साल 2009 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले टीम इंडिया और गुजरात लायंस के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा मौजूदा समय में टीम इंडिया के के सबसे पॉपुलर चेहरों में से एक हैं. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 2009 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत करने वाले जडेजा अपने इस स्वर्णिम सफर की शुरूआत से पहले ही क्रिकेट से सन्यास लेना चाहते थे. इस बात का खुलासा जडेजा ने खुद मीडिया से बातचीत के दौरान किया.

जडेजा एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता सिक्योरिटी एजेंसी में वॉचमैन का काम किया करते थे. साल 2005 में एक दुर्घटना के दौरान उनकी मां का निधन हो गया था. जिसके बाद वह इतने सदमे में आ गए थे कि क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया था. हालांकि इस मुश्किल की घड़ी में जडेजा को अपने परिवार और दोस्तों का भरपूर साथ मिला. सभी ने जडेजा को क्रिकेट ना छोडऩे की सलाह दी.

इसके चार साल बाद रविंद्र जडेजा भारतीय क्रिकेट टीम में चुने गए. आज के समय में जडेजा भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं. 7 वर्ष लंबे अपने करियर में जडेजा अब तक 16 टेस्ट, 126 वनडे और 37 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. जडेजा आईपीएल का भी काफी अहम हिस्सा रहे हैं. वह इस बार गुजरात लायंस के लिए खेल रहे हैं. अगर जडेजा ने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया होता तो भारत को एक स्टार ऑलराउंडर की कमी काफी खलती.

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