भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के दोहरे गोल की मदद से बंगलुरू एफसी ने इतिहास रचते हुए गत चैम्पियन ‘जोहोर दारू ताजिम’ को 3-1 से हराकर एएफसी कप फुटबॉल फाइनल में जगह बना ली.

बंगलुरू ने बेहतर गोल औसत की मदद से फाइनल में प्रवेश किया. मलेशिया में पहला राउंड 1-1 से ड्रॉ रहा था जिससे बंगलुरू का गोल औसत 4-2 रहा.

भारतीय फुटबॉल के लिए यह दिन ऐतिहासिक रहा क्योंकि अभी तक कोई भी भारतीय क्लब इस प्रतिष्ठित उपमहाद्विपीय टूर्नामेंट के फाइनल में नहीं पहुंच सका है.

मलेशिया के लिए शफीक रहीम ने 11वें मिनट में गोल किया. छेत्री ने 41वें मिनट में बराबरी का गोल दागा और 67वें मिनट में टीम को बढत दिलाई. बंगलुरू के लिये तीसरा गोल स्पेनिश डिफेंडर जुआन अंतोनियो गोंजालेस फर्नांडिस ने 75वें मिनट में किया.

खचाखच भरे स्टेडियम में मेजबान टीम 41वें मिनट तक एक गोल से पीछे थे. इसके बाद कप्तान ने मोर्चे से अगुवाई करते हुए पहला गोल किया. दूसरे हाफ में छेत्री ने 30 गज की दूरी से शानदार किक लेते हुए दूसरा गोल किया. लिंगदोह ने आखिरी गोल में एंकर की भूमिका निभाते हुए गत चैम्पियन को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. उनकी फ्री किक पर लुआन ने 18 गज की दूरी से यह गोल किया.

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