंपिंग

ईडन गार्डेन में खेले गए दूसरे मैच में भले ही धोनी अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाए लेकिन इनकी जादुई स्टंपिंग ने मैच का रुख बदल दिया.

इस मैच के एक ऐसा मौका था जब आस्ट्रेलियाई टीम लगातार स्कोर बना रही थी और 22वें में कोहली ने युजवेंद्र चहल के हाथ गेंदबाजी सौंप दी थी. लेकिन वह खिलाड़ियों पर ज्यादा हावी नहीं हो पाएं और ऐसे में धोनी ने मैच का रुख बदल दिया. चहल की गेंद पर दो छ्क्का लगाकर आत्मविश्वास से भरे मैक्सवैल अगली गेंद को क्रीज से आगे निकल गए लेकिन गेंद स्पिन होकर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में चली गई. इससे पहले मैक्सवेल कुछ समझते धोनी ने उन्हें आउट कर दिया था. मैक्सवेल समेत क्रिकेट फैंस धोनी की चुस्ती देखकर आश्चर्य में पड़ गए.

पता हो कि धोनी वर्ल्ड के एकमात्र विकेट कीपर हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 100 या इससे अधिक स्टंपिंग की हैं. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने अब तक 303 मैचों में कुल 102 स्टंपिंग की है.

टेस्ट के बाद वनडे में भी नंबर वन बनी टीम इंडिया

वेस्टइंडीज में शुरू हुआ टीम इंडिया की जीत का सिलसिला श्रीलंका से होते हुए भारतीय सरजमीं तक बदस्तूर जारी है. अगर इस दौरान कुछ बदला है तो वो है हारने वाली टीम. पांच मैचों की सीरीज के दूसरे वनडे में आस्ट्रेलिया को 50 रन से मात देकर वनडे क्रिकेट में लगातार आठवीं जीत दर्ज की और इसी के साथ आईसीसी वनडे रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका को पछाड़कर भारतीय टीम पहले पायदान पर भी काबिज हो गई. लेकिन टेस्ट की तरह वनडे रैंकिंग में नंबर एक पर बने रहने के लिए टीम इंडिया को कंगारुओं के खिलाफ चल रही सीरीज को 4-1 से अपने नाम करनी होगी.

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