तीन साल पहले वो दिन था जब ईशान पंडिता ने अपने जीवन का सबसे बड़ा फैसला लिया था. उन्होंने अपनी माता-पिता को कहा था कि फिलहाल पढ़ाई से ब्रेक लेना चाहते हैं ताकि वो यूरोप के फुटबॉलर बनने के अपने सपने को पूरा कर सकें.
और आज 18 साल के ईशान पंडिता ने इतिहास रच दिया है. ईशान ला लीगा फुटबॉल क्लब के साथ करार करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.
जब ईशान ने पढ़ाई छोड़ अपने सपने को पूरा करने का फैसला लिया तो कई लोगों ने इस फैसले पर आपत्ति जताई और मजाक भी उड़ाया. लेकिन वो ईशान का दृढ़ संकल्प था जो इस सब के बावजूद हिला नहीं. उनका फुटबॉल का पैशन आखिरकार रंग लाया और वो ला लीगा क्लब से जुड़ने वाले पहले भारतीय बन गए.
बंगलुरु के इस युवा प्रतिभा ने स्पैनिश क्लब के साथ एक साल का करार किया है. हालांकि, ईशान को मुख्य टीम के लिए साइन किया गया है, लेकिन वह अपनी शुरुआत अंडर-19 टीम के साथ करेंगे.
बंगलुरु के ईशान को क्लब के उपाध्यक्ष और मालिक फिलिप मोरिनो ने 50 नंबर की जर्सी भेंट करके अपनी लीग में शामिल किया है.
ईशान बार्सिलोना और रियाल मैड्रिड के खिलाफ भी खेलते हुए नजर आएंगे. लेगानास क्लब ला लीगा में तीन जीत और तीन हार के साथ 11वें स्थान पर चल रही है. लेगानास मैड्रिड के बाहरी इलाके में स्थित है.
लीग से जुड़ने के बाद ईशान ने कहा कि स्पेन में तीन साल का यह समय बहुत कठिन था, लेकिन अब उसका फल मिला है. लीग से जुड़ने वाले पहले भारतीय होने पर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं.