आईपीएल 10 अपने अंतिम पड़ाव पर है. टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स फाइनल में पहुंच चुकी है. एलिमिनेटर मैच भी हो चुका है. अब 19 मई को कोलकाता नाइटराइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच दूसरा क्वालिफायर होने वाला है. 21 मई को आईपीएल 10 का विनर घोषित किया जाएगा.
अगर इन्हीं क्वालिफायर के बीच हम टूर्नामेंट में पीछे मुड़कर देखें तो पता चलता है कि कई भारतीय युवाओं ने इस टूर्नामेंट में कमाल दिखाया. तो आइए आपको आईपीएल 2017 के सबसे बेहतरीन युवाओं से रूबरू कराते हैं.
ऋषभ पंत
मौजूदा टूर्नामेंट के शुरुआत के पहले ऋषभ पंत के पिता का निधन हो गया लेकिन इसके बावजूद पंत ने अंतिम संस्कार करने के एक दिन बाद ही टीम (दिल्ली डेयरडेविल्स) में वापसी की और पहले ही मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अर्धशतक जड़ दिया.
इस दौरान वह सकारात्मक रवैए में आतिशी बल्लेबाजी के पूरे मूड में नजर आए और दर्शकों को अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से इंटरटेन करने में उन्होंने कोई कोर- कसर नहीं छोड़ी. इस दौरान उन्होंने केकेआर के अनुभवी गेंदबाज उमेश यादव के ओवर में 26 रन ठोंके और जिस तरह के उन्होंने स्ट्रोक जड़े उसको लेकर खूब तारीफ बटोरी.
हालांकि, पंत इस दौरान खराब फॉर्म से भी गुजरे. वह तीन बार शून्य और दो बार छोटे स्कोर पर आउट हुए लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने बैटिंग की उन्होंने जता दिया कि भविष्य में वह टीम इंडिया के स्टार बनने वाले हैं.
उनकी सबसे बेहतरीन पारी गुजरात लायंस के खिलाफ आई जब उन्होंने 43 गेंदों में 97 रन ठोंक डाले. इस दौरान उन्हें मैन ऑफ द मैच ही नहीं मिला बल्कि सचिन तेंदुलकर ने ये तक कह डाला कि ये उनके हिसाब से यह अबतक कि आईपीएल की सबसे बेहतरीन पारी है.
संजू सैमसन
22 साल के संजू सैमसन के पास पहले से ही थोड़ा आईपीएल का अनुभव था. पहले राजस्थान के लिए खेलने के बाद बाद में साल 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ने वाले संजू सैमसन ने मौजूदा सीजन में दिल्ली की और से खेलते हुए अपनी कुछ बेहतरीन पारियों की बदौलत सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. भले ही उन्हें उभरता हुआ सितारा न कहा जाए लेकिन उन्होंने अपनी निरंतरता पर काम जरूर किया है.
सैमसन ने मौजूदा सीजन में कुछ बढ़िया पारी खेली हैं और पहले सीजनों के उलट उन्होंने निरंतरता दिखाई जो उनकी बल्लेबाजी में एक अच्छा परिवर्तन है. टूर्नामेंट में 386 रन (1 शतक और दो अर्धशतक), 141.39 के स्ट्राइक रेट के साथ सैमसन टूर्नामेंट में एक बड़े बल्लेबाज के रूप में निखरे हैं.
श्रेयस अय्यर
दिल्ली डेयरडेविल्स भले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई न कर पाई हो लेकिन उनके युवा खिलाड़ी खूब चमके हैं. ऋषभ और सैमसन की ही तरह अय्यर ने भी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में अपना चुनाव सही ठहराया है. साल 2015 में वह डीडी की ओर से सर्वोच्च रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे. इस सीजन में भी अय्यर खूब चमके.
33.8 के औसत के साथ अय्यर ने दो अर्धशतक जमाए और अपने विश्वास वाले शॉट्स से विपक्षी टीम को भौंचक्का छोड़ दिया. उन्होंने जिस तरह से गुजरात लायंस के खिलाफ 57 गेंदों में 96 रन ठोंके वह गजब का प्रदर्शन था. उन्होंने कई मैचों में मध्यक्रम से लेकर अंतिम ओवर तक बल्लेबाजी की. राहुल द्रविड़ की भी युवाओं को निखारने के लिए तारीफ की जानी चाहिए.
राहुल त्रिपाठी
महाराष्ट्र के बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी को इस सीजन के पहले कोई नहीं जानता था. लेकिन जैसे ही उन्होंने आईपीएल 10 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की टीम में एंट्री की वैसे ही इस दाहिने हाथ के बल्लेबाज की बेहतरीन बल्लेबाजी का असर चारों तरफ देखने को मिला. उन्होंने लगातार मैचों में रनों का अंबार लगाया और पावरप्ले में तेजी से रन बनाए. अब तक उनके नाम चार बार 30 से ज्यादा और एक बार 40 से ज्यादा का स्कोर है. इस दौरान उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शानदार 95 रनों की पारी खेली.
जिस तरह से उन्होंने कदमों का इस्तेमाल किया और गेंदबाजों की लेंथ को पहचाना उस से उन्होंने सभी का अपना ध्यान अपनी ओर खींचा. वह अपनी पारी के दौरान अक्सर बेहतरीन टाइमिंग वाले कट, पुल और कवर ड्राइव लगाते हैं. यही कारण है कि जबसे वह टीम में आए हैं आरपीएस एक अच्छा स्कोर खड़ा करने में कामयाब हो जाती है.
ईशान किशन
टीम इंडिया की अंडर-19 टीम के कप्तान रहे ईशान किशन इस साल भी गुजरात लायंस की ओर से खेले. 11 मैचों में विकेटकीपर बल्लेबाज ने 134.46 के स्ट्राइक रेट से 277 रन बनाए. किशन की बल्लेबाजी की सबसे बेहतरीन बात यह रही कि उन्होंने अपनी टीम को अच्छी शुरुआत दिलवाई.
किशन ब्रैंडन मैक्कलम और ड्वेन स्मिथ जैसे बड़े बल्लेबाजों के साथ खेले और इस दौरान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले. इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 61 का रहा लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने पुल स्ट्रोक खेले वह जबरदस्त रहा.