हमारे देश में क्रिकेटरों के लिए वही सम्मान है जो घर आए नएनवेले जमाई का होता है. लोग उन्हें सिर आंखों पर बैठा लेते हैं. और जब वही जमाई अपनी कमियां दिखाने लगता है तो बहुत दुख होता है.

अभी हाल ही में हमारे लाडले महेंद्र सिंह धोनी की खूबसूरत पत्नी साक्षी का जन्मदिन था. लिहाजा, पार्टी तो बनती थी. पर चूंकि अभी भारतीय क्रिकेट टीम औस्ट्रेलिया के लिए कूच कर चुकी है इसलिए उस पार्टी में बस हार्दिक पंड्या ही नजर आए. वे भी इसलिए कि चोट लगने की वजह से वे कंगारुओं के देश न जा सके थे और धोनी भाई को ट्वेंटी20 की टीम में न्योता नहीं मिला था इसलिए वे भी यहीं रह गए.

बात चूंकि साक्षी के जन्मदिन की पार्टी की चल रही थी तो उस में स्टार क्रिकेटर के नाम पर हमारे सिक्स पैक एब्स वाले हार्दिक पंड्या जी अपने अजीबोगरीब डिजाइन के कोट-पैंट में नजर आए. पर वहां एक बात और अटपटी लगी कि जब केक कटिंग सेरेमनी हो रही थी तो सब से छिप कर, थोड़ा सा झुक कर हार्दिक ने सिगरेट का एक कश लिया था और हल्के से धुआं उड़ा दिया था. और शायद सिगरेट भी फेंक कर बुझा दी थी. चूंकि यह सब किसी के बनाए गए वीडियो में कैद हो गया था इसलिए वायरल होना तो बनता था.

यह वीडियो देख कर खबर साक्षी के जन्मदिन से ज्यादा हार्दिक के सिगरेट पीने की बन गई. हो भी क्यों न, जब कोई सांवले रंग का बांका जवान क्रिकेटर मैदान पर अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी, घातक गेंदबाजी और बेहतरीन फील्डिंग के लिए मशहूर हो तो फिर उस के हाथ में सिगरेट को कैसे बरदाश्त किया जा सकता है.

हालांकि हार्दिक पंड्या ऐसे पहले क्रिकेटर नहीं हैं जिन के हाथ में यह नन्ही सी मौत नजर आई हो. कभी भारत के विस्फोटक बल्लेबाज रहे कृष्णामाचारी श्रीकांत तो चेन स्मोकर बताए जाते थे. ऐसा कई बार होता था जब भारतीय टीम जीत का जश्न मना रही होती थी तब वे हाथ में सिगरेट थामे दिखाई देते थे.

हम किसी क्रिकेटर या दूसरे खेल के किसी खिलाड़ी के हाथ में सिगरेट या शराब का जाम देख कर हैरान क्यों रह जाते हैं जबकि हमारे देश में जश्न तो छोड़िए किसी के मातम पर भी बोतलें खुल जाती हैं?

एक हिंदी वेब सीरीज ‘इनसाइड एज’ जो आईपीएल जैसे खेल टूर्नामेंट पर आधारित थी, में ज्यादातर खिलाड़ी जश्न के नाम पर इन्हीं दो नशों का इस्तेमाल करते दिखाए गए थे. इस वेब सीरीज में धाकड़ बल्लेबाज बने खिलाड़ी ने तो ड्रग्स को भी खूब आजमाया था. उन का कोच तक अपनी सिगरेट पीने की आदत से परेशान था.

बात हार्दिक पंड्या या दूसरे ऐसे खिलाड़ियों की करें जो सिगरेट पीते हैं तो दिमाग में एक सवाल जरूर उभरता है कि फील्ड में ये बेहतरीन प्रदर्शन कैसे कर लेते हैं क्योंकि ऐसे नशे से तो इन का स्टेमिना ही शक के दायरे में आ जाता है? फिर ये बीसीसीआई के उस ‘योयो टेस्ट’ को कैसे पास कर लेते हैं जिस में हर खिलाडी की फिटनेस को बारीकी से परखा जाता है? यह टेस्ट इतना मुश्किल होता है कि आम आदमी तो सपने में भी इस में पास नहीं हो सकता. इस टेस्ट में खिलाड़ी को खुद को अव्वल दर्जे का एथलीट साबित करना होता है चाहे वह कितना ही गजब का क्रिकेट क्यों न खेलता हो. याद रखिए, इस ‘योयो टेस्ट’ में कभी युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी भी फेल हो चुके हैं क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने के लिए यह टेस्ट पास करना अनिवार्य होता है.

हो सकता है कुछ खिलाड़ी अपनी स्मोकिंग या ड्रिंकिंग जैसी बुरी आदत को बनाए रख कर भी काफी फिट रहते हों पर जब भी हम किसी अपने चहेते खिलाड़ी को इस तरह किसी बुरी लत का शिकार देखते हैं तो अफसोस होता है क्योंकि भारत में क्रिकेट का दर्जा आसमान को छूता है और जब कोई क्रिकेटर अपनी कमी को जगजाहिर कर देता है तो उस के फैंस पर बुरा असर पड़ता है खासकर बच्चों पर.

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