दुनिया के नंबर तीन टेनिस खिलाड़ी स्टेनिसलास वावरिंका ने यूएस ओपन के फाइनल में नंबर वन खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को हराकर ग्रैंड स्लैम पर कब्जा जमा लिया. जर्मनी की एंजेलिक कर्बर ने 2016 में अपना स्वर्णिम सफर जारी रखते हुए यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट का महिला एकल का खिताब जीतकर विश्व में नंबर एक खिलाड़ी बनने की उपलब्धि का शानदार जश्न मनाया.

फाइनल में पिछले साल के चैंपियन जोकोविच को चार सेटों के कड़े मुकाबले में 6-7, 6-4, 7-5, 6-3 से हराकर वावरिंका ने पहली बार यूएस ग्रैंड स्लैम जीता है. यह उनके करियर का तीसरा ग्रैंडस्लैम है.

इस साल के साल के शुरू में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाली दूसरी वरीयता प्राप्त कर्बर ने चेक गणराज्य की दसवीं वरीय कारोलिना पिलिसकोवा को तीन सेट तक चले कड़े मुकाबले में 6-3, 4-6, 6-4 से हराया.

वावरिंका छठी वरीयता प्राप्त जापान के केई निशिकोरी को 4-6, 7-5, 6-4, 6-2 से हारकर फाइनल में पहुंचे थे, जबकि जोकोविच ने फ्रांस के गाएल मोंफिल्स को हराकर यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी.

वावरिंका ने जीत के बाद 15 साल पहले 9/11 के आतंकी हमले में मरे लोगों को भी याद किया. उन्होंने जोकोविच को एक शानदार आदमी और चैंपियन बताया. वहीं जोकोविच ने भी वावरिंका की तारीफ में कहा कि “तुम निर्णायक क्षणों में अधिक साहसी खिलाड़ी थे. तुम जीत के हकदार थे.”

कर्बर ने जीत के बाद कहा, ‘‘यहां इस साल खिताब जीतने को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती. एक साल में दूसरा ग्रैंडस्लैम जीतना शानदार है. यह मेरे करियर का सर्वश्रेष्ठ साल रहा. मैंने पांच साल पहले यहां सेमीफाइनल में पहुंचकर शुरूआत की थी और अब मेरे हाथ में ट्रॉफी है.’’

बायें हाथ से खेलने वाली 28 वर्षीय कर्बर ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में सेरेना विलियम्स को हराकर खिताब जीता था लेकिन विंबलडन फाइनल में वह इस अमेरिकी खिलाड़ी से हार गयी थी.

सेरेना के सेमीफाइनल में पिलिसकोवा के हाथों हारने के साथ ही कर्बर ने अपने लिये विश्व में नंबर एक स्थान सुरक्षित कर लिया था. रैंकिंग जारी होने पर वह आधिकारिक रूप से नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगी.

कर्बर ने कहा, ‘‘नंबर एक बनना और ग्रैंडस्लैम खिताब जीतना बचपन से मेरा सपना था. यह मेरे लिये बहुत मायने रखता है.’’ पिलिसकोवा इससे पहले कभी किसी ग्रैंडस्लैम के तीसरे दौर से आगे नहीं बढ़ी थी.

उन्होंने फाइनल तक की राह में वीनस और फिर सेरेना विलियम्स को हराया. वह एक ग्रैंडस्लैम में दोनों विलियम्स बहनों को हराने वाली चौथी खिलाड़ी हैं.

जब पिलिसकोवा को आखिरी फोरहैंड बाहर गया कर्बर खुशी से झूम उठी. वह बॉक्स में गयी जहां उनके कोच टोर्बेन बेल्ज बैठे हुए थे और फिर कोर्ट पर लौटी जहां अश्रुधारा बह रही थी. कर्बर ने बड़े मैचों में खेलने के अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाया. उन्होंने बेसलाइन से अच्छा खेल दिखाया.

पहले सेट में वह पिलिसकोवा के डबल फाल्ट की बदौलत सेट प्वाइंट तक पहुंची और फिर फोरहैंड शाट से 44 मिनट में यह सेट अपने नाम किया. पिलिसकोवा ने इसके बाद अपनी तीखी सर्विस और करारे शाट से कर्बर की कड़ी परीक्षा ली. चेक गणराज्य की खिलाड़ी ने मैच का अपना पहला ब्रेक प्वाइंट लेकर 4-3 से बढ़त बनायी.

तीन गेम बाद सेट के लिये सर्विस करते हुए पिलिसकोवा मैच का चौथा ऐस जमाकर सेट प्वाइंट तक पहुंची और फिर करारा शॉट जमाकर मैच को बराबरी पर ला दिया. कर्बर ने स्वीकार किया कि दूसरे सेट में उन्होंने थोड़ा नकारात्मक खेल दिखाया.

इसके बाद उन्होंने तीसरे सेट के शुरू में अपनी सर्विस गंवा दी लेकिन पिलिसकोवा इसका फायदा नहीं उठा पायी. उन्होंने छठे गेम में दो गलतियां की और कर्बर ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रही. जर्मन खिलाड़ी ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा.

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