शादी समारोह में नकदी और जेवर होते ही है. अनजान लोग और हडबडी भरा महौल भी रहता है. यह चोरी के लिये सबसे मुफीद होता है. ऐसे में चोरो की नजर अपने शिकार पर होती है. सावधान रह कर ही ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है.लखनऊ के गुडम्बा थाना क्षेत्र स्थित आशीर्वाद पैलेस में शादी का समारोह चल रहा था. औरेया जिले के रहने वाले राम नरेश दुबे के छोटे बेटे राज की शादी लखनऊ में रहने वाली लडकी नेहा से तय हुई थी. रात का करीब 10 बजकर 30 मिनट हुआ था. द्वारचार का कार्यक्रम हो चुका था और जयमाल सम्पन्न हो रहा था. लोग घर वालों के साथ फोटो खिचवाने के लिये तैयार हो रहे थे. दुल्हे के पिता राम नरेश जेवर से भरा बैग दुल्हन के पीछे कुर्सी के पास रख दिया. वहां पर परिवार की दूसरी तमाम औरतें भी बैठी थी. एक 12-13 साल का लडका वहीं आकर बैठ गया. बच्चा होने के कारण किसी का ध्यान उस तरफ नहीं गया.
मौका पाते ही मेहमान बन पहुचे लडके ने जेवर से भरा बैग उठा लिया. बैग उठाकर वह बच्चा कब भाग गया किसी को पता ही नहीं चला. राम नरेश ने जब जेवर देने के लिय बैग खोजा तो वह गायब मिला. बैग में सोने की चूडी, हार, अंगूठी और मांग टीका रखा था. करीब 6 लाख कीमत के गहने चोरी हो गये थे. बैग में नाते रिश्तेदार से मिले नेग के कुछ पैसे भी थे. चोरी का मुकदमा गुडम्बा थाने में दर्ज हुआ. पुलिस ने आशीर्वाद पैलेस में लगे सीसीटीवी कैमरे से पता किया तो कैमरे में एक युवक बैग ले जाते दिखा.
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सर्तकता से बचाव संभव:
दूसरी घटना में भी ठीक इसी तरह से जेवर और पैसों से भरा बैग गायब हो गया. यहां किसी भी तरह का सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा था. जिसकी वजह से यह पता भी नहीं चला कि क्या हो गया ? जिला प्रशासन ने शादियों में होने वाली चोरियों को देखते हुये सभी शादी घरों को यह कहा है कि वह अपने यहां पर सीवीटीवी कैमरे लगवायें. जिन शादी घरों में ऐसे कैमरा नही लगा है वहां प्रशासन लगवाने के लिये कह रहा है. कैमरे लगवाने से शादी घर भी जिम्मेदारी से बच जाते है. शादी घर के मालिक देवेन्द्र कुमार कहते है ‘कैमरा रहने से पुलिस को जांच में मदद मिलती है. शादी घर भी मुसीबत से बचे रहते है. क्योकि अधिकांश लोग ऐसी हालत में शादी घरों पर ही चोरी का इल्जाम लगा देते है.
गुडम्बा थाने के इंसपेक्टर रितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया ‘शादियों का सीजन शुरू होते ही मैरिज हौल में चोरी की घटनायें बढ जाती है. चोरी के काम में बच्चे भले ही शामिल हो पर इनके पीछे बडे लोगों का हाथ होता है. बडे लोग गिरोह का संचालन और चोरी के माल को छिपाने का काम करते है. बच्चों पर किसी का कोई शक नहीं जाता है इस कारण बच्चों को केवल सामान चोरी करने का काम सौंपा जाता है. गिरोह चलाने वाले बच्चों को चोरी के बाद दूसरे इलाके में भेज देते है. या कुछ दिन के लिये उनको छिपा देेते है. जिससे लोगों को बच्चे की पहचान ना हो पाये.
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बच्चों को आगे करके गिरोह करते है काम:
बच्चों को चोरी कर पूरी जानकारी दी जाती है. बच्चा खुद को ऐसे दिखाता है जैसे कोई समझ ही नहीं पाये कि बच्चा लडकी के पक्ष से है या लडके के. कई बार वह होटल स्टाफ के साथ भी हिलामिला रहता है. लडके की निगाह उस आदमी पर ही होती है जिसके पास जेवर या पैसे वाला बैग होता है. जैसे ही हडबडी में बैग लोग हाथ से दर रखते है वैसे ही बच्चा बैग उठाकर भाग लेता है. चोरी करने वाला अपने हाथ से बैग जल्दी से जल्दी गिरोह के दूसरे आदमी को सौंप देता है. जिससे बच्चे पर किसी को कोई शंका भी न हो और अगर बच्चा पकडा भी जाय तो चोरी किया सामान पकडा ना जा सके.
अंजान मेहमानों से रहे सावधान:
शादी के आयोजन में केवल बडी बडी चोरियां ही नहीं होती बल्कि वहां शामिल हुये लोगों के सामान भी गायब हो जाते है. इसका सबसे बडा कारण यह होता है कि हर किसी महिला के पास नकदी और जेवर दोनो ही होते है. जो भी महिला गफलत मंे होती है चोर उस पर हाथ साफ कर देता है. इससे बचाव के लिये जरूरत इस बात की होती है कि अनजान मेहमानों से सावधान रहे. अपने आसपास नजर रखे. शादियों में बढती चोरी की घटनाओं को देखते हुये महिलाओं ने अब नकली जेवर का प्रयोग करना शुरू किया है. इसके बाद भी दुल्हन के जेवर असली होते है. घरों की काफी महिलाएं असली जेवर ही पहनती है.
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केवल शादी के समय ही नहीं षादी में इधर उधर जाने के समय भी चोरी की संभावनाएं अधिक होती है. रास्तों में भी चोरों की नजर ऐसी महिलाओं पर अधिक रहती है जो किसी शादी में शामिल होने जा रही होती है. असल में चोरी करने वाले गिरोहों को यह पता होता है कि जो भी शादी विवाह मेे जा रहा है. उसके पास जेवर तो होते ही है. वह भले ही ना सफर में ना पहने पर अपने साथ रखता जरूर है. ऐसे में यहां हाथ साफ करने से लाभ होता ही होता है. शादी विवाह में शामिल होने वाले लोगो पर ऐसे गिरोह की निगाह रहती है. ऐसे में इस दौरान यात्रा करने के समय सावधान रहे.
बचाव के रास्ते:
1. जेवर से भरे बैग को सावधानी से रखे.
2. कंधे पर लटकाने वाला बैग रखे. जिससे अपने साथ रख सके.
3. हडबडी में इधर उधर बैग रखने की जगह पर किसी भरोसेमंद को देकर जाये.
4. कुर्सी या सोफे पर रख कर ना जाये.
5. मैरिज हाल में यह पता कर ले कि सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं.
6. किसी अनजाने के दिखने पर सावधान रहे.
7. अगर कोई अनजान बच्चा आपके आसपास घूम रहा है तो उसे जरूरी जान समझ ले कि कौन है वह ?